दुनिया

ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध की काट खोजने यूरोप पहुंचा भारतीय दल

ईरान को लेकर अमेरिकी की बढ़ती सख्ती देख भारत भी अपनी भावी रणनीति को लेकर सतर्क हो गया है। ईरान के साथ अपने कारोबारी रिश्तों को देखते भारत अभी से ऐसे विकल्प की तलाश में जुट गया है जिससे अमेरिकी प्रतिबंधों को निष्प्रभावी किया जा सके। इस संबंध में पिछले हफ्ते भारत का उच्चस्तरीय दल यूरोपीय देशों की यात्रा पर गया था ताकि अमेरिकी प्रतिबंधों के बढ़ने के बाद एक साझा नीति तैयार की जा सके। इस दल में विदेश मंत्रालय, पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्रालय और वाणिज्य मंत्रालय के उच्चाधिकारी शामिल थे। भारत खास तौर पर ईरान से आयात होने वाले कच्चे तेल के लिए भुगतान का कोई सुरक्षित रास्ता अख्तियार करना चाहता है ताकि वहां से होने वाले तेल आयात पर कोई खास असर नहीं पड़े। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पिछले हफ्ते दावा किया था, 'भारत किसी देश पर किसी दूसरे देश की तरफ से लगाए गए प्रतिबंधों को नहीं मानता है। हां, अगर संयुक्त राष्ट्र की तरफ से प्रतिबंध लगाया जाता है तो बात दूसरी है।' इसका साफ मतलब है कि भारत ईरान पर अभी अमेरिकी प्रतिबंधों को नहीं मानेगा लेकिन अगर आगे चलकर अमेरिका दूसरे देशों को मना कर संयुक्त राष्ट्र के जरिये ईरान पर प्रतिबंध प्रभावी करता है तो भारत के लिए दिक्कत हो सकती है। यूरोपीय देशों के दौरे पर गए भारतीय दल ने इसी संभावना की काट खोजने की कोशिश की। भारत यह परखने की कोशिश कर रहा है कि प्रतिबंधों के बढ़ने की हालात में यूरोपीय बैंकिंग व्यवस्था के जरिये किस तरह से ईरान को उसके क्रूड के बदले भुगतान किया जा सकता है। अभी भी भारत ईरान से जो तेल खरीदता है, उसके एक हिस्से का भुगतान जर्मनी के बैंकों के जरिये किया जाता है। अभी तक यूरोप के अधिकांश देश ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों को लेकर काफी असहज हैं और इसका खुला विरोध कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि ईरान पर प्रतिबंध को लेकर हम अमेरिका को भी समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि अगर उसकी तरफ से कड़ाई की गई तो यह उसके हितों के ही खिलाफ है। मसलन, भारत चाबहार के रास्ते अफगानिस्तान में शांति कायम करने की जो कोशिश कर रहा है, वह अमेरिका के हितों के मुताबिक है लेकिन प्रतिबंध की वजह से अगर चाबहार पोर्ट का काम प्रभावित होता है तो इसका उल्टा असर हो सकता है। नवंबर, 2017 भारत व अमेरिका के विदेश मंत्रियों की बैठक में भी यह मुद्दा उठा था तब अमेरिका ने भारतीय तर्क को स्वीकार किया था। लेकिन अब अमेरिका का रुख बदला हुआ नजर आ रहा है। सनद रहे कि भारत ने चालू वित्त वर्ष के दौरान ईरान से बड़े पैमाने पर कच्चा तेल खरीदने की तैयारी की थी। अमेरिका नहीं चाहता है कि भारत ईरान से तेल खरीदे।

ईरान को लेकर अमेरिकी की बढ़ती सख्ती देख भारत भी अपनी भावी रणनीति को लेकर सतर्क हो गया है। ईरान के साथ अपने कारोबारी रिश्तों को देखते भारत अभी से ऐसे विकल्प की तलाश में जुट गया है जिससे अमेरिकी …

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SCO शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने दिया सुरक्षा का SECURE मंत्र

