प्रदेश

मुख्यमंत्री ने डीजीपी का किया तबादला, बिगड़ी कानून व्यवस्था से नाराज है “योगी”.

हमीरपुर में कंस मेले की शोभा यात्रा के दौरान हुए उपद्रव की घटना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहद गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार रात डीजीपी ओपी सिंह को तलब कर घटना की जानकारी ली और कहा कि किसी भी हालत में कानून-व्यवस्था न बिगडऩे पाये। प्रदेश में हुई अन्य बड़ी घटनाओं को लेकर भी मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई। डीजीपी ओपी सिंह ने हमीरपुर में शोभा यात्रा के दौरान हुए पथराव की घटना की जानकारी मिलने के बाद एडीजी इलाहाबाद जोन एसएन साबत को हमीरपुर में कैंप करने व उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने का निर्देश दिया है। डीजीपी के अनुसार शोभा यात्रा को कुछ लोग गैर परंपरागत मार्ग से निकालने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें रोक दिया था। इसी बात को लेकर कुछ उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिससे स्थिति बिगड़ी। घटना में एएसपी, सीओ व दो एसओ घायल हुये हैं। डीजीपी का कहना है कि स्थिति पर नियंत्रण पा लिया गया है। उल्लेखनीय है कि बीते दिनों प्रदेश में कई दुस्साहसिक घटनाएं हुई हैं। प्रतापगढ़ व इलाहाबाद में लगातार संगीन वारदात हो रही हैं। मंगलवार को इलाहाबाद में दिनदहाड़े 22 लाख की लूट की घटना हुई। बांदा में टाइल्स व्यवसायी का अपहरण, प्रतापगढ़ में दोहरा हत्याकांड, बरेली में मोहर्रम जुलूस के दौरान हुए उपद्रव की घटनाएं कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ी कर रही हैं। बीते दिनों इलाहाबाद में रिटायर दारोगा की पीटकर हत्या किये जाने व इस वारदात की सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद भी पुलिस के गिरते इकबाल को लेकर कई सवाल खड़े हुये थे। खासकर लूट की बड़ी घटनाएं लगातार पुलिस के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रही हैं। इलाहाबाद में करीब एक माह पूर्व एक परिवार के चार लोगों की हत्या कर लूटपाट की घटना का राजफाश भी अब तक पुलिस नहीं कर सकी है। डीजीपी ने कहा, जघन्य अपराधों में हो प्रभावी पैरवी डीजीपी ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग कर अधीनस्थ अधिकारियों व सभी एसएसपी/एसपी से लंबित घटनाओं का राजफाश न होने पर नाराजगी जताते हुए जल्द राजफाश किये जाने का निर्देश दिया। डीजीपी ने कहा कि मानीटरिंग सेल के प्रभावी ढंग से काम करे और जघन्य अपराधों में कड़ी पैरवी की जाये। ऐसे मामलों में जिनमें कुख्यात अपराधियों के खिलाफ पुलिस अथवा सरकारी कर्मचारी गवाह हैं। उनमें लगातार पैरवी कर अपराधियों को सजा दिलाई जाये। बताया गया कि कई ऐसे जघन्य मामले हैं, जिनमें खुद पुलिसकर्मी गवाह हैं, लेकिन आरोपित बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पा रही है। इसके अलावा वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी व शस्त्र की दुकानों का नियमित निरीक्षण किये जाने का निर्देश भी दिया। अलीगढ़ एसएसपी भी पहुंचे डीजीपी कार्यालय इससे पहले एसएसपी अलीगढ़ अजय साहनी भी डीजीपी मुख्यालय में दिखाई दिए। समझा जा रहा है कि उन्होंने अलीगढ़ में हुई मुठभेड़ के मामले में डीजीपी को विस्तार से जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि अलीगढ़ में दो बदमाश मारे गए थे, जिसका वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस की बड़ी किरकिरी हुई थी।

