अपने विश्वविद्यालय के बारे में अच्छा पढ़कर बड़ा भला लगता है। अपनत्व का एहसास जो गहराता है। इसीलिए पत्रकार साथी जावेद मुस्तफा की रपट (दैनिक हिंदुस्तान : 25 मई 2023) मन को बहुत भा गई। खबर मिली कि लखनऊ विश्वविद्यालय …
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राजदंड इतिहास को झुठलाएगा !आजादी कुर्बानी से मिली है !!
अगर भारत के बीसों विपक्षी दलों, मुख्यतया सोनिया-कांग्रेस पार्टी, में बौद्धिक हिम्मत, सियासी सदाशयता, नैतिक दृढ़ता और जनवादी पक्षधरता हो तो उन्हें संसद भवन में इसी रविवार को रखें जाने वाले ब्रिटिश साम्राज्यवादी राजदंड के प्रतिष्ठापन का विरोध करना चाहिए। …
Read More »मोदी सरकार की नवीं वर्षगांठ,आगे योगी पर भरोसा !
नरेन्द्र मोदी सरकार की नवीं वर्षगांठ के दो साल बाद ग्यारहवीं सालगिरह भी मनेगी क्या ! काशी,मथुरा, राम की नगरी अयोध्या और बुल्डोजर बाबा वाला उत्तर प्रदेश भाजपा को ऐसी आशा की किरण तो दिखा ही रहा है ! आबादी …
Read More »ऑस्ट्रेलिया फिर जीता भारत ने, इस बार प्रधानमंत्री मोदी ने
के. विक्रम राव : ऑस्ट्रेलिया की यात्रा के अंतिम दिन आज (24 मई 2023) नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज से सख्त दंडात्मक कदम का वादा पाया, जब उन्होंने हिंदू मंदिरों पर आतंकी हमलों का मुद्दा उठाया। गत महीनों खलिस्तानी उग्रवादियों …
Read More »राष्ट्रपत्नी कहा था, कांग्रेसी ने ! आज आदर उमड़ा राहुल का ?
नए संसद भवन के प्रस्तावित उद्घाटन (28 मई 2023) पर कांग्रेसी विवाद से जुड़े मेरे कल के (22 मई 2023) पोस्ट पर कई प्रतिक्रियाएं मिलीं। एक सर्वाधिक दिलचस्प थी, रोषयुक्त भी। मुद्दा यह है कि आज चंद लोगों ने राष्ट्रपति, …
Read More »राहुल कब जानेंगे सूप और छलनी की शैलियों में अंतर ?
प्रत्येक लोकतंत्र-प्रेमी भारतीय को 52-वर्षीय राहुल गांधी की बात पर गंभीरता से गौर करना चाहिए। उनकी मांग है कि नवीन संसद भवन का 28 मई को उद्घाटन राष्ट्रपति करें, न कि प्रधानमंत्री। शायद इस अयोग्य करार दिये गए सांसद को …
Read More »संवैधानिक मूल्यों को समृद्ध करेगा नया संसद भवन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को संसद के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण करेंगे। भारत में संसद को लोकतंत्र का मंदिर कहा जाता है। लोकतंत्र में संसद का वही स्थान है, जो भारतीय संस्कृति में भगवान का है। हमारे संविधान निर्माताओं …
Read More »मेरे साथी शीतला सिंह का जाना दुखद
मेरे साथी शीतला सिंह का जाना दुखद इसलिए ज्यादा रहा क्योंकि वे सैकड़ा लगाने से चूक गये। यूं कीर्तिमान रचना सदा उनका सहज कार्य रहा। इक्यानवे (6 अगस्त 1932) पर ही प्रस्थान कर गए। मैं अन्त्येष्टि पर भी न जा …
Read More »शर्तों पर भाजपा से जुड़ेगा मुस्लिम समाज
हालिया यूपी निकाय चुनाव में भाजपा के ख़िलाफ़ मुस्लिम वोटर एकजुट नहीं हुआ बल्कि कुछ मुस्लिम इलाकों में भाजपा के मुस्लिम पार्षद उम्मीदवारो ने जीत भी हासिल की। पचास फीसद से अधिक मुस्लिम आबादी वाले चुनावों में भी भाजपा और …
Read More »घरेलू कामवाली की व्यथा-कथा का मंचन !!
नाटकाकार भाई प्रदीप घोष एक स्पर्शमणि हैं जो किसी भी कलारूपी धातु को छूते ही कंचन रूप दे देते हैं। उनका यह हूनर है, नैपुण्य भी। अमेरिका (हार्वर्ड) में शिक्षित साहित्यकार कृष्ण बलदेव वैद्य के उपन्यास “एक नौकरानी की डायरी” …
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