खेल

क्रिकेट जगत ने देखा बड़ा कारनामा, 4 दिन में हुए ये 4 बड़े उलटफेर

इतना ही नहीं एक दिन बाद ही न्यूजीलैंड की महिला टीम ने एक बार फिर आयरलैंड के खिलाफ 418 रनों का पहाड़ खड़ा कर दिया. महिला क्रिकेट में यह सिर्फ चौथा मौका था जब वनडे इंटरनेशनल मैच में 400 से ज्यादा रन बने हैं. 3. एशिया कप फाइनल में बांग्लादेश ने भारत को दी मात बांग्लादेश की महिलाओं ने रविवार को छह बार के चैंपियन भारत को 3 विकेट से हराकर पहली बार टी-20 एशिया कप का खिताब अपने नाम किया. महिला एशिया कप के इतिहास पहली बार भारत के अलावा किसी अन्य देश ने यह खिताब पर कब्जा किया. 2004 से 2008 तक इस टूर्नामेंट के मुकाबले में 50 ओवर फॉर्मेट के हुआ करते थे, लेकिन 2012 से इसे 20 ओवर का कर दिया गया था. 4. स्कॉटलैंड ने वनडे की नंबर 1 टीम इंग्लैंड को दी मात रविवार को ही स्कॉटलैंड ने आईसीसी रैंकिंग में वनडे की नंबर 1 टीम इंग्लैंड को 6 रन से शिकस्त देकर बड़ा उलटफेर किया. स्कॉटलैंड ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे इंटरनेशनल मुकाबले में पांच विकेट पर 371 का रिकॉर्ड स्कोर बनाया. स्कॉटलैंड को टेस्ट का दर्जा प्राप्त नहीं है. एसोसिएट टीमों की बात करें, तो 350 से ज्यादा का स्कोर करने वाली वह पहली टीम बन गई. स्कॉटलैंड ने एसोसिएट टीम केन्या का रिकॉर्ड तोड़ा, जिसने 1997 में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे में 347/3 का स्कोर खड़ा किया था. स्कॉटलैंड के बड़े स्कोर के जवाब में इंग्लैंड की टीम 365 रनों पर सिमट गई.

पिछले 4 दिनों में क्रिकेट की दुनिया में ऐसे बड़े उलटफेर देखने को मिले जिसने यह साबित कर दिया कि कागजों पर कमजोर मानी जाने वाली टीम भी मैदान पर अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर मजबूत से मजबूत टीम …

Read More »

IND VS AFG : इस बड़ी वजह के कारण रद्द हो सकता है ऐतिहासिक टेस्ट मैच

आगामी 14 जून को भारत और अफगानिस्तान के बीच खेला जाने वाला ऐतिहासिक टेस्ट मैच बारिश के चलते रद्द हो सकता है. बता दे कि भारत से अधिक यह टेस्ट मैच अफगानिस्तान के लिए महत्वपूर्ण हैं. अफगानिस्तान ने अब तक एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला हैं. यहां उसके क्रिकेट इतिहास का पहला टेस्ट मैच हैं. जिस पर फिलहाल बारिश के बादल मंडराते हुए नजर आ रहे हैं. कल अफगानिस्तान टीम ने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी पहुंच कर अभ्यास किया. लेकिन बारिश के चलते ही टीम को समय से पहले वापस लौटना पड़ा. भारत और अफगानिस्तान के बीच खेले जाने वाले मैच पर भी बारिश बाधा बन सकती हैं. इस टेस्ट मैच के लिए अफगानिस्तान टीम पिछले माह ही भारत पहुंच चुकी थी. जहां उसने हाल ही में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ तीन टी-20 मैचों की सीरीज खेली थी. अफगानिस्तान ने इस टी-20 सीरीज में बांग्लादेश को चारों खाने चित कर सीरीज 3-0 से जीती थी. मौसम विभाग ने इस टेस्ट मैच में 1 या 2 दिन बारिश की भविष्यवाणी की हैं. यह टेस्ट मैच 14 जून से बैंगलोर के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाएगा. हालांकि चिन्नास्वामी स्टेडियम बारिश से निपटने में सक्षम हैं. आधुनिक तकनीक से बारिश रूकने के बाद मैच जल्द ही शुरु किया जा सकता हैं.

