PMC Web_Wing

चुनाव लड़ने पर रोक के बाद मुशर्रफ ने एपीएमएल प्रमुख पद से दिया इस्तीफा

पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक और तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एपीएमएल) के प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट ने उन पर 25 जुलाई को प्रस्तावित आम चुनाव लड़ने पर रोक लगाने के बाद इस्तीफा दिया. मुशर्रफ (74) ने पाकिस्तान के चुनाव आयोग को एपीएमएल के प्रमुख के रूप में इस्तीफा भेजा. मुशर्रफ ने यह कदम इसलिए उठाया है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने दुबई में रहने के दौरान पूर्व पीएम कोर्ट के सामने पेश नहीं हो पाए थे. जिसके कारण मुशर्रफ को नामांकन पत्र सौंपने की अनुमति की अंतरिम राहत वापस ले ली. चीफ जस्टिस से कई बार आश्वासन मिलने के बाद भी मुशर्रफ कोर्ट के सामने पेश नहीं हुए थे. जिसके कारण उनका नामांकन रद्द कर दिया गया था. पार्टी के महासचिव रहे मुहम्मद अमजद को पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया है. अब वह पार्टी मामलों के प्रभारी होंगे और 25 जुलाई को प्रस्तावित आम चुनावों में एपीएमएल की भूमिका पर फैसला करेंगे. अमजद ने कहा, "मुशर्रफ ने पेशावर हाई कोर्ट के साल 2013 में उस फैसले के कारण 18 जून को एपीएमएल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है जिसमें उन्हें आजीवन राजनीति से अयोग्य ठहराया गया था."

पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक और तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एपीएमएल) के प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट ने उन पर 25 जुलाई को प्रस्तावित आम चुनाव लड़ने पर रोक लगाने के …

Read More »

दक्षिण कोरिया: पूर्व PM और खुफिया एजेंसी के संस्थापक किम का निधन

दक्षिण कोरिया के पूर्व प्रधानमंत्री और खुफिया एजेंसी के संस्थापक किम जोंग-पिल का निधन हो गया. वो 92 साल के थे. वो दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे हैं. अस्पताल के अधिकारी ली मी-जोंग ने बताया कि सोल के ‘सोनचूयांग यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल’ लाने पर पिल को मृत घोषित कर दिया गया. उन्होंने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री वृद्धावस्था से जुड़ी स्वास्थ समस्याओं से ग्रसित थे. रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल पिल साल 1961 में हुए तख्तापलट का अभिन्न हिस्सा थे, जिससे मेजर जनरल पार्क चुंग-ही सत्ता में आए थे. पार्क के सत्ता में आने के बाद ही किम जोंग-पिल ने ‘कोरियन सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी’ का गठन किया था. View image on Twitter View image on Twitter ANI ✔ @ANI Former South Korean Prime Minister Kim Jong-pil has died at age 92: The Associated Press (file pic) 6:47 AM - Jun 23, 2018 36 See ANI's other Tweets Twitter Ads info and privacy आपको बता दें कि किम खुफिया एजेंसी का इस्तेमाल अपने राजनीतिक विरोधियों को कुचलने में किया करते थे.

दक्षिण कोरिया के पूर्व प्रधानमंत्री और खुफिया एजेंसी के संस्थापक किम जोंग-पिल का निधन हो गया. वो 92 साल के थे. वो दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे हैं. अस्पताल के अधिकारी ली मी-जोंग ने बताया कि सोल के ‘सोनचूयांग यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल’ …

Read More »