हमीरपुर में कंस मेले की शोभा यात्रा के दौरान हुए उपद्रव की घटना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहद गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार रात डीजीपी ओपी सिंह को तलब कर घटना की जानकारी ली और कहा कि …

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लोअर पीसीएस-2015 के चयनितों को चार माह बाद भी नियुक्ति का इंतजार – राघवेन्द्र प्रताप सिंह

लखनऊ। एक ओर जहाँ सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार और शासन सरकारी सेवाओं की भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने की मंशा रखते हैं वहीं दूसरी ओर चयन के बाद भी 635 अभ्यर्थी अपनी नियुक्ति की बाट जोह रहे हैं। वह …

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यहां 14 पब्लिक टॉयलेट में वेंडिंग मशीन से मिलेंगे सैनेटरी पैड्स, कीमत 5 रुपए

क्षेत्र के नागरिक निकाय ने दक्षिण दिल्ली बाजारों में स्थित 14 सार्वजनिक शौचालयों में सैनेटरी पैड्स वाली वेंडिंग मशीनें लगाई हैं। इनसे सब्सिडी में सैनिटरी नैपकिन महिलाएं हासिल कर सकती हैं। इन पैड्स की कीमत पांच रुपए है। दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) ने कहा कि इन शौचालयों में से तीन 'पिंक टॉयलेट्स' हैं। यानी वे विशेष रूप से महिलाओं के लिए ही बनाए गए हैं। विभिन्न बाजारों में स्थित 14 शौचालयों पर लगाई गई सैनेटरी वेंडिंग मशीनों ने आज से काम करना शुरू कर दिया है। सीलिंग तोड़ने के मामले में SC ने मनोज तिवारी को लगाई फटकार, हफ्ते भर में मांगा जवाब यह भी पढ़ें एसडीएमसी ने एक बयान में कहा कि शेष 11 शौचालयों को आंशिक रूप से पिंक टॉयलेट्स में बदला जा रहा है। नेपकिंस वेंडिंग मशीनों से 5 रुपए की सब्सिडी दर पर आसानी से सैनेटरी पैड्स मिल सकेंगे। उपयोग किए गए नैपकिन को खत्म करने के लिए शौचालयों में इंकिनेटर मशीनें भी लगाई जा रही हैं। यह शौचालयों के आस-पास और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए जरूरी था। पिंक टॉयलेट्स को महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल देने के उद्देश्य से विकसित किया गया था। यहां बच्चों को स्तनपान कराने के लिए और कपड़े बदलने के लिए परिसर में जगह है। इन टॉयलेट्स में सुरक्षा की व्यवस्था के साथ ही, बिजली, पानी और उचित देखरेख की जाती है। हर किसी ने कानून अपने हाथों में ले लिया है : सुप्रीम कोर्ट यह भी पढ़ें नगर निकाय ने कहा कि पिंक टॉयलेट्स वर्तमान में पीवीआर विकासपुरी, लाजपत नगर और जीके पार्ट-1 के बाजारों में चल रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन के तहत चल रहे पखवाड़े के दौरान स्वच्छता के हिस्से के रूप में वेंडिंग मशीनों को चालू किया गया है। एसडीएमसी ने यह भी कहा कि प्लास्टिक के बैग को हटाने के लिए एक ड्राइव सभी चार जोन में चल रही है। बयान में कहा गया है कि ड्राइव के पहले नौ दिनों के दौरान करीब 700 किलो प्लास्टिक बैग जब्त किए गए हैं।

क्षेत्र के नागरिक निकाय ने दक्षिण दिल्ली बाजारों में स्थित 14 सार्वजनिक शौचालयों में सैनेटरी पैड्स वाली वेंडिंग मशीनें लगाई हैं। इनसे सब्सिडी में सैनिटरी नैपकिन महिलाएं हासिल कर सकती हैं। इन पैड्स की कीमत पांच रुपए है। दक्षिण दिल्ली …

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सुशील मोदी के बयान पर लालू का पलटवार जानिये क्या बोला लालू ने

बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने गया में अपराधियों को लेकर जो बयान दिया उसपर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट कर तंज कसा है और कहा है कि हाथ-गोड़ कुछउ जोड़, अपराधियों के चरण धोकर उनका चरणामृत भी पी लो, अरे शर्म करो... लालू ने अागे लिखा कि "क्रिमिनल्स के आगे मिमियाने और गिड़गिड़ाने से नहीं, शासन रौब से चलता है.... तोहार लोगन के इक़बाल ख़त्म बा...चोर दरवाज़े से राज-काज में घुसल है ना, सो दुनो में नैतिक बल अउर आत्मविश्वास की कमी रहल.." सुशील मोदी का बयान अब उनकी गले की फांस बनता जा रहा है। पितृ पक्ष मेले के उद्घाटन के दौरान सुशील मोदी ने कहा कि वो हाथ जोड़ कर अपराधियों से 15-16 दिन शांति बनाए रखने का अनुरोध करते हैं। अब सुशील मोदी से सवाल पूछा जा रहा है कि क्या नीतीश कुमार सरकार अपराध पर लगाम लगाने में विफल हो गई है। लालू यादव ने ट्वीट के जरिए यहां तक कह दिया कि आने वाले समय में शायद अपराधियों का चरणामृत पीने की नौबत न आ जाए। दरअसल, मुजफ्फरपुर के पूर्व मेयर समीर कुमार की एके-47 से हत्या के ठीक दो दिन बाद सुशील मोदी के इस बयान को राजनीतिक हलको में शासकीय कमजोरी के तौर पर देखा जा रहा है। पटना में मंगलवार को एक सार्वजनिक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों ने सुशील मोदी से उनके बयान पर सवाल दागे लेकिन वो बचते हुए निकल गए।

बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने गया में अपराधियों को लेकर जो बयान दिया उसपर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट कर तंज कसा है और कहा है कि हाथ-गोड़ कुछउ जोड़, अपराधियों के चरण धोकर उनका …

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महिला की गला घोंटकर हत्या करने के बाद, कातिल हुआ फरार, जानिये पूरी घटना: 

रायवाला थाना क्षेत्र के वैदिक नगर में एक महिला की गला घोंटकर हत्या करने का मामला सामने आया है। पुलिस को महिला के पति पर शक है, जो फरार है। फिलहाल, पुलिस उसकी तलाश कर रही है। रुकमा देवी (45 वर्ष) बेटी और दामाद के साथ वैदिक नगर में रहती थी। महिला का ससुराल जोगथ गांव चिन्यालीसौंड उत्तरकाशी और मायका रावत गांव टिहरी गढ़वाल में है। थानाध्यक्ष अमरजीत सिंह ने बताया कि साक्ष्य व बयानों के आधार पर प्रथमदृष्टया महिला के पति द्वारा उसकी गला घोंटकर हत्या की बात सामने आ रही है। उन्होंने बताया कि बीती रविवार रात रुकमा का पति उससे मिलने वैदिक नगर आया था। सोमवार सुबह दामाद मुकेश लाल अपने काम पर और बेटी प्रमिला सिलाई केंद्र चली गई। इस दौरान पति और रुकमा देवी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। उसने रुकमा से मारपीट की और बाद में गला घोटकर उसकी हत्या कर दी। इस दौरान आरोपित ने दोनों नाबालिग बच्चों को दूसरे कमरे में बंद कर दिया और फिर मौके से फरार हो गया। दोपहर को जब प्रमिला सिलाई सेंटर से घर लौटी तो उसे घटना का पता चला। प्रमिला पड़ोसियों की मदद से मां को लेकर अस्पताल पहुंची। लेकिन चिकित्सकों ने रुकमा देवी को मृत घोषित कर दिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि अभी इस मामले में तहरीर नहीं मिली है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटना की हर पहलू से जांच की जा रही है।

रायवाला थाना क्षेत्र के वैदिक नगर में एक महिला की गला घोंटकर हत्या करने का मामला सामने आया है। पुलिस को महिला के पति पर शक है, जो फरार है। फिलहाल, पुलिस उसकी तलाश कर रही है।  रुकमा देवी (45 …