आगामी 14 जून को भारत और अफगानिस्तान के बीच खेला जाने वाला ऐतिहासिक टेस्ट मैच बारिश के चलते रद्द हो सकता है. बता दे कि भारत से अधिक यह टेस्ट मैच अफगानिस्तान के लिए महत्वपूर्ण हैं. अफगानिस्तान ने अब तक …

Read More »

सुनील छेत्री ने की मेसी की बराबरी

आल टाइम सबसे ज्यादा गोल करने वालों में ये दोनों खिलाड़ी अब 21वें पायदान पर है. 33 साल के छेत्री अब तक खेले गए 102 मैच में 64 अंतरराष्ट्रीय गोल कर चुके है. फाइनल के आठवें और फिर 29वें मिनट में उन्होंने शानदार दो गोल दागे. बात करे प्रति मैच गोल की तो इसमें भी छेत्री मेसी और रोनाल्डो से बेहतर है. वें सभी सक्रिय फुटबॉलरों में सबसे ऊपर है. छेत्री की औसत 0.62 गोल प्रति मैच, मेसी का एवरेज 0.52 वही रोनाल्डो इस मामले में औसत प्रति मैच 0.54 गोल पर मौजूद है.

भारत के उभरते हुए फुटबाल खिलाड़ी सुनील छेत्री ने एक और बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम करते हुए इंटरकॉन्टिनेंटल कप के फाइनल में केन्या के खिलाफ दो गोल दाग कर अर्जेंटीना के दिग्गज लियोनेल मेसी के 64 गोल की बराबरी कर …

Read More »

FIFA वर्ल्ड कप: 40 साल बाद पहली जीत के लिए उतरेगी ट्यूनीशियाई टीम

ट्यूनीशियाई फुटबॉल टीम रूस में होने जा रहे फीफा विश्व कप में 40 साल बाद अपना पहला मैच जीतने के इरादे से मैदान पर उतरेगी. वर्ल्ड कप के मुकाबले 14 जून से शुरू हो जाएंगे. फीफा रैंकिंग में 21वें नंबर पर काबिज ट्यूनीशिया ने 1978 में पहली बार विश्व कप में हिस्सा लिया था, जहां टीम ने एक मैच जीता था. इसके बाद 1998, 2002 और 2006 में टूर्नामेंट में हिस्सा लिया, लेकिन कभी भी ग्रुप चरण से आगे नहीं बढ़ पाई. ट्यूनीशिया 1978 के बाद से अब तक टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं जीत पाई है. अर्जेंटीना में हुए इस विश्व कप में ट्यूनीशिया ने मेक्सिको को 3-1 से हराया था. FIFA वर्ल्ड कप: स्टार रोनाल्डो की पुर्तगाल टीम पहुंची रूस कोच नाबील मालौल के मार्गदर्शन में 12 साल बाद विश्व कप के लिए क्वालिफाई करने वाली ट्यूनीशिया क्वालिफिकेशन दौर में अपने ग्रुप में शीर्ष पर रही थी. टीम ने कोंगो के खिलाफ 2-2 का ड्रॉ खेलकर रूस का टिकट कटाया है. पूर्व मिडफील्डर मालौल ने रणनीति के प्रति सचेत रहने को लेकर टीम निर्माण में काफी मदद की है. इससे उसके प्रशंसकों के अंदर नया आत्मविश्वास आया है और उन्हें उम्मीद है कि वे 40 साल बाद कम से कम एक मैच तो जीत ही सकते हैं. ट्यूनीशिया की सबसे बड़ी कमजोरी टीम में सुपरस्टार का न होना है, जो टीम की जीत का नेतृत्व कर सके. टीम में स्थानीय खिलाड़ियों की भरमार हैं. बहरा बिल्ला एचिलेस करेगा भविष्यवाणी, कौन बनेगा चैंपियन मिडफील्डर यूसीफ मसाकनी और ट्यूनीशिया लीग के सर्वोच्च स्कोरर ताहा यासिन खेनिसी के न होने से टीम को झटका लगा है. डिफेंडर सियाम बेन यूसीफ से टीम को काफी उम्मीदें होंगी. ट्यूनीशिया को बेल्जियम, पनामा और इंग्लैंड के साथ ग्रुप जी में रखा गया है. टूर्नामेंट में टीम को अपना पहला मुकाबला 18 जून को इंग्लैंड के खिलाफ खेलना है. वहाबी खजरी की कप्तानी वाली ट्यूनीशिया में 23 में से 22 खिलाड़ी मुस्लिम हैं.