PAK में आतंकियों का ऑफिस: हाफिज सईद ने चुनावी दफ्तर का किया उद्घाटन

मुंबई में आतंकी हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद भले ही दुनिया के लिए खूंखार आतंकी हो, लेकिन पाकिस्तान में उसके रसूख में कोई कमी नहीं है और आतंकी गतिविधियों की बदौलत अपनी छवि का फायदा वह वहां हो रहे आम चुनाव में उठाने की फिराक में है. पाकिस्तान में 25 जुलाई को आम चुनाव होने हैं और चुनाव में वहां की राजनीतिक पार्टियां हिस्सा तो ले रही हैं तो वहीं हाफीज सईद जैसा कुख्यात आतंकी भी चुनाव में बड़ी हिस्सेदारी कर संसद में अपनी पहुंच बनाने की फिराक में है. सईद का बेटा हाफिज तल्हा सईद और दामाद हाफिद खालिद वालीद चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. 265 उम्मीदवारों को समर्थन हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) के समर्थन से कई 265 उम्मीदवार चुनावी ताल ठोक रहे हैं, जिसमें उसका बेटा और दामाद भी शामिल है. यह तब है जब अमेरिका ने उसकी आतंकी गतिविधियों के कारण उसे पकड़ने के लिए 10 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है. लेकिन इन सबसे बेफिकर हाफिज सईद चुनावी गतिविधियों में शामिल है. उसने अपने प्रशंसकों के साथ इस्लामाबाद में संसदीय क्षेत्र एनए 53 (नेशनल असेंबली 53) में जमात उद दावा (जेयूडी) समर्थित उम्मीदवार के चुनावी दफ्तर का उद्घाटन किया. इस दौरान हाफिज के साथ अब्दुल रहमान मक्की भी साथ था जो जेयूडी में सेकेंड कमांड है और खुद एक खूंखार आतंकी भी है. https://smedia2.intoday.in/aajtak/images/062018/hafiz-saeed-11_062218050056.jpg साथ ही इस कुख्यात आतंकी का बेट तल्हा सईद एन 91 सरगोधा सीट से चुनाव लड़ रहा है और अब पिता-पुत्र दोनों का बकायदा एक साथ चुनावी पोस्टर भी वहां की सड़कों पर दिखाई दे रहा है. हाफिज अपने बेटे तल्हा के लिए चुनाव प्रचार कर रहा है. चुनावी पोस्टर में हाफिज सईद अपने बेटे के साथ 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमलों में हाफिज सईद को मास्टर माइंड माना जाता है और उसने मिली मुस्लिम लीग (एमएमएल) पार्टी के जरिए पाकिस्तान की राजनीति में घुसने की कोशिश की, लेकिन पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने गृह मंत्रालय की आपत्ति के बाद उसका रजिस्ट्रेशन करने से मना कर दिया. गृहनगर से बेटा मैदान में हाफिज सईद के आतंकी संगठन जेयूडी के समर्थन में कुल 265 उम्मीदवार मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिसमें 80 नेशनल असेंबली और 185 प्रांतीय असेंबली के उम्मीदवार शामिल हैं. इन उम्मीदवारों में उसका बेटा और दामाद भी शामिल हैं जिसका नामांकन चुनाव अधिकारी ने स्वीकार कर लिया है. आतंकी का बेटा तल्हा लाहौर से 200 किलोमीटर दूर सरगोधा के एन 91 सीट से चुनाव लड़ रहा है, जबकि दामाद खालिद वालिद लाहौर में एन 133 सीट से अपनी किस्मत आजमा रहा है. सरगोधा हाफिज सईद का गृह नगर है.

मुंबई में आतंकी हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद भले ही दुनिया के लिए खूंखार आतंकी हो, लेकिन पाकिस्तान में उसके रसूख में कोई कमी नहीं है और आतंकी गतिविधियों की बदौलत अपनी छवि का फायदा वह वहां हो रहे आम …

Read More »

ट्रंप को अब भी नहीं किम पर ऐतबार, उत्तर कोरिया पर 1 साल और जारी रहेगा प्रतिबंध

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग की मुलाकात के बाद भी दोनों देशों के बीच हालात सामान्य नजर नहीं आ रहे हैं. ट्रंप अभी भी किम जोंग पर ऐतबार नहीं कर पा रहे हैं, शायद यही वजह है कि डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया के खिलाफ राष्ट्रीय आपात (नेशनल इमरजेंसी) की अवधि एक साल के लिए और बढ़ा दी है. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उत्तर कोरिया अब भी अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और अर्थव्यवस्था के लिए 'असामान्य और असाधारण' खतरा पेश करता है. ट्रंप की यह टिप्पणी तब आई है जब एक पखवाड़े से भी कम समय पहले उन्होंने सिंगापुर में किम जोंग उन के साथ ऐतिहासिक शिखर वार्ता की जिसमें उत्तर कोरियाई नेता परमाणु निरस्त्रीरकण के लिए राजी हुए. ट्रंप ने कहा कि जब तक परमाणु निरस्त्रीकरण पूरा नहीं होता तब तक वह अधिकतम दबाव बनाने का अभियान जारी रखेंगे और उत्तर कोरिया के खिलाफ कोई भी प्रतिबंध नहीं हटाएंगे. हालांकि, शिखर वार्ता से लौटने बाद ट्रंप ने वार्ता सफल रहने का दावा करते हुए ट्वीट किया था, 'उत्तर कोरिया से परमाणु संबंधी अब कोई खतरा नहीं है. आज रात आराम से सोए.' अब शुक्रवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने स्पष्ट किया कि क्यों प्रशासन उत्तर कोरिया पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लागू रखेगा. बता दें कि यह प्रतिबंध सबसे पहले पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने लगाए थे. ट्रंप ने कहा, 'कोरियाई प्रायद्वीप में हथियारों का प्रसार-प्रयोग, विस्फोटक सामग्री के मौजूद होने तथा उसके खतरे और उत्तर कोरियाई सरकार की नीति के कारण राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति पर अब भी असामान्य एवं असाधारण खतरा बना हुआ है.' उन्होंने कहा कि मैं उत्तर कोरिया के संबंध में एक वर्ष तक प्रतिबंध जारी रख रहा हूं.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग की मुलाकात के बाद भी दोनों देशों के बीच हालात सामान्य नजर नहीं आ रहे हैं. ट्रंप अभी भी किम जोंग पर ऐतबार नहीं कर पा रहे हैं, …