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गन्ना किसानों का भुगतान करेंगी चीनी मिल, योगी सरकार देगी 4 हजार करोड़ का ‘सॉफ्ट लोन’

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में गन्ना किसानों के बकाए के भुगतान के लिए चीनी मिलों को चार हजार करोड़ रुपये का 'सॉफ्ट लोन' देने का फैसला लिया गया. सरकार ने इस ऋण के साथ शर्त रखी है की चीनी मिलों को सारा पैसा सीधे किसानों के खातों में भेजना होगा. कैबिनेट की बैठक के बाद लोकभवन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में सरकार बनाने के बाद से ही हम लगातार किसानों के हित में फैसले ले रहे हैं.  मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे पहले सरकार ने किसानों के लिए कर्ज माफी का बड़ा फैसला लिया था. उस समय भी लाखों किसानों को फायदा हुआ था. इसके बाद सरकार ने गेहूं और धान की खरीद में कीर्तिमान स्थापित किया है. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चीनी मिलों को 30 नवंबर तक हर हाल में गन्ना किसानों के बकाए के भुगतान के लिए कहा गया है. इसके लिए सरकार उनकी परेशानियों को ध्यान में रखते हुए उनकी मदद करेगी. ऐसी चीनी मिल जिन्होंने कम से कम 30 फीसदी तक गन्ने के बकाए का भुगतान किया है, उन्हें सॉफ्ट लोन देने की व्यवस्था की गई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ऋण चीनी मिलों को पांच साल के लिए दिया जाएगा, जिस पर पांच फीसदी का ब्याज लिया जाएगा. ऋण के लिए चीनी मिलों के सामने शर्त रखी गई है कि उन्हें यह ऋण तभी मिलेगा, जब वे किसानों के बकाए का भुगतान सीधे किसानों के खाते में भेजने के लिए राजी होंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक 63 चीनी मिले ऐसी हैं, जिन्होंने 80 फीसदी से अधिक बकाए का भुगतान कर दिया है. 42 चीनी मिलें ऐसी हैं जिन्होंने 50 प्रतिशत से अधिक बकाए का भुगतान किया है. उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चीनी का दाम काफी कम है. उस कमी को पूरा करने के लिए सरकार चीनी मिलों को साढ़े चार रुपये प्रति कुंतल की वित्तीय मदद मुहैया कराएगी. सरकार के इस फैसले से लगभग 500 करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा. यह पैसा भी चीनी मिलों को सीधे किसानों के खातों में भेजना होगा. कैबिनेट बैठक में हुए अन्य फैसलों की जानकारी देते हुए प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्घार्थ नाथ सिंह ने बताया कि प्रतापगढ़ में करैती-सिराथू मार्ग पर 248 करोड़ रुपए की लागत से एक पुल का निर्माण किया जाएगा. इसकी धनराशि के अनुमोदन को लेकर प्रस्ताव आया था जिसे कैबिनेट ने स्वीकार कर लिया. इसके अलावा सीतापुर में सधौली-मिश्रिख-विश्वा मार्ग पर नैमिषारण्या तक दो लेन के मार्ग के लिए 72 करोड़ रुपए के अनुमोदन के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है. इसकी लंबाई 42 किलोमीटर होगी और इसे दो वर्ष के भीतर बनाया जाएगा.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में गन्ना किसानों के बकाए के भुगतान के लिए चीनी मिलों को चार हजार करोड़ रुपये का ‘सॉफ्ट लोन’ देने का फैसला लिया गया. सरकार ने इस ऋण के साथ शर्त रखी …

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28 सितंबर तक विवि में अवकाश घोषित कर खाली कराए जा रहे छात्रावास