ट्यूनीशियाई फुटबॉल टीम रूस में होने जा रहे फीफा विश्व कप में 40 साल बाद अपना पहला मैच जीतने के इरादे से मैदान पर उतरेगी. वर्ल्ड कप के मुकाबले 14 जून से शुरू हो जाएंगे. फीफा रैंकिंग में 21वें नंबर …

Read More »

…जब खुद इंजमाम उल हक ने कहा था- मेरा बेटा है सचिन का बड़ा फैन

क्रिकेट की दुनिया में सचिन-वीरू की सलामी जोड़ी का सर्वश्रेष्ठ ओपनिंग जोड़ियों में शुमार होता है. हाल ही में जारी 'व्हाट द डक शो-3' में सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग ने अपने जमाने के कई मजेदार अनुभव शेयर किए हैं. मास्टर ब्लास्टर सचिन ने इस शो के दौरान पाकिस्तानी दिग्गज इंजमाम उल हक का भी जिक्र किया है. उन्होंने इंजमाम की तारीफ करते हुए कहा कि वह भारतीय खिलाड़ियों से काफी इज्जत और प्यार के साथ बातें करते थे. सचिन ने इस दौरान एक दिलचस्प वाकया सुनाया. उन्होंने कहा, 'मुझे याद है जब हम पाकिस्तान के दौरे पर थे, तो लाहौर में पाकिस्तान की टीम के बाद हमारा नेट प्रैक्टिस शुरू होने वाला था. इस बीच इंजमाम मेरे पास अपने बेटे के लेकर आए. इंजमाने ने कहा कि ये लड़का भले ही मेरा हो, लेकिन क्रिकेट में यह अपका फैन है.' सचिन ने कहा, 'इंजमाम की बात सुनकर काफी अच्छा लगा, इसके बाद मैंने अपना थोड़ा वक्त इंजमाम के बेटे के साथ बिताया.' शो के दौरान सहवाग-सचिन, साथ हैं- विक्रम साठये सहवाग ने भी इंजमाम को लेकर एक वाकया शेयर किया. उस सीरीज में सहवाग ने पाकिस्तानी स्पिनर दानिश कनेरिया की गेंदों पर खूब रन बटोरे थे. सहवाग ने बताया कि उन्होंने इंजमाम को कहा कि मिड ऑन को अंदर बुला लो- मुझे छक्का मारना है. इंजमाम न सहवाग की बात को गंभीरता से नहीं लिया और फील्डर को अंदर बुला लिया. फिर क्या था सहवाग ने ओवर की अगली ही गेंद पर छक्का जड़ दिया. इंजमाम के इस फैसले से दानिश बेहद खफा हुए थे. 2011 विश्व कप में भारत की जीत में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का अहम रोल था. इस मैच में धोनी ने युवराज सिंह के स्थान पर खुद नंबर चार पर बल्लेबाजी करने का फैसला किया था. सहवाग इस घटना के गवाह थे. सहवाग उस समय ड्रेसिंग रूम में ही मौजूद थे. सहवाग ने बताया कि यह मास्टरस्ट्रोक किसी और ने नहीं, बल्कि सचिन का था. धोनी ने इस मैच में श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 91 रनों की पारी खेलकर टीम इंडिया को जीत दिलाने में अहम भूमिका दिलाई थी. सचिन ने सहवाग को लेकर कहा कि वह हर समय ड्रेसिंग रूम में कुछ न कुछ बोलते ही रहते थे. सहवाग को चुप कराने के लिए सचिन केले लेकर आते थे. सचिन ने कहा कि वह केले देकर थोड़ी देर के लिए ही सही उनका मुंह बंद कराने में सफल होते थे.