इससे पहले शनिवार को पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय वार्ता की. इस द्विपक्षीय वार्ता में दोनों नेताओं ने करीब एक महीने पहले वुहान में हुई पहली अनौपचारिक बैठक में लिए गए निर्णयों के क्रियान्वयन पर चर्चा की. पिछले चार साल में यह दोनों नेताओं की 14वीं मुलाकात है. इस दौरान पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मौजूदगी में दोनों देशों के बीच बाढ़ के आंकड़े उपलब्ध कराने और चावल के निर्यात के नियम सरल बनाने को लेकर समझौतों पर दस्तखत हुए. पहले समझौते में भारतीय राजदूत गौतम बंबावाले और चीनी उप विदेश मंत्री कोंग शौनयू ने हस्ताक्षर किए. इसके बाद दूसरे समझौते में गौतम बंबावाले और चीनी के मंत्री नी यूफेंग ने दस्तखत किए. भारत पिछले साल बना SCO का पूर्ण सदस्‍य बता दें, भारत पिछले साल ही शंघाई सहयोग संगठन (SCO) का पूर्ण सदस्य बना था. SCO के पूर्ण सदस्यों में भारत, चीन, रूस, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, कजाकिस्तान, पाकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं. अफगानिस्तान, मंगोलिया, इरान और बेलारूस पर्यवेक्षक (ऑब्जर्वर) हैं.इससे पहले शनिवार को पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय वार्ता की. इस द्विपक्षीय वार्ता में दोनों नेताओं ने करीब एक महीने पहले वुहान में हुई पहली अनौपचारिक बैठक में लिए गए निर्णयों के क्रियान्वयन पर चर्चा की. पिछले चार साल में यह दोनों नेताओं की 14वीं मुलाकात है. इस दौरान पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मौजूदगी में दोनों देशों के बीच बाढ़ के आंकड़े उपलब्ध कराने और चावल के निर्यात के नियम सरल बनाने को लेकर समझौतों पर दस्तखत हुए. पहले समझौते में भारतीय राजदूत गौतम बंबावाले और चीनी उप विदेश मंत्री कोंग शौनयू ने हस्ताक्षर किए. इसके बाद दूसरे समझौते में गौतम बंबावाले और चीनी के मंत्री नी यूफेंग ने दस्तखत किए. भारत पिछले साल बना SCO का पूर्ण सदस्‍य बता दें, भारत पिछले साल ही शंघाई सहयोग संगठन (SCO) का पूर्ण सदस्य बना था. SCO के पूर्ण सदस्यों में भारत, चीन, रूस, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, कजाकिस्तान, पाकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं. अफगानिस्तान, मंगोलिया, इरान और बेलारूस पर्यवेक्षक (ऑब्जर्वर) हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने एससीओ सदस्य देशों को संबोधित करते हुए कहा कि पड़ोसियों के साथ कनेक्टिविटी पर भारत का जोर है. इस दौरान पीएम मोदी ने …

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कनाडा के PM ट्रूडो पर भड़के ट्रंप, बताया- बेईमान और कमजोर

बता दें कि इससे पहले जस्टिन ट्रूडो ने उत्तरी अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौते (NAFTA) और द्विपक्षीय व्यापार संधि के अमेरिका के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. जिस पर राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि अगर संशोधित NAFTA डील पर हस्ताक्षर किए जाते हैं, तो वह एल्यूमीनियम और इस्पात उत्पादों पर नए लगाए गए 25 प्रतिशत टैरिफ छोड़ देंगे.

कनाडा में हुआ जी-7 देशों का दो दिवसीय शिखर सम्मेलन बड़े विवाद की वजह बन गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो टैरिफ के मसले पर आमने-सामने आ गए हैं और इस लड़ाई में ट्रंप …

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मुलाकात से पहले ट्रंप की किम को चेतावनी