देश के शीर्ष शिक्षण संस्थाओं में शुमार बीएचयू दूसरे दिन सोमवार को भी रणक्षेत्र बन गया। रात नौ बजे सर्जरी वार्ड में जूनियर रेजिडेंट व महिला मरीज के बीच नोक-झोंक से शुरू बवाल देर रात में हिंसक हो गया। मामला थाने पहुंचा और वहां भी मारपीट हो गई। प्रभारी निरीक्षक के साथ गालीगलौज और धक्कामुक्की की गई। बवाल फिर बीएचयू परिसर में फैल गया। सुबह विवि प्रशासन की ओर से एलबीएस, रुइया एनेक्सी और धन्वंतरि हॉस्टल खाली कराने के आदेश जारी कर दिए गए। इसके लिए छात्रों को 24 घंटे का अल्‍टीमेटम दिया गया है। सुलग रहा है अभी भी बीएचयू हॉस्टल पर हमला, तोडफ़ोड़ और आगजनी की घटना से परिसर में दहशत का आलम रहा। पथराव और मारपीट में कई छात्र घायल भी हुए हैं। बीएचयू प्रशासन मूक दर्शक बना रहा। आरोप यह भी है कि चीफ प्रॉक्टर रॉयना सिंह ने खुद को कमरे में बंद कर लिया था। पिटते रेजिडेंट्स ने मदद की गुहार लगानी चाही। लेकिन उनका फोन नहीं उठा। आरोप यह भी है कि दो छात्राें को रात भर हास्‍टल में बंधक बनाया गया जिनको सुबह पुलिस ने छुड़ाया। हालांकि दोपहर तक बवाल की आशंका बनी रही मगर छात्रावास खाली कराने के आदेश के बाद छात्रों में बैठक का दौर शुरू हो गया है। बीएचयू अस्पताल में इलाज के लिए पहुंची चंदौली निवासी महिला का आरोप था कि डॉक्टर की शह पर रेजिडेंट ने उनके साथ न सिर्फ अभद्रता की बल्कि, उसके भतीजे को भी जमकर पीटा। बचाव करने पहुंचे कुछ छात्रों को भी पीटा गया। इस बीच धनवंतरि छात्रावास के बाहर दो बाइक से आए चार अज्ञात लोगों ने एक जूनियर रेजिडेंट विश्वजीत पटेल को मारपीट कर घायल कर दिया, जिसे इलाज के लिए ट्रामा सेंटर ले जाया गया। महिला के साथ विवि के छात्र लंका थाने तहरीर देने पहुंचे। साथ ही रेजिडेंट भी मुकदमा कायम कराने पहुंचे। पास के रेस्तरां में रेजिडेंट के बैठकर खाना खाने की जानकारी मिलने पर छात्रों ने वहां जाकर मारपीट कर दी। सूचना पर दर्जनों बाइक सवार रेजिडेंट लंका के पास पहुंचे और छात्रों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने लगे। छात्रों के जान बचाकर थाने के अंदर भागने के बाद भी उन्हें बख्शा नहीं गया। थाने में घुसकर उन्हें मारने की कोशिश पर क्षेत्राधिकारी भेलूपुर व एसीएम-प्रथम ने रोका। पुलिस का रुख देख रेजिडेंट पीछे हटे। इसके बाद बीएचयू सिंह द्वार बंद कर रेजिडेंट धरने पर बैठ गए। कुछ ही देर बाद एक बार फिर माहौल बिगडऩे लगा और बिड़ला छात्रावास पर बवाल हो गया। एलडी गेस्ट हाउस चैराहे पर पुलिस पिकेट फूंक दी गई। एसबीआइ के एटीएम में तोडफ़ोड़ की गई और जमकर  ईंट-पत्थर चले, जिसमें आठ से ज्यादा छात्र घायल हो गए।  