क्रिकेट की दुनिया में सचिन-वीरू की सलामी जोड़ी का सर्वश्रेष्ठ ओपनिंग जोड़ियों में शुमार होता है. हाल ही में जारी ‘व्हाट द डक शो-3’ में सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग ने अपने जमाने के कई मजेदार अनुभव शेयर किए हैं. …

Read More »

आशीष नेहरा ने उमेश यादव को ऐसा क्या कह दिया जो…

भारत के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने इंडियन प्रीमियर लीग में शानदार प्रदर्शन करने वाले तेज गेंदबाज उमेश यादव को ‘सिंगल स्टम्प ’ पर गेंदबाजी पर फोकस करने की सलाह दी है जिसे उमेश ने मान लिया है और वे इसका अभ्यास भी कर रहे है रहे हैं. इस बारे में उमेश यादव ने कहा ,‘हम सभी को पता है कि आशीष नेहरा को तेज गेंदबाजी की कितनी जानकारी है. इस साल आईपीएल के दौरान मैने उनके साथ काफी समय बिताया. उन्होंने मुझे तकनीक को लेकर कई सलाह दी. आईपीएल के दौरान भी मैने उन पर अमल किया.’ उन्होंने कहा ,‘आशीष पाजी ने मुझे कहा कि सटीक गेंदबाजी के लिये सिंगल स्टम्प पर गेंदबाजी का अभ्यास करो. मैंने एसजी टेस्ट और डयूक्स दोनों से ऐसा किया.’ उन्होंने कहा ,‘चूंकि आउटस्विंगर मेरी स्टाक गेंद है तो मैं इसे आफ स्टम्प के पास डालने की कोशिश करता हूं. नेहरा ने मुझे कहा कि हर तरह की पिच पर नयी गेंद से समान लैंग्थ रखना जरूरी है . बहुत कुछ करने की कोशिश में गड़बड़ हो जाती है.’ उन्होंने कहा ,‘मैंने एक चीज महसूस की है. यदि आप बहुत इनस्विंगर नहीं भी डालते हैं लेकिन उस पर काम करते हैं तो बहुत अच्छा है. मैं इससे बल्लेबाजों को और परेशान कर सकता हूं.’

भारत के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने इंडियन प्रीमियर लीग में शानदार प्रदर्शन करने वाले तेज गेंदबाज उमेश यादव को ‘सिंगल स्टम्प ’ पर गेंदबाजी पर फोकस करने की सलाह दी है जिसे उमेश ने मान लिया है और …

Read More »

छुपारुस्तम निकला ये भारतीय क्रिकेटर, इस खूबसूरत लड़की से की सगाई

संदीप शर्मा को फैंस सगाई को लेकर शुभकामनाएं दे रहे हैं. बता दे कि संदीप शर्मा आईपीएल में हैदराबाद के लिए खेलते हैं. वे इसे पहले पंजाब के लिए भी खेल चुके हैं. संदीप उस समय चर्चा का विषय बने थे, तब भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम उन्मुक्त चंद की कप्तानी में विजेता बनी थी. उन्होंने तब टूर्नामेंट में सबसे अधिक विकेट लिए थे. वे फ़िलहाल आईपीएल खत्म होने के बाद क्रिकेट से पूरी तरह दूर हैं. उनकी नजर भारतीय टीम में जगह बनाने पर टिकी हुई हैं.