12 जून को सिंगापुर में हो रही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग कि बहुप्रतीक्षित मुलाकात से पहले ट्रंप ने G7 सम्मेलन के दौरान कहा है कि किम जोंग के लिए सिंगापुर शिखर सम्‍मेलन आखिरी मौका है. किम जोंग आज सिंगापुर के लिए रवाना होंगे. डोनाल्‍ड ट्रंप का मानना है कि किम के साथ मुलाकात 'शांति का मिशन' है. इससे पहले भी डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि 12 जून को सिंगापुर में किम के साथ होने वाली उनकी मुलाकात सिर्फ तस्वीरें खिंचाने का अवसर नहीं बल्कि इससे कहीं बढ़कर होगी. ट्रंप ने ये भी कहा था कि, 'सिंगापुर वार्ता सफल रहती है तो अगली मुलाकात व्हाइट हाउस में होगी.' ट्रंप ने इस मुलाकात को लेकर कहा था कि यदि सब ठीक रहा तो वे किम को वाइट हाउस आने का निमंत्रण दे सकते है जिससे दोनों देशो के बीच संबंध और मधुर हो. मुलाकात सिंगापुर के पर्यटक रिसॉर्ट द्वीप सेंटोसा में होगी जिसे दुनियाभर के लगभग 2,500 से अधिक पत्रकार कवर करेंगे. वार्ता को लेकर कई तरह कि अटकले थी और ये मुलाकात पहले रद्द भी हो गई थी. उस वक्‍त ट्रंप ने कहा था कि किम के हाल के बयानों से यह मुलाकात संभव नहीं है. किम का चीन दौरा इसका मुख्य कारण था.12 जून को सिंगापुर में हो रही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग कि बहुप्रतीक्षित मुलाकात से पहले ट्रंप ने G7 सम्मेलन के दौरान कहा है कि किम जोंग के लिए सिंगापुर शिखर सम्‍मेलन आखिरी मौका है. किम जोंग आज सिंगापुर के लिए रवाना होंगे. डोनाल्‍ड ट्रंप का मानना है कि किम के साथ मुलाकात 'शांति का मिशन' है. इससे पहले भी डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि 12 जून को सिंगापुर में किम के साथ होने वाली उनकी मुलाकात सिर्फ तस्वीरें खिंचाने का अवसर नहीं बल्कि इससे कहीं बढ़कर होगी. ट्रंप ने ये भी कहा था कि, 'सिंगापुर वार्ता सफल रहती है तो अगली मुलाकात व्हाइट हाउस में होगी.' ट्रंप ने इस मुलाकात को लेकर कहा था कि यदि सब ठीक रहा तो वे किम को वाइट हाउस आने का निमंत्रण दे सकते है जिससे दोनों देशो के बीच संबंध और मधुर हो. मुलाकात सिंगापुर के पर्यटक रिसॉर्ट द्वीप सेंटोसा में होगी जिसे दुनियाभर के लगभग 2,500 से अधिक पत्रकार कवर करेंगे. वार्ता को लेकर कई तरह कि अटकले थी और ये मुलाकात पहले रद्द भी हो गई थी. उस वक्‍त ट्रंप ने कहा था कि किम के हाल के बयानों से यह मुलाकात संभव नहीं है. किम का चीन दौरा इसका मुख्य कारण था.

12 जून को सिंगापुर में हो रही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग कि बहुप्रतीक्षित मुलाकात से पहले ट्रंप ने G7 सम्मेलन के दौरान कहा है कि किम जोंग के लिए सिंगापुर शिखर सम्‍मेलन आखिरी …

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मिलिए ब्रिटैन में पगड़ी पहन कर परेड करने वाले पहले सैनिक से

ब्रिटेन में गुरदासमान चरणप्रीत सिंह लाल पहले ऐसे सैनिक बने, जिन्होंने मार्च के दौरान हैट की जगह पगड़ी पहनी. मौका था महारानी के आधिकारिक जन्मदिन के मौके पर शनिवार को आयोजित ‘ट्रूपिंग द कलर’ समारोह का जिसमे मार्च के दौरान गुरदासमान चरणप्रीत सिंह लाल ने एक सैनिक के टूर पर शिरकत की और मार्च के दौरान हैट की जगह पगड़ी पहनी. 22 साल के चरणप्रीत इस समारोह में मार्च करने वाले 1,000 सैनिकों में से एक थे. उनकी ये पगड़ी काळा रंग की थी ताकि दूसरे सैनिकों के हैट के रंग से उसका रंग भी मैच कर जाये. अधिकारियो के कहे अनुसार,वह बचपन में ही भारत से ब्रिटेन चले गए थे. चरणप्रीत ने मीडिया को बताया कि पगड़ी पहनकर पार्टिसिपेट करने को लेकर वह गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने आशा जताई कि उनको देखकर अन्य धर्मों और विभिन्न बैकग्राउंड्स से आने वाले लोग भी सेना में आने के लिए प्रेरित होंगे.ला ल ब्रिटेन के लाइकेस्टर में रहते हैं. ब्रिटैन में अब हालत बदल रहे है और गुरदासमान चरणप्रीत सिंह लाल का हैट की जगह पगड़ी पहन कर मार्च करना सचमुच अद्भुत बात है.