Read More »

शिवपाल ने फिर साधा निशाना, बड़ों की बात मानते तो 2017 में दोबारा CM बनते अखिलेश

समाजवादी पार्टी में नाराज चल रहे शिवपाल सिंह यादव ने अपने भतीजे पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. उन्होंने अखिलेश को सलाह देते हुए कहा कि अगर बुजुर्गों की बात मानी होती तो वह दोबारा सीएम बनते. शिवपाल ने कहा, अखिलेश और उनके चचेरे भाई सांसद धर्मेन्द्र यादव को उन्होंने गोद में खिलाया, परवरिश की, यहां तक कि उनकी शादी भी की, लेकिन युवा पीढ़ी अब किसी की नहीं सुनती है. उन्होंने कहा, 'अगर बड़ों की बात मानी गई होती तो आज प्रदेश में सपा की सरकार होती और अखिलेश मुख्यमंत्री होते और बिहार में भी सपा की सरकार बनी होती. इसलिए हमारी नीचे स्तर तक के पदाधिकारियों के लिए यही सलाह है कि आपस में सभी एकजुट रहें और लोगों को भी एकजुट करें.' शिवपाल ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे सपा के लिए एकजुट होकर काम करें. उन्होंने अखिलेश द्वारा महागठबंधन की कोशिशों के औचित्य से संबंधित सवाल पर कहा कि वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की सूझबूझ पर कोई सवाल नहीं उठाना चाहते. वह पार्टी के हित में सभी लोगों को एकजुट रखना चाहते हैं और वह हमेशा से सपा के लिए समर्पित हैं. इस सवाल पर कि क्या वह सपा में हाशिये पर पहुंच गए हैं, पूर्व मंत्री ने कहा कि अगर वह हाशिये पर होते तो उनके पीछे जनता नहीं होती. वह अब भी जब कहीं जाते हैं तो बड़ी संख्या में लोग उन्हें बिना बताए पहुंच जाते हैं. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव से विवाद होने के बाद शिवपाल यादव पार्टी में बहुत सक्रिय नहीं हैं. इस तनाव का नतीजा यह हुआ कि पार्टी को यूपी चुनावों में शिकस्त झेलनी पड़ी. अखिलेश के सपा अध्यक्ष बनने के बाद शिवपाल यादव पार्टी कार्यालय भी नहीं जाते हैं. हालांकि शिवपाल ने राज्यसभा चुनाव में पार्टी की उम्मीदवार जया बच्चन को वोट दिया और पूर्व सीएम अखिलेश की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी में भी शरीक हुए. कयास लगाए जा रहे हैं कि शिवपाल को पार्टी में जल्द ही वरिष्ठ पद दिया जाने वाला है, लेकिन जिस तरह उन्होंने फिर से अखिलेश पर निशाना साधा है, उसे सकारात्मक तो नहीं कहा जा सकता है.