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेलने वाले तेज गेंदबाज संदीप शर्मा ने अपनी गर्लफ्रेंड से सगाई कर ली हैं. संदीप की गर्लफ्रेंड का नाम ताशा सात्विक है. संदीप ने गुरुवार को गुपचुप गर्लफ्रेंड के साथ …

Read More »

फ्रेंच ओपन : 11वें खिताब से एक कदम दूर नडाल

क्ले कोर्ट के बादशाह माने जाने वाले विश्व नंबर एक राफेल नडाल ने शुक्रवार को साल के दूसरे ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट फ्रेंच ओपन के फाइनल में जगह बना ली। वह अपने 11वें फ्रेंच ओपन खिताब के लिए ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम से मुकाबला करेंगे। मौजूदा विजेता नडाल ने सेमीफाइनल में विश्व नंबर छह अर्जेटीना के जुआन मार्टिन डेल पोत्रो को मात देकर फाइनल में प्रवेश किया। नडाल ने डेल पोत्रो को 6-4, 6-1, 6-2 से मात दी। यह मैच दो घंटे 14 मिनट तक चला। डेल पोत्रो ने पहले सेट में कुछ हद तक नडाल का सामना किया, लेकिन दूसरे सेट में नडाल पूरी तरह से अर्जेटीना के खिलाड़ी पर हावी रहे और 5-0 की बढ़त बनाए हुए थे। इस बीच पोत्रो एक अंक लेने में कामयाब रहे, लेकिन इससे आगे वह नहीं जा सके। तीसरे सेट में भी डेल पोत्रो लाल बजरी के बादशाह के सामने टिक नहीं सके और हार कर फाइनल में जाने से महरूम रह गए। फाइनल में नडाल थिएम से भिड़ेंगे। थिएम पहली बार फाइनल में : क्वार्टर फाइनल में सर्बिया के नोवाक जोकोविक को मात देकर उलटफेर करने वाले इटली के टेनिस खिलाड़ी मार्को सेचिनाटो अपने विजयी क्रम को सेमीफाइनल से आगे नहीं ले जा पाए और थिएम ने उनके सफर को सेमीफाइनल में ही रोक दिया। थिएम ने पहली बार किसी भी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई है। थिएम ने सेचिनाटो को 7-5, 7-6, 6-1 से मात दी। यह मैच दो घंटे 17 मिनट तक चला। पहले दो सेटों में इटली के खिलाड़ी ने टूर्नामेंट में सातवीं वरीयता प्राप्त थिएम को अच्छी टक्कर दी, लेकिन थिएम से कमतर ही साबित हुए। चोट के बाद वापसी से खुश स्टीफंस स्लोन स्टीफंस को पैर की चोट के कारण करीब 11 महीने तक कोर्ट से बाहर रहना पड़ा था। चोट से वापसी करते ही उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और साल के दूसरे ग्रैंडस्लैम के फाइनल में जगह बना ली। 25 वर्षीय अमेरिका की टेनिस खिलाड़ी ने पिछले साल 2017 में यूएस ओपन का खिताब जीता था। अब उनकी नजर फाइनल में सिमोना हालेप को हराकर दूसरा ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने पर होंगी। स्टीफंस ने कहा कि 11 महीने कोर्ट से बाहर रहने के बाद यह अच्छा परिणाम है। मैंने इसके लिए काफी मेहनत की थी और जिंदगी में उतार चढ़ाव आते रहते हैं।

क्ले कोर्ट के बादशाह माने जाने वाले विश्व नंबर एक राफेल नडाल ने शुक्रवार को साल के दूसरे ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट फ्रेंच ओपन के फाइनल में जगह बना ली। वह अपने 11वें फ्रेंच ओपन खिताब के लिए ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम …

Read More »

