राजनेताओं को भारतीय इतिहास का ज्ञान कभी भी पर्याप्त नहीं रहा। सुनी सुनाई बात को तूल देकर वे ऐतिहासिक असत्य को तर्क के रूप में इस्तेमाल करते रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण है समाजवादी पार्टी के सांसद का कहना कि …
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अपराध के काले अध्याय मुख्तार अंसारी के अंत के एक वर्ष
प्रणय विक्रम सिंह अनेक बेगुनाहों को मौत की नींद सुलाने वाले दुर्दांत, सफेदपोश माफिया सरगना मुख्तार अंसारी के अंत को आज एक साल पूरे हो गए। आज ही के दिन 28 मार्च 2024 को असहाय और दर्दनाक मौत का शिकार …
Read More »उत्कर्ष के आठ वर्ष योगी सरकार
डॉ. सौरभ मालवीय उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अपने द्वितीय कार्यकाल के तीन वर्ष पूर्ण कर लिए हैं। उन्होंने 25 मार्च 2022 को द्वितीय बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। इस अवसर …
Read More »रुपये (₹) के चिह्न को लेकर विवाद: भाषा का सम्मान या राजनीति का हथकंडा?
डॉ सत्यवान सौरभ केवल वाद विवाद से हल नहीं निकलेगा। संविधान में ये कानून होना चाहिए कि कोई भी राज्य या राज्य सरकार राष्ट्रीय स्तर पर उपयोग की जाने वाली या मानी जाने वाली वस्तुओं पर अपने से निजी परिवर्तन …
Read More »धरती पर लौटीं सुनीता विलियम्स: एक ऐतिहासिक वापसी
डॉ सत्यवान सौरभ सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की धरती पर सुरक्षित वापसी एक बड़ी वैज्ञानिक उपलब्धि मानी जा रही है। वे जून 2024 में बोइंग के “स्टारलाइनर” मिशन के तहत अंतरिक्ष गए थे, लेकिन तकनीकी खामियों के चलते …
Read More »भारत सक्षम है खुशी के उजालों को उद्घाटित करने में
ललित गर्ग अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस हर साल 20 मार्च को मनाया जाने वाला एक वैश्विक आयोजनात्मक एवं प्रयोजनात्मक दिवस है, जिसका उद्देश्य खुशी, खुशहाली के साथ एक अधिक प्रसन्न, दयालु एवं शांतिपूर्ण दुनिया को बढ़ावा देना है। यह लोगों के …
Read More »सौहार्द की इबादत में होली के रंग
माता-पिता नहीं चाहते कि उसकी संतानों के बीच ज़रा भी मनमुटाव हो, तो परमात्मा को कितना बुरा लगता होगा जब उसके बंदे धर्म,जाति, त्योहार,मंदिर या मस्जिद को लेकर आपस में लड़ते हैं। मानवता का तकाजा है सामाजिक सौहार्द, और यही …
Read More »64वीं पुण्यतिथि पर विशेष: कलम ही जिनकी तलवार थी ! संपादकाचार्य श्री के. रामा राव.
(9 नवम्बर 1896 – 9 मार्च 1961): प्रख्यात संपादक, जानेमाने स्वाधीनता-सेनानी और प्रथम संसद (राज्य सभा) के सदस्य (1952), श्री कोटमराजू रामा राव अपने दौर के अकेले ऐसे पत्रकार थे जो 25 से अधिक दैनिक समाचार पत्रों में कार्यशील रहे। इनमें …
Read More »सीएम योगी के नेतृत्वराजेंद्र बाबू : राजनैतिक ऋषि ! में मातृत्व सुरक्षा को मिल रहा बढ़ावा
प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की गत सप्ताह पुण्यतिथि (28 फरवरी 1963) थी। इस संदर्भ में प्रथम राष्ट्रपति और प्रथम प्रधानमंत्री के बीच चला सत्ता संघर्ष का विश्लेषण छः दशक हुये अभी तक सम्यक नहीं हुआ है। राष्ट्रपति बनाम प्रधानमंत्री …
Read More »विश्व शांति और समझ दिवस: शांति की संस्कृति एवं समझ को विकसित करने जरूरत
एक शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण समाज के निर्माण, विविध संस्कृतियों, धर्मों और क्षेत्रों के बीच सद्भाव, करुणा और सहयोग की स्थायी भावना की अपेक्षा को आकार देने के लिये हर वर्ष विश्व शांति एवं समझ दिवस 23 फरवरी को विश्व स्तर …
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