उत्पाती छात्र रुइया छात्रावास में घुस गए और मेडिकल के छात्रों को बुरी तरह पीटने लगे। छात्रावास में बाइक फूंक दी। मेडिकल छात्रों की चीख-पुकार सुनकर रुइया के पीछे मौजूद न्यू गल्र्स हास्टल की छात्राएं दहशत में आ गईं। बवालियों ने वहां भी पथराव किया, जिससे छात्राएं रोने लगी। चीफ प्राक्टर से लेकर बीएचयू के अन्य अधिकारियों को फोन किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस दौरान रात भर अफरातफरी बनी रही। पुलिस प्रशासन की संवेदनहीनता के चलते छात्रों की जान पर बन आई। उत्पाती छात्रों के बवाल के चलते भयभीत छात्र-छात्राएं लगातार पुलिस को 100 नंबर पर डायल करके सुरक्षा की गुहार लगा रहे थे। इतना ही नहीं छात्रों ने कई पुलिस अधिकारियों के सीयूजी नंबर पर भी संपर्क किया। लेकिन उन लोगों ने बीएचयू प्रशासन द्वारा परिसर में दाखिल होने की अनुमति नहीं मिलने का हवाला देते हुए हाथ खड़े कर दिए। दरअसल, मामला अनुमति का नहीं था, बल्कि लंका थाने में मेडिकल के छात्रों द्वारा थाना प्रमुख से लेकर अन्य पुलिसकर्मियों के साथ की गई गालीगलौज व दुव्र्यवहार का था। छात्रों के दुर्व्‍यवहार से पुलिस परिसर में दाखिल नहीं हो रही थी। पुलिस का रुख देखकर दर्जनों छात्र छिपते - छिपाते किसी तरह परिसर से बाहर निकले। देर रात लगभग डेढ़ बजे फोर्स अंदर घुसी जब छात्रों ने परिसर में कई जगह तोडफ़ोड़, मारपीट करने के साथ ही आगजनी हो चुकी थी। दर्जनभर से अधिक रेजिडेंट डॉक्टरों को पीटकर जख्मी करने के खिलाफ कई जूनियर डॉक्टर सुबह से ही काम से विरत रहे। मंगलवार की सुबह घूम- घूमकर कुछ ओपीडी बंद कराने का प्रयास किया गया। इसके कारण सुबह मरीजों को थोड़ी देर के लिए परेशानी झेलनी पड़ी। हालांकि इस दौरान सीनियर डाक्‍टर मरीजों को देखते रहे, मगर मरीजों की भीड़ फ‍िर भी काफी रही। छात्राें का अरोप है कि मेडिकल के अधिकारी के इशारे पर सारे बवाल हो रहे हैं। आरोप यह भी है कि कुलपति और चीफ प्रॉक्टर को हटाने तक बवाल को हवा दी जा रही है। ताकि बवाली छात्रों की फिर से वापसी के रास्ते साफ हो सकें। यह वहीं छात्र हैं जिनपर रंगदारी, मारपीट, लूटपाट, आगजनी जैसे कई संगीन मामले दर्ज है। रात को वीसी आवास पर पथराव के दौरान डिबार बवाली छात्र यह भी चेतावनी दे रहे थे कि अगर उनकी वापसी नहीं हुई तो वे और आतंक मचाएंगे। घटनाओं के पीछे बीएचयू के ही कुछ शिक्षक, सेंट्रल ऑफिस के आसपास के अधिकारी और कथित छात्र नेताओं का भी हाथ बताया जा रहा है। लंका पुलिस ने बताया कि रात में धन्वंतरि हॉस्टल में कुछ छात्र मेडिकल छात्रों को पीटने के लिए घुसे थे। इस दौरान बाकी तो भाग निकले लेकिन दो- तीन छात्रों को मेडिकोज ने पकड़ कर बंधक बना लिया। आरोप है कि रात भर उनसे मारपीट की गई और सूचना पर सुबह फोर्स ने भीतर घुस कर मेडिकोज को पीटा और छात्रों को मुक्‍त कराया। दैनिक जागरण को मौके से मिली तस्‍वीर में एक का चेहरा खून से लथपथ नजर आ रहा है। पुलिस हालांकि घटना की बाबत बंधक बनाए गए छात्रों से भी पूछताछ कर रही है।

