लेख

गुरुकुल के गुरु-शिष्य की परंपरा की मिसाल है गोरक्षपीठ

लखनऊ। आज शिक्षक दिवस है। भारत में इस दिवस का आयोजन पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन पर किया जाता है। डॉ. राधाकृष्णन एक प्रसिद्ध शिक्षक के साथ दार्शनिक भी थे। इस दिन देश विभिन्न आयोजनों के जरिये अपने …

Read More »

शिक्षा ज्ञान परम्परा पर आधारित हो

शिक्षा को लेकर समय-समय पर अनेक प्रश्न उठते रहते हैं जैसे कि शिक्षा पद्धति कैसी होने चाहिए? पाठ्यक्रम कैसा होना चाहिए? विद्यार्थियों को पढ़ाने का तरीका कैसा होना चाहिए? वास्तव में स्वतंत्रता से पूर्व देश में अंग्रेजी शासन था। अंग्रेजों …

Read More »

वरिष्ठ पत्रकार उमेश उपाध्याय नहीं रहे

भोपाल, 1 सितंबर। भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के पूर्व महानिदेशक प्रो.संजय द्विवेदी ने वरिष्ठ पत्रकार श्री उमेश उपाध्याय के असामयिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि श्री उपाध्याय के निधन से हिन्दी मीडिया का एक …

Read More »

“दास्तान-ए-जान-ए-आलम”: अंग्रेजों के फैलाए भ्रमों और गलतफहमियों का पर्दाफाश…

लखनऊ: नवाब वाजिद अली शाह अवध के आखिरी बादशाह थे, जिनका शासनकाल 1847 से 1856 तक था। वे एक विलक्षण शासक थे, जो अपनी साहित्यिक और सांस्कृतिक रुचियों के लिए अधिक जाने जाते थे, बजाय एक युद्धप्रिय राजा के। वाजिद …

Read More »

भारतीयता की अनुभूति है कृष्ण जन्माष्टमी

त्योहार किसी भी देश एवं उसकी संस्कृति के संवाहक होते हैं। त्योहारों के कारण ही हमें अपनी प्राचीन गौरवशाली संस्कृति को जानने एवं समझने का अवसर प्राप्त होता है। यदि त्योहार नहीं होते, तो हमें अपने देवी-देवताओं एवं महापुरुषों तथा …

Read More »

प्रभात झा: लोकसंग्रह और संघर्ष से बनी शख्सियत

यह नवें दशक के बेहद चमकीले दिन थे। उदारीकरण और भूमंडलीकरण जिंदगी में प्रवेश कर रहे थे। दुनिया और राजनीति तेजी से बदल रहे थी। उन्हीं दिनों मैं छात्र आंदोलनों से होते हुए दुनिया बदलने की तलब से भोपाल में …

Read More »

साहित्य में मनभावन सावन

वर्षा ऋतु कवियों की प्रिय ऋतु मानी जाती है। इस ऋतु में सावन मास का महत्व सर्वाधिक है। ज्येष्ठ एवं आषाढ़ की भयंकर ग्रीष्म ऋतु के पश्चात सावन का आगमन होता है। सावन के आते ही नीले आकाश पर काली …

Read More »

पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होने का समय

भारत सहित विश्व के अधिकांश देश पर्यावरण संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं। ग्रीष्मकाल में भयंकर गर्मी पड़ रही है। प्रत्येक वर्ष निरंतर बढ़ता तापमान पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ रहा है। देश में गर्मी के कारण प्रत्येक वर्ष हजारों लोग …

Read More »

हिंदू साम्राज्य दिवस पर विशेष : लोकमंगल था शिवाजी के ‘हिंदवी स्वराज’ का शासन मंत्र

शिवाजी का नाम आते ही शौर्य और साहस की प्रतिमूर्ति का एहसास होता है। अपने सपनों को सच करके उन्होंने खुद को न्यायपूर्ण प्रशासक रूप में स्थापित किया। इतिहासकार भी मानते हैं कि उनकी राज करने की शैली में परंपरागत …

Read More »

153 वीं वर्षगांठ(19 जून) पर विशेष : पं.माधवराव सप्रे: हिंदी के विस्मृत महानायक

पंडित माधवराव सप्रे, हिंदी पत्रकारिता और साहित्य में लगभग भुला दिए गए महानायक हैं। भारतबोध और भारतीयता के सबसे प्रखर प्रवक्ता स्प्रे हमारे स्व को जगाने वाले लेखक हैं। हिंदी नवजागरण के अग्रदूत माधवराव सप्रे को याद करना उस परंपरा …

Read More »

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com