FIFA World Cup : 32 साल के खिताबी सूखे को खत्म करना चाहेंगे मैसी

सुपरस्टार स्ट्राइकर लियोनेल मैसी भले ही विश्व कप विजेता टीम के सदस्य या कप्तान नहीं रहे हों, लेकिन वह संभवत: अपने आखिरी विश्व कप में अपने देश के लिए 32 साल से चले आ रहे खिताबी सूखे का अंत करना चाहेंगे। विश्व कप के इतिहास में अर्जेंटीनी टीम 16 बार यह टूर्नामेंट खेल चुकी है और दो बार इस खिताब को अपनी झोली में डाला है। लेकिन, 1986 के बाद अर्जेंटीनी टीम ट्रॉफी उठाने से वंचित रही है। अर्जेंटीना विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाडिय़ों में से एक मेसी पर जरूर निर्भर है, लेकिन इस बार मैसी का साथ देने मैनचेस्टर सिटी क्लब के सर्जियो अग्यूरो, गोंजालो हिगुएन भी तैयार हैं। मैसी मैजिक की जरूरत : बचपन में बौनेपन से जूझने वाले वाले मैसी रिकॉर्ड पांच बार फीफा के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर रह चुके हैं और साथ ही रिकॉर्ड पांच बार यूरोपीय गोल्डन शू अवार्ड जीत चुके हैं। मैसी ने बार्सिलोना क्लब के लिए कामयाबियों के नए कीर्तिमान बनाए, लेकिन देश के लिए विश्व कप नहीं जीत पाने की कसक उन्हें कचोटती रही है। अब रूस में होने वाले इस फुटबॉल के महाकुंभ में प्रशंसक उनके मैजिक को देखना चाहेंगे। अपने देश के लिए 2005 में पदार्पण करने वाले मैसी ने 124 मैचों में राष्ट्रीय टीम के लिए सर्वाधिक गोल (64) किए हैं। 10 नंबर की जर्सी में खेलने वाले मैसी की लोकप्रियता दुनिया भर में बढ़ी और लोग उन्हें मैराडोना के समकक्ष या कुछ तो उनसे बेहतर मानने लगे। मैराडोना के पास हालांकि विश्व कप था जो आखिरी बार 1986 में अर्जेंटीना ने मैराडोना के ही दम पर जीता था। मैसी ने 2006, 2010 और 2014 विश्व कप खेला, लेकिन ट्रॉफी हाथ नहीं आई। सबसे ज्यादा दर्दनाक हार चार साल पहले ब्राजील में मिली, जब खिताब से एक जीत की दूरी पर आकर मैसी का सपना जर्मनी ने तोड़ दिया। इन पर भी जिम्मेदारी : 30 वर्षीय मैसी के कंधों पर शुरुआती गोल करके टीम को जल्दी ही बढ़त दिलाने का दारोमदार रहेगा तो टीम के अन्य स्ट्राइकर 30 वर्षीय गोंजालो हिगुएन, 30 वर्षीय सर्जियो अग्यूरो और 24 वर्षीय पाउलो डायबाला को भी मैसी का साथ देना होगा। मेसी के अलावा इन तीनों खिलाडिय़ों पर भी गोल करने की जिम्मेदारी रहेगी। मैसी के बाद गोंजालो टीम के सबसे अनुभवी स्ट्राइकर हैं और वह 2010 व 2014 का विश्व कप खेलकर पांच गोल कर चुके हैं। हालांकि, अग्यूरो के पास भी दो बार विश्व कप खेलने का अनुभव हैं, लेकिन उन्हें इस टूर्नामेंट में अपने पहले गोल का इंतजार है। पाउलो स्ट्राइकरों में सबसे युवा है और अपने पहले विश्व कप में टीम के लिए उपयोगी योगदान देना चाहेंगे। विश्व कप में अर्जेंटीना : अर्जेंटीना की टीम ने पांच बार विश्व कप फाइनल खेला है, लेकिन उसे ट्रॉफी सिर्फ दो बार उठाने का मौका मिला। उसने 1978 में डेनियल पासारेला के नेतृत्व में और 1986 में डिएगो माराडोना की अगुआई में विश्व कप जीता था। मेसी की अगुआई में टीम ने 2014 में अपना पांचवां फाइनल खेला, लेकिन यहां उसे जर्मनी के हाथों अतिरिक्त समय में 0-1 से हार मिली। कोच करो कमाल : पिछले साल मई में अर्जेंटीनी टीम का कोच के रूप में कार्यभार संभालने वाले 58 वर्षीय जॉर्ज साम्पोली को खिताब जीतने के लिए कुछ अलग रणनीति अपनानी होगी। उनके कोच रहते अर्जेंटीना ने 11 मैच खेलते हुए छह में जीत दर्ज की, जबकि दो हारे और तीन ड्रॉ खेले। हालांकि, इस दौरान अर्जेंटीनी टीम ने कम गोल खाए। अर्जेंटीना की टीम के खिलाफ 12 गोल हुए, जबकि उसने 