देश के शीर्ष शिक्षण संस्थाओं में शुमार बीएचयू दूसरे दिन सोमवार को भी रणक्षेत्र बन गया। रात नौ बजे सर्जरी वार्ड में जूनियर रेजिडेंट व महिला मरीज के बीच नोक-झोंक से शुरू बवाल देर रात में हिंसक हो गया। मामला …

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परिवहन विभाग में है अधिकारियों का टोटा, कैसे सुधरेगी व्यवस्था

परिवहन विभाग में इस समय अधिकारियों का टोटा चल रहा है। संभागीय परिवहन कार्यालयों में आरटीओ व एआरटीओ के पदों को व्यवस्था के आधार पर चलाया जा रहा है। स्थिति यह है कि सड़क दुर्घटनाओं के लिहाज से संवेदनशील पौड़ी में फिलहाल कोई आरटीओ नहीं है। जिस आरटीओ का यहां तबादला किया गया है, उन्होंने अभी तक यहां ज्वाइनिंग नहीं दी है। वहीं नैनीताल के आरटीओ अल्मोड़ा की भी दोहरी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। बात करें परिवहन मुख्यालय की तो यहां फिलहाल उप परिवहन आयुक्त के तीन पद हैं और तीनों रिक्त चल रहे हैं। विभाग में सबसे अधिक काम फील्ड यानी प्रवर्तन का है लेकिन स्थिति यह कि एआरटीओ प्रवर्तन के स्थान पर की बजाय एआरटीओ प्रशासन के पदों को ही भरने पर जोर है। उत्तराखंड में लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं के मद्देनजर इस समय केंद्र के साथ ही सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट की नजरें प्रदेश सरकारों पर हैं। उत्तराखंड में हाईकोर्ट ने परिवहन विभाग को बाकायदा सड़क दुर्घटनाओं पर रोकथाम के लिए एक गाईडलाइन भी जारी की हुई है। इन दिनों इस गाइडलाइन के अनुसार किसी तरह काम किया जा रहा है, जबकि इन्हें धरातल पर उतारने के लिए संभागीय स्तर से सख्त निगरानी की आवश्यकता है। दरअसल, देखा जाए तो परिवहन विभाग के प्रदेश में चार संभाग हैं। इनमें देहरादून, पौड़ी, नैनीताल और अल्मोड़ा शामिल हैं। सोशल ऑडिट शुरू होते ही गायब हो रहे हैं चाइल्ड केयर एनजीओ यह भी पढ़ें तबादला सत्र के दौरान शासन ने देहरादून और पौड़ी के आरटीओ का आपस में तबादला कर दिया था। इसे नियमविरुद्ध बताते हुए एसके गर्ग ने पौड़ी में ज्वाइनिंग न देते हुए कोर्ट की शरण ली। वहीं, डीसी पठोई ने तुरंत आरटीओ देहरादून का चार्ज संभाल लिया। अब आरटीओ सुधांशु गर्ग हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट से भी निराश हो चुके हैं लेकिन वह अब अवकाश पर चल रहे हैं। इससे पौड़ी आरटीओ का पद खाली चल रहा है। व्यवस्था के तौर पर एआरटीओ ही यह जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। ऐसा ही हाल अल्मोड़ा का भी है। यहां लंबे समय से किसी आरटीओ की तैनाती नहीं हुई है। इसका एक कारण यह है कि विभाग में फिलहाल आरटीओ के पांच पदों के सापेक्ष चार आरटीओ हैं। आरटीओ का पांचवा पद परिवहन मुख्यालय में हैं। यहां सहायक आयुक्त एसके सिंह ही इस जिम्मेदारी को देख रहे हैं। अब बात करें उप परिवहन आयुक्त के पदों की, तो प्रदेश में इनके तीन पद हैं। दो अधिकारी इस पद के पात्र हो चुके हैं लेकिन शासन स्तर से इन पर कोई डीपीसी नहीं हो पाई है। ऐसे में चुनिंदा अधिकारियों पर व्यवस्था चलाने की सारी जिम्मेदारी आ गई है।

परिवहन विभाग में इस समय अधिकारियों का टोटा चल रहा है। संभागीय परिवहन कार्यालयों में आरटीओ व एआरटीओ के पदों को व्यवस्था के आधार पर चलाया जा रहा है। स्थिति यह है कि सड़क दुर्घटनाओं के लिहाज से संवेदनशील पौड़ी …

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गूगल ब्वॉय’, टैलेंट देखकर हर कोई हो गया हैरान मथुरा का ये बच्चा बना चर्चा का विषय.

