आप सभी को बता दें कि महाभारत की गाथा में कौरवों के मामाश्री शकुनि को अपनी कुटिल बुद्धि के लिए विख्यात माना जाता है. इसी के साथ छल, कपट और दुष्कृत्यों में माहिर शकुनि ने युद्ध तक पांडवों के विनाश …
Read More »धर्म
जाने कहां हुआ था भगवान परशुराम का जन्म?
भगवान परशुराम किसी समाज विशेष के आदर्श नहीं है। वे संपूर्ण हिन्दू समाज के हैं और वे चिरंजीवी हैं। उन्हें राम के काल में भी देखा गया और कृष्ण के काल में भी। उन्होंने ही भगवान श्रीकृष्ण को सुदर्शन चक्र उपलब्ध …
Read More »नारद मुनि कैसे हवा में विचरण करते थे, जानिए 10 रहस्य
नारद मुनि का नाम सभी ने सुना है। हर साल ज्येष्ठ महीने की कृष्ण पक्ष द्वितीया को नारद जयंती मनाई जाती है। हिन्दू शास्त्रों के अनुसार नारद को ब्रह्मा के मानस पुत्रों में से एक माना गया है। प्रत्येक पुराणों …
Read More »ध्यान रखे गरुड़ पुराण की यह ख़ास, जमकर बरसेगा धन
आप सभी में से कई लोग ऐसे होंगे जिन्होंने गरुड़ पुराण पढ़ा होगा. ऐसे में बहुत से लोग इस बारे में जानते भी होंगे. वैसे बहुत से लोग यह मानते हैं कि उसमे केवल डराने या नरर्क की ही बाते …
Read More »पूर्व जन्म में गरीब ब्राह्मण थे कुबेर ऐसे बन गए धन के देवता
हम सभी इस बात से वाकिफ हैं कि धन-दौलत की चाह रखने वाले हमेशा धन की देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं. ऐसे में कुबेर को भी धन का देवता माना जाता है और वह भी धन की बरसात करवाते …
Read More »निषादराज गुह्य कौन थे, पढ़ें प्रभु श्री राम के प्रिय सखा केवट की पौराणिक गाथा
* निषादराज गुह्य जयंती भगवान श्री राम के प्रिय सखा निषाद राज की जयंती पर केवट समाज द्वारा बड़े ही भव्य रूप से शोभा यात्रा निकाली जाती है तथा प्रसाद वितरण किया जाता है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार केवट भोईवंश का था …
Read More »जब श्रवण कुमार ने अपने माता पिता को पालकी से उतार दिया
हिन्दू धर्म में श्रवणकुमार का स्थान मातृ-पितृ भक्त के रूप में सर्वश्रेष्ठ है। शायद ही कोई ऐसा हो जिसे श्रवणकुमार के विषय में ना पता हो। जब भी हम श्रवण का नाम लेते हैं, हमारी दृष्टि में एक ऐसे किशोर …
Read More »परशुराम – ४
पिछले लेख में आपने पढ़ा कि अपने नाना और गुरु विश्वामित्र के सुझाव पर परशुराम महादेव, श्रीहरि और ब्रह्मदेव की तपस्या करते हैं। त्रिदेवों से परशुराम को अनेक दिव्यास्त्र और वरदान प्राप्त होते हैं जिनमे उनका प्रसिद्ध परशु भी होता …
Read More »11 मई को है गंगा सप्तमी, ऐसे हुआ था गंगा का जन्म
आप सभी को बता दें कि हिंदू ग्रंथों में गंगा को मोक्ष दायनी, पाप नाशिनी नदी कहा जाता है और गंगा सप्तमी के दिन गंगा स्नान और दान का विशेष महत्व है. ऐसे में आप सभी को बता दें कि …
Read More »इस घटना के बाद हमेशा सच बोलते थे युधिष्ठिर
पुराणों में ऐसी कई कहानी और कथाएं हैं जिन्हे सुनकर आप सभी हैरान हो सकते हैं. ऐसे में आज हम एक ऐसी ही कथा आपको बताने जा रहे हैं जिसे आपने पहले कभी नहीं सुना होगा. जी हाँ, यह कथा …
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