ब्रिटेन में गुरदासमान चरणप्रीत सिंह लाल पहले ऐसे सैनिक बने, जिन्होंने मार्च के दौरान हैट की जगह पगड़ी पहनी. मौका था महारानी के आधिकारिक जन्मदिन के मौके पर शनिवार को आयोजित ‘ट्रूपिंग द कलर’ समारोह का जिसमे मार्च के दौरान …

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पाकिस्तान: आतंकी हाफिज़ सईद नहीं लड़ेगा आम चुनाव लेकिन जेयूडी 200 सीटों पर उतारेगी उम्मीदवार

मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की पार्टी जमात-उद-दावा देश भर में राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभा सीटों पर 25 जुलाई को होने वाले आम चुनावों में 200 से ज्यादा उम्मीदवार खड़े कर रही है हालांकि सईद ने खुद चुनाव ना लड़ने का फैसला किया है. आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े जमात-उद-दावा (जेयूडी) ने अपना राजनीतिक दल मिल्ली मुस्लिम लीग (एएमएल) शुरू किया लेकिन इसे अभी तक पाकिस्तान निर्वाचन आयोग में पंजीकृत नहीं किया गया है. आम चुनाव के नजदीक आने के साथ ही इस समूह ने एक निष्क्रिय राजनीतिक दल अल्लाहू-अकबर तहरीक (एएटी) के नाम से चुनाव लड़ने का फैसला किया है जो चुनाव आयोग में पंजीकृत है. जेयूडी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने चुनाव आयोग से नामांकन पत्र ले लिए हैं और वे एएटी के मंच से अपने उम्मीदवार खड़े कर रहे हैं. एमएमएल के प्रवक्ता अहमद नदीम ने कहा,"एमएमएल अध्यक्ष सैफुल्ला खालिद और एएटी प्रमुख अहमद बरी आगामी चुनावों में एएटी के मंच पर संयुक्त रूप से उम्मीदवार खड़े करने पर सहमत हो गए हैं. सीटों के बंटवारे के समझौते के अनुसार, एमएमएल 200 से अधिक शिक्षित उम्मीदवार खड़े करेगी. वे एएटी के चुनाव चिह्न कुर्सी पर चुनाव लड़ेंगे." यह पूछे जाने पर कि क्या सईद की संसदीय चुनाव लड़ने की योजना है, इस पर प्रवक्ता ने कहा,"नहीं, हाफिज की अभी ऐसी कोई योजना नहीं है. एमएमएल पहली बार चुनावों में भाग ले रही है और उम्मीद करते हैं कि हम संसद में जाएंगे. हमें उम्मीद है कि लोग हमारे उम्मीदवारों का चयन करेंगे." जेयूडी को जून 2014 में अमेरिका ने विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था. जेयूडी प्रमुख पर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के कारण एक करोड़ डॉलर का ईनाम भी है.मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की पार्टी जमात-उद-दावा देश भर में राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभा सीटों पर 25 जुलाई को होने वाले आम चुनावों में 200 से ज्यादा उम्मीदवार खड़े कर रही है हालांकि सईद ने खुद चुनाव ना लड़ने का फैसला किया है. आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े जमात-उद-दावा (जेयूडी) ने अपना राजनीतिक दल मिल्ली मुस्लिम लीग (एएमएल) शुरू किया लेकिन इसे अभी तक पाकिस्तान निर्वाचन आयोग में पंजीकृत नहीं किया गया है. आम चुनाव के नजदीक आने के साथ ही इस समूह ने एक निष्क्रिय राजनीतिक दल अल्लाहू-अकबर तहरीक (एएटी) के नाम से चुनाव लड़ने का फैसला किया है जो चुनाव आयोग में पंजीकृत है. जेयूडी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने चुनाव आयोग से नामांकन पत्र ले लिए हैं और वे एएटी के मंच से अपने उम्मीदवार खड़े कर रहे हैं. एमएमएल के प्रवक्ता अहमद नदीम ने कहा,"एमएमएल अध्यक्ष सैफुल्ला खालिद और एएटी प्रमुख अहमद बरी आगामी चुनावों में एएटी के मंच पर संयुक्त रूप से उम्मीदवार खड़े करने पर सहमत हो गए हैं. सीटों के बंटवारे के समझौते के अनुसार, एमएमएल 200 से अधिक शिक्षित उम्मीदवार खड़े करेगी. वे एएटी के चुनाव चिह्न कुर्सी पर चुनाव लड़ेंगे." यह पूछे जाने पर कि क्या सईद की संसदीय चुनाव लड़ने की योजना है, इस पर प्रवक्ता ने कहा,"नहीं, हाफिज की अभी ऐसी कोई योजना नहीं है. एमएमएल पहली बार चुनावों में भाग ले रही है और उम्मीद करते हैं कि हम संसद में जाएंगे. हमें उम्मीद है कि लोग हमारे उम्मीदवारों का चयन करेंगे." जेयूडी को जून 2014 में अमेरिका ने विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था. जेयूडी प्रमुख पर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के कारण एक करोड़ डॉलर का ईनाम भी है.

मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की पार्टी जमात-उद-दावा देश भर में राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभा सीटों पर 25 जुलाई को होने वाले आम चुनावों में 200 से ज्यादा उम्मीदवार खड़े कर रही है हालांकि सईद ने खुद चुनाव …

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सऊदी अरब में फैशन शो ड्रोन ने किया रैंपवॉक, लोगों ने बताया भूतिया शो

सऊदी अरब में महिलाओं पर सालों से कई तरह की पाबंदियां लगी हैं। हालांकि पिछले दिनों में कार चलाने और फिल्म देखने जैसी अनुमतियां मिली हैं, लेकिन फैशन शो में रैंपवॉक की अब भी मनाही है। ऐसे में हाल ही में हुए एक फैशन शो में डिजाइनर्स ने नुमाइश का अनूठा विकल्प खोजा। उन्होंने ड्रेस को ड्रोन के जरिए प्रदर्शित किया। ड्रोन ने एक के बाद एक कई ड्रेस प्रदर्शित की। यहां ऐसा पहली बार हुआ। जानकारी के अनुसार सऊदी अरब के जेद्दा की हिल्टन होटल में हुए इस शो में ड्रोन का उपयोग किया गया। इस शो की तस्वीरें सामने आने के बाद यह सोशल मीडिया में वायरल हो गया और लोग इसे "भूतिया शो" बता रहे हैं। हिल्टन इवेंट्स के प्रवक्ता ने कहा कि होटल बाजार में हर साल रमजान के दौरान यह डिस्प्ले होता है। इस बार प्रदर्शन करने वाली कंपनी ने इसे कुछ अगल तरह से करने का फैसला किया और ड्रोन का उपयोग किया।

सऊदी अरब में महिलाओं पर सालों से कई तरह की पाबंदियां लगी हैं। हालांकि पिछले दिनों में कार चलाने और फिल्म देखने जैसी अनुमतियां मिली हैं, लेकिन फैशन शो में रैंपवॉक की अब भी मनाही है। ऐसे में हाल ही …

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SCO में चीन-पाक की मौजूदगी में आतंकवाद का मुद्दा उठाएंगे पीएम मोदी