उन्होंने बताया कि गुरु हिंदी के साथ इंग्लिश भाषा में भी बात करता है. गुरु के पिता अरविंद उपाध्यय ने बताया कि इंग्लिश में जवाब मांगने पर वो उसी भाषा में जवाब देता है. दो साल के इस शार्प मेमोरी वाले बच्चों के जवाब सुनकर हर कोई चकित है और जवाब सुनकर हर कोई दांतों तले अंगुली दबाने को मजबूर है.

‘गूगल ब्वॉय’ के नाम से चर्चा में रहा कौटिल्य के तेज दिमाग के बारे में आपने सुना होगा. उसने छोटी सी उम्र में कई सवालों को सही जवाब देकर लोगों के चकित कर दिया था. लेकिन इन दिनों चर्चा कौटिल्य की …

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पहली बार देर रात खुली कोर्ट, सभी आरोपीयों को चार दिन कि रिमांड पर भेजा, रेवाड़ी सामूहिक बलात्कार मामला…

अन्य पीड़ितों से शिकायत की अपील एसपी भसीन ने अपील की कि आरोपियों को सख्त सजा दिलाने के लिए जरूरी है कि वे अन्य पीड़िताएं भी सामने आएं जिनके साथ यह गिरोह पूर्व में घिनौनी वारदात कर चुका है। मैं उन अभिभावकों व पीड़िताओं से यह अपील करती हूं कि वे खुलकर सामने आए। उनकी पहचान पूरी तरह से गुप्त रखी जाएगी। अभिभावक व पीड़ित महिलाएं व युवतियां पूरे भरोसे के साथ एसआइटी के समक्ष आ सकती है। डॉ. संजीव ने किया था छात्रा का प्राथमिक इलाज दुष्कर्म के दौरान छात्रा की तबितय बिगड़ने पर आरोपियों ने डॉ. संजीव को बुलाकर उसका प्राथमिक उपचार भी कराया था। बावजूद डॉ. संजीव ने पुलिस को सूचना नहीं दी थी। सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को जिस कमरे में अंजाम दी गई वह दीन दयाल का था। इसलिए पुलिस ने डॉ. संजीव और दीन दयाल को भी वारदात में शामिल मानते हुए गिरफ्तार किया है। फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई का अनुरोध करेगी पुलिस एसआइटी इंचार्ज नाजनीन भसीन ने बताया कि आरोपियों को जल्द सजा दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट का अनुरोध करेंगे। क्या प्राथमिकी दर्ज करने में पुलिस ने शुरूआत में लापरवाही की, इस सवाल पर एडीजीपी श्रीकांत जाधव ने कहा कि लापरवाही की जांच की जा रही है। अगर जांच में लापरवाही साबित हुई तो पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। भसीन ने कहा कि जिस कोठरी में सामूहिक दुष्कर्म को अंजाम दिया गया वह कोठरी अपराधों का अड्डा है। पूर्व में भी यहां पर इस तरह की वारदातें होती रही है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में स्वीकार किया कि ट्यूबवैल मालिक दीनदयाल को लंबे समय से अपनी कोठरी में होने वाले दुष्कर्म जैसे अपराधों की जानकारी थी। भसीन ने यह भी कहा कि अभी नाहड़ के विश्राम गृह में एसआइटी का कैंप कार्यालय कायम रहेगा।

देशभर में चर्चा का विषय बने रेवाड़ी सामूहिक दुष्कर्म में महेन्द्रगढ़ कोर्ट ने गिरफ्तार किए गए दोनों मुख्य आरोपियों पंकज फौजी और मनीष को चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। ये पहली बार है कि इस केस …

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