21 गोल दागे। विश्व कप विजेता अर्जेंटीना की टीम के कोच 1978 के लुइस मेनोटी व 1986 में कार्लोस बिलरार्डो रहे। ऐसे में अब साम्पोली के पास भी विश्व कप विजेता कोच बनने का मौका है। कमजोरी पर रणनीति : अर्जेंटीनी टीम का पिछले कुछ समय में डिफेंस काफी कमजोर रहा है जिसके कारण टीम मुख्य टूर्नामेंटों के फाइनल में हारी है। पिछला विश्व कप जीतने से चूकना, पिछले साल कंफेडरेशन कप के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाना और कोपा अमेरिका के 2015 और 2016 का फाइनल हारना टीम के लिए चिंता का सबब है। कोच साम्पोली टीम की इन हारों से सबक लेकर डिफेंस को मजबूत करने की भी कोशिश करेंगे। शैली कुछ अलग : कोच साम्पोली ने इस विश्व कप के लिए खास रणनीति बनाते हुए टीम में अनुभवी खिलाडिय़ों को ज्यादा तवज्जो दी। 23 सदस्यीय टीम में 10 ऐसे खिलाड़ी हैं जो 30 या उससे अधिक उम्र के हैं। इटली के सीरी ए सत्र में संयुक्त रूप से शीर्ष गोल करने वाले खिलाड़ी मॉरो इकार्डी को बाहर किया, जबकि डिफेंडर क्रिस्टियन अंसालदी को शामिल करके सबको चौंका दिया। हालांकि, साम्पोली टीम को 2-2-3-3 और 3-3-1-3 की रणनीति से मैदान पर उतारते हैं, लेकिन इस बड़े टूर्नामेंट में मैदान पर विपक्षी टीम के हिसाब से रणनीति तैयार करेंगे। टूर्नामेंट से पहले झटका : अर्जेंटीना को विश्व कप से पहले उस समय झटका लगा जब उसके मिडफील्डर मैनुएल लैंजिनि शुक्रवार को अभ्यास के दौरान चोटिल हो गए। 25 वर्षीय लैंजिनि के दायें घुटने में चोट लगी है जिसकी वजह से उन्हें विश्व कप से बाहर होना पड़ा। टीम : गोलकीपर : सर्जियो रोमेरो, फ्रैंको अरमानी, विली काबेलेरो डिफेंडर : क्रिस्टियन अंसालदी, मार्कोस रोजो, मार्कोस अकुनिया, निकोलस टैगीलासिफो, ग्रैबियल मर्काडो, निकोलस ओटेमेंडी, जेवियर मासचेरानो, फेडेरिको फाजियो मिडफील्डर : एवर बानेगा, लुकास बिगिला, गियोवानी लो सेल्सो, एडवर्डो साल्वियो, क्रिस्टियन पावोन, मेक्सीमिलियानो मेजा, एंजेल डि मारिया फॉरवर्ड : लियोनेल मैसी , पाउलो डायबाला, सर्जियो अग्यूरो, गोंजालो हिगुएन मुख्य कोच : जॉर्ज साम्पोली कप्तान : लियोनेल मैसी विश्व कप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन : विजेता (1978, 1986) पहले विश्व कप में प्रदर्शन : उपविजेता (1930) पिछले विश्व कप में प्रदर्शन : उपविजेता फीफा रैंकिंग : 05 विश्व कप : 16 बार खेले सेमीफाइनल : 05 फाइनल : 05 विश्व कप विजेता कप्तान : डेनियल पासारेला (1978) और डिएगो मैराडोना (1986) ग्रुप डी : अर्जेंटीना, आइसलैंड, क्रोएशिया, नाइजीरिया अर्जेंटीना का कार्यक्रम बनाम आइसलैंड, 16 जून बनाम क्रोएशिया, 21 जून बनाम नाइजीरिया, 26 जून नंबर गेम : - 77 मैच खेले हैं अर्जेंटीना ने विश्व कप में, जिसमें 42 जीते जबकि 21 हारे। इस दौरान 14 मुकाबले ड्रॉ रहे। विश्व कप में अर्जेंटीना की टीम ने 131 गोल दागे जबकि उसके खिलाफ 84 गोल हुए - 6-3 के स्कोर से अर्जेंटीना ने 1930 के विश्व कप में मेक्सिको को हराया था। यह अर्जेंटीना की विश्व कप के इतिहास में सबसे बड़ी जीत है - 04 विश्व कप खेलने वाले डिएगो मैराडोना अर्जेंटीना के पहले खिलाड़ी हैं। वह अपने देश के लिए सबसे ज्यादा विश्व कप खेलने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने 1982, 1986, 1990 और 1994 के विश्व कप में हिस्सा लिया था - 21 मैच मैराडोना ने विश्व कप में खेले हैं। वह विश्व कप में अर्जेंटीना के लिए सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं। इस दौरान उनकी टीम ने 12 मैच जीते, पांच हारे और चार ड्रॉ रहे।