चीन में आज से शुरू हो रहे दो दिवसीय शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रवाना हो गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बैठक में उज्‍बेकिस्‍तान, चीन और ताजिकिस्तान के प्रतिनिध‍ियों द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे. हालांकि पाकिस्‍तान के साथ द्विपक्षीय बैठक नहीं होगी. एससीओ शिखर सम्मेलन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश के पूर्ण सदस्य के तौर पर समूह की पहली बैठक में वह भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने को लेकर रोमांचित हैं. मोदी आज चिंगदाओ में एससीओ शिखर सम्मेलन के इतर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे. इस बैठक में दोनों नेता करीब एक महीने पहले वुहान में हुई अनौपचारिक बैठक में लिए गए निर्णयों के क्रियान्वयन का जायजा लेंगे. इंडिया टुडे को एक अध‍िकारी ने बताया कि इस बार भारत का फोकस शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सारे कार्यों और बैठकों में शामिल होने पर रहेगा, क्‍योंकि अबतक भारत सिर्फ एक अवलोकनकारी की भूमिका निभाता आया है. गुरुवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत 'सीमित' और 'शिखर वार्ता' बैठकों का भी हिस्‍सा बनेगा. शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर वार्ता पर चार प्रमुख एजेंडे होते हैं, राजनीतिक, सुरक्षा (आतंकवाद), आर्थ‍िक और सांस्‍कृतिक. भारत की मौजूदगी कनेक्‍ट‍िविटी को बढ़ावा देगी. यह है कार्यक्रम 9 जून को सबसे पहले पीएम नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सेक्रेट्री जनरल राशिद अल‍ीमोव से वार्ता करेंगे. इसके बाद वे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में शामिल देशों के प्रतिनिध‍ियों जिसमें चीन के शी जिनपिंग, उज्‍बेकिस्‍तान के राष्‍ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव, ताजिकिस्तान के राष्‍ट्रपति इमोमाली रहमोन के साथ द्विपक्षीय बैठकों में भाग लेंगे. हालांकि पाकिस्‍तान भी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) का सदस्य है, लेकिन उसके साथ द्विपक्षीय बैठक का कोई कार्यक्रम नहीं है. इसलिए नहीं होगी द्विपक्षीय वार्ता मोदी शी जिनपिंग द्वारा दिए जाने वाले शाही डिनर का भी हिस्‍सा बनेंगे. अप्रैल में वुहान में मिलने के बाद मोदी एक बार फ‍िर शी जिनपिंग से मुलाकात करने वाले हैं. वहीं पाकिस्‍तान के साथ द्विपक्षीय बैठक इसल‍िए नहीं हो रही है क्‍योंकि वहां जुलाई में आम चुनाव होने हैं और वहां अभी केयरटेकर सरकार है. शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में पाकिस्‍तान के राष्‍ट्रपति ममनून हुसैन श‍िरकत कर रहे हैं. आतंकवाद पर फोकस गुरुवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता रवीश कुमार के अनुसार इसबार आतंकवाद के मुद्दे पर ज्‍यादा फोकस रहेगा. इस प्‍लेटफॉर्म का इस्‍तेमाल कर आतंकवाद से लड़ाई मुद्दे पर भी बात होगी. इसके साथ रवीश कुमार ने बताया कि भारत ने क्‍यों पाकिस्‍तान में संपन्‍न हुए शंघाई सहयोग संगठन की एक हालिया बैठक में हिस्‍सा लिया था. यह बैठक शंघाई सहयोग संगठन के रीजनल एंटी टेररि‍स्‍ट स्‍ट्रक्‍चर(RATS) के अंतर्गत हुई थी. रवीश कुमार ने बताया कि इस बैठक में एक टेक्‍न‍िकल टीम भेजी गई थी और यह हमारा कर्तव्‍य बनता है कि हम बहुपक्षीय बैठकों का ह‍िस्‍सा बने, भले ही वे कहीं भी संपन्‍न हो रहे हों. शंघाई सहयोग संगठन की स्‍थापना 2001 में हुई थी. वर्तमान में इसके 8 सदस्‍य हैं, जिसमें भारत, चीन, पाकिस्‍तान, रूस, उज्‍बेकिस्‍तान, ताजिकिस्तान, र्किग‍िस्‍तान, कजाकिस्‍तान शामिल हैं. भारत और पाकिस्‍तान को पिछले साल शामिल किया गया है.