समाजवादी पार्टी में नाराज चल रहे शिवपाल सिंह यादव ने अपने भतीजे पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. उन्होंने अखिलेश को सलाह देते हुए कहा कि अगर बुजुर्गों की बात मानी होती तो वह दोबारा …

Read More »

NewsWrap: आतंकियों के शव अनजान जगह दफनाने की तैयारी, पढ़ें बड़ी खबरें

NewsWrap: आतंकियों के शव अनजान जगह दफनाने की तैयारी, पढ़ें बड़ी खबरें

सूत्रों के मुताबिक़ कश्मीर घाटी में लश्कर, जैश और हिज्बुल के टॉप कमांडर के मारे जाने पर उनके शव को उनके परिवार को नहीं सौपा जाएगा. बल्कि ऑपरेशन के दौरान ढेर किये जाने के बाद आतंकियों को अनजान जगह पर …

Read More »

उत्तराखंड के मदरसों में भी अब योग की मिलेगी तालीम

उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद में पंजीकृत राज्य के 297 मदरसों में नए सत्र से न सिर्फ योग की कक्षाएं चलेंगी, बल्कि संस्कृत के श्लोकों का वाचन भी होगा। यही नहीं, मदरसों के बच्चों की उंगलियां कंप्यूटर पर भी खूब चलेंगी। मदरसा शिक्षा परिषद ने नए सत्र से मदरसों में योग, कंप्यूटर साइंस व संस्कृत विषयों को पाठ्यक्रम में शामिल करने का निर्णय लिया है। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री यशपाल आर्य ने शुक्रवार को परिषद द्वारा संचालित विभिन्न परीक्षाओं के परिणाम घोषित करने के दौरान पत्रकारों के सवालों के जवाब में यह बात कही। यशपाल आर्य ने कहा कि तालीम से ही व्यक्ति अच्छा इंसान बनता है और हुनरमंद भी। इसे देखते हुए मदरसों में क्वालिटी एजुकेशन पर फोकस किया गया है। इसके बेहतर नतीजे भी सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि नए सत्र से मदरसों में योग, कंप्यूटर साइंस व संस्कृत नए विषय शामिल किए जा रहे हैं। मकसद यही है कि अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा मिले। एक अन्य सवाल पर काबीना मंत्री ने कहा कि राज्य में मदरसा परिषद का एक्ट तैयार हो चुका है। जल्द ही परिषद द्वारा संचालित मुंशी व मौलवी और आलिम (अरबी-फारसी) को शिक्षा विभाग से क्रमशः हाईस्कूल और इंटर के समकक्ष मान्यता देने के संबंध में निर्णय ले लिया जाएगा। इस दिशा में गहनता से प्रयास चल रहे हैं।

उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद में पंजीकृत राज्य के 297 मदरसों में नए सत्र से न सिर्फ योग की कक्षाएं चलेंगी, बल्कि संस्कृत के श्लोकों का वाचन भी होगा। यही नहीं, मदरसों के बच्चों की उंगलियां कंप्यूटर पर भी खूब चलेंगी। …

Read More »

परिवार बढ़ाने के लिए सिपाही ने मांगी छुट्टी!

लगातार काम, दिन-रात ड्यूटी, इसके बाद भी घर परिवार के सुख दुख में शामिल हो पाने का मौका न मिल पाना, इस दर्द का अहसास पुलिसकर्मियों से ज्यादा किसे हो सकता है। पुलिसकर्मियों का यही दर्द परिवार बढ़ाने के लिए छुट्टी की अर्जी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें महोबा के एक सिपाही ने परिवार बढ़ाने के लिए 30 दिन की छुट्टी मांगी है। दुनिया के सबसे खराब कामों की श्रेणी में पुलिसिंग यूं ही शामिल नहीं है। छुट्टी की जद्दोजहद, परिवार से दूरी, उन्हें समय न दे पाने जैसी विषमताओं से वे हमेशा जूझते हैं। ऐसे में परिवार बढ़ाने के लिए छुट्टी की अर्जी सोशल मीडिया पर देखते ही देखते चर्चित हो गई। शहर कोतवाली में तैनात एक सिपाही के नाम से वायरल अर्जी में लिखा है कि वह परिवार बढ़ाने के लिए 30 दिन की छुट्टी चाहता है। पुलिस अधिकारी ने अवकाश स्वीकृत करने की संस्तुति भी की। हालांकि सिपाही ने छुट्टी की ऐसी किसी अर्जी से इन्कार किया है लेकिन, शाम को उसे दस दिन की छुट्टी जरूर मिल गई है। सिपाही का कहना है कि कोई उसे बदनाम करने का प्रयास कर रहा है। 28 वर्षीय फतेहपुर निवासी इस सिपाही की शादी चार साल पहले हुई है। उसे करीब सात महीने से छुट्टी नहीं मिली है और फतेहपुर में रह रही उसकी पत्नी बीमार है। वहीं, एसपी एन. कोलांची का कहना है कि सभी को समय पर छुट्टी दी जाती है। मामला जानकारी में है। सिपाही से पूछताछ की गई है। उसकी अर्जी नहीं है। अर्जी किसने वायरल की, इसकी जांच सीओ को सौंपी है।