सुपरस्टार स्ट्राइकर लियोनेल मैसी भले ही विश्व कप विजेता टीम के सदस्य या कप्तान नहीं रहे हों, लेकिन वह संभवत: अपने आखिरी विश्व कप में अपने देश के लिए 32 साल से चले आ रहे खिताबी सूखे का अंत करना …

Read More »

पाकिस्तान को धूल चटा, फाइनल में पहुंची भारत की बेटियां

भारतीय महिला क्रिकेट टीम इन दिनों एशिया कप में अपने हुनर का जलवा बिखेर रही हैं. वह लगातार शानदार प्रदर्शन से विपक्षी टीमों पर भारी पड़ रही हैं. आज खेले गए मुकाबले में उसने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को करारी पटखनी देते हुए एशिया कप के फाइनल में प्रवेश कर लिया हैं. इस मुकाबले में भारतीय टीम के सामने पाकिस्तान पूरी तरह कमजोर नजर आई. और वह भारतीय टीम के सामने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में केवल 72 रन ही बना सकी. पाकिस्तान ने इस दौरान अपने 7 विकेट खोए. जवाब में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को धूल चटाते हुए एशिया कप के फाइनल में जगह बना ली. पाकिस्तान से मिले केवल 73 रनों के लक्ष्य को भारतीय टीम ने 23 गेंदें शेष रहते मात्र 16.1 ओवर में 75 रन बनाकर हासिल कर लिया. इस दौरान भारतीय महिला टीम ने अपने 3 विकेट खोए. आज खेले गए मुकाबले से पहले भारत और पाकिस्तान दोनों ही टीमें एशिया कप की अंक तालिका में छह-छह अंक के साथ पहले दो स्थान पर काबिज थी. भारत की ओर से स्मृति ने 38 रनों की पारी खेली. जबकि कप्तान हरमनप्रीत ने 34 रनों का योगदान दिया. बता दे कि भारतीय टीम के दमदार प्रदर्शन के तहत उसे एशिया कप की ख़िताबी जंग का प्रबल दावेदार माना

भारतीय महिला क्रिकेट टीम इन दिनों एशिया कप में अपने हुनर का जलवा बिखेर रही हैं. वह लगातार शानदार प्रदर्शन से विपक्षी टीमों पर भारी पड़ रही हैं. आज खेले गए मुकाबले में उसने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को करारी पटखनी …

Read More »

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com