चीन में आज से शुरू हो रहे दो दिवसीय शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रवाना हो गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बैठक में उज्‍बेकिस्‍तान, चीन और ताजिकिस्तान के प्रतिनिध‍ियों द्विपक्षीय …

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इमरान खान पर लगा 5 अरब रूपए का मानहानि का दावा

क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान का विवादों से पुराना नाता है. अब पाकिस्तान में तहरीक - ए - इंसाफ’ पार्टी के प्रमुख इमरान खान के खिलाफ एक पूर्व महिला विधायक ने पांच अरब रूपये का मानहानि का दावा थोक दिया है. महिला के हिसाब से इस साल सीनेट चुनाव के दौरान पूर्व विधायक पर रूपये लेकर बिकने का आरोप लगाया था जिसे लेकर अब ये दावा लगाया गया है. पाक में सबसे बड़े समाचार पत्र डॉन की खबर के मुताबिक खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा की पूर्व सदस्य बीबी फुजिया ने पेशावर जिला एवं सत्र अदालत में शुक्रवार को मानहानि का एक मुकदमा किया. उन्होंने दावा किया है कि खान के अपमानजनक बयान ने उनके राजनीतिक, सामाजिक और पारिवारिक जीवन तथा सामाजिक शख्सियत को बर्बाद कर दिया. मामला इस साल सीनेट चुनाव से जुड़ा है जब इमरान खान ने कहा था कि प्रांतीय विधानसभा में पार्टी के करीब 18 विधायकों ने रूपयों के बदले में अपने वोट बेचे. उस समय जिन लोगो का जिक्र किया गया था और वोट बेचने का आरोप लगा था उनमें पार्टी की विधायक फौजिया भी शामिल थी जो चित्राल सुरक्षित सीट से विधायक चुनी गई थी. फौजिया ने कहा कि खान ने उन पर आरोप लगाया है कि उन्होंने रूपयों के लिए अपना वोट बेचा. हालांकि खान उनके खिलाफ आरोपों की जांच कराने और उसे साबित करने में नाकाम रहे. फौजिया ने नुकसान के रूप में पार्टी प्रमुख से पाकिस्तान में होने वाले 25 जुलाई के आम चुनाव से पहले पांच अरब रूपये का मुआवजा मांगा है. बहरहाल मामले की सुनवाई के लिए 27 जून को होगी.

क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान का विवादों से पुराना नाता है. अब पाकिस्तान में तहरीक – ए – इंसाफ’ पार्टी के प्रमुख इमरान खान के खिलाफ एक पूर्व महिला विधायक ने पांच अरब रूपये का मानहानि का दावा थोक …

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कट गया सिर, फिर भी सांप ने डंस लिया, जानें अनोखा मामला

अमेरिका के टेक्सास में एक अनोखा मामला सामने आया है, जिसमें एक शख्स की जान जाते-जाते बची। यहां एक सांप ने सिर कटने के बावजूद उस शख्स को डंस लिया। इसके फौरन बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां सांप के जहर को काटने के लिए एंटी वेनम के 26 डोज दिए गए। अमेरिका के टेक्सास की रहने वाली जेनिफर सटक्लिफ ने स्थानीय मीडिया को बताया कि उनके पति बाग में काम कर रहे थे, तभी उन्होंने चार फुट लंबे जहरीले सांप को देखा। सांप को मारने के लिए उन्होंने उसका सिर धड़ से अलग कर दिया। जब वो मरे हुए सांप को फेंकने जा रहे थे, तभी सांप के कटे हुए सिर ने उन्हें डंस लिया। सांप के मरने के कई घंटों बाद भी उसका सिर जिंदा रहता है और डंस सकता है। जेनिफर ने बताया कि सांप के डंसने के तुरंत बाद उनके पति को जहर चढ़ गया। इसके बाद कोर्पस क्रिप्टी स्थित उनके घर से एयरलिफ्ट कर अस्पताल ले जाया गया। एक हफ्ते अस्पताल में रहने के बाद अब वो खतरे से बाहर हैं। हालांकि उनकी किडनी में थोड़ी दिक्कत है। यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना में डॉक्टर लेस्ली बॉयर कहते हैं कि सांपों को मारने, खासकर उनका सिर काट देना सही नहीं है। उनके मुताबिक, सांप को काट देना क्रूरता है। साथ ही ये आपके लिए भी खतरनाक हो सकता है, क्योंकि जब आप सांप को काटने के बाद उसके टुकड़े उठाते हैं तो आप उसके जहर के संपर्क में आ सकते हैं।

अमेरिका के टेक्सास में एक अनोखा मामला सामने आया है, जिसमें एक शख्स की जान जाते-जाते बची। यहां एक सांप ने सिर कटने के बावजूद उस शख्स को डंस लिया। इसके फौरन बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां सांप …

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