लगातार काम, दिन-रात ड्यूटी, इसके बाद भी घर परिवार के सुख दुख में शामिल हो पाने का मौका न मिल पाना, इस दर्द का अहसास पुलिसकर्मियों से ज्यादा किसे हो सकता है। पुलिसकर्मियों का यही दर्द परिवार बढ़ाने के लिए …

Read More »

दबंगो ने आग लगा कर किसान को मारा

मध्य प्रदेश- राजधानी भोपाल के निकट एक गांव में 4 बदमाशों ने दिल दहला देने वाले कारनामें को अंजाम दिया बदमाशों ने 70 वर्ष के एक बृद्ध दलित किसान को जिंदा जला दिया बुरी तरह झुलसे किसान को तत्काल सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया जहां उसको मृत घोषित कर दिया गया. घटना राजधानी से लगे बैरसिया तहसील के परसोरिया घाटखेडी गांव की है मौत का कारण जमीन विवाद बताया जा रहा है. किसान किशोरी लाल जाटव ने आरोपियों को अपने पट्टे की जमीन को जोतने से मना किया था. वारदात के बाद बैरसिया पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ हत्या, खेत पर कब्जा, और एससी.एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. आरोपियों की गिरफ्तार ना हो पाने से गांव में तनाव बढता जा रहा है व नाराज लोगो ने अस्पताल में इकट्ठा हो कर हंगामा शुरू कर दिया जिसके चलते अतरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया.मृतक किसान के बेटे कैलाश ने बताया कि 2002 में सरकार ने परसोरिया जोड स्थित 5 एकड जमीन दी थी तब से ही हम उस पर खेती कर रहै है. इस वर्ष आरोपी तीरन सिंह यादव ने इस पर कब्जा कर खेती करने लगा कल सुबह जब मां तंखिया और पिता किशोरी लाल खेत पर गए तो उन्होने पाया की तीरन उसका बेटा प्रकाश भतीजा संजू और बलबीर ट्रेक्टर से खेत जोत रहे थे पिता ने आपत्ती जताई तो उन्हे धमकाने लगे व आरोपियों ने हाथ पैर पकड कर उन पर पेट्रोल उडेल कर जिंदा जला दिया.मध्य प्रदेश- राजधानी भोपाल के निकट एक गांव में 4 बदमाशों ने दिल दहला देने वाले कारनामें को अंजाम दिया बदमाशों ने 70 वर्ष के एक बृद्ध दलित किसान को जिंदा जला दिया बुरी तरह झुलसे किसान को तत्काल सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया जहां उसको मृत घोषित कर दिया गया. घटना राजधानी से लगे बैरसिया तहसील के परसोरिया घाटखेडी गांव की है मौत का कारण जमीन विवाद बताया जा रहा है. किसान किशोरी लाल जाटव ने आरोपियों को अपने पट्टे की जमीन को जोतने से मना किया था. वारदात के बाद बैरसिया पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ हत्या, खेत पर कब्जा, और एससी.एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. आरोपियों की गिरफ्तार ना हो पाने से गांव में तनाव बढता जा रहा है व नाराज लोगो ने अस्पताल में इकट्ठा हो कर हंगामा शुरू कर दिया जिसके चलते अतरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया.मृतक किसान के बेटे कैलाश ने बताया कि 2002 में सरकार ने परसोरिया जोड स्थित 5 एकड जमीन दी थी तब से ही हम उस पर खेती कर रहै है. इस वर्ष आरोपी तीरन सिंह यादव ने इस पर कब्जा कर खेती करने लगा कल सुबह जब मां तंखिया और पिता किशोरी लाल खेत पर गए तो उन्होने पाया की तीरन उसका बेटा प्रकाश भतीजा संजू और बलबीर ट्रेक्टर से खेत जोत रहे थे पिता ने आपत्ती जताई तो उन्हे धमकाने लगे व आरोपियों ने हाथ पैर पकड कर उन पर पेट्रोल उडेल कर जिंदा जला दिया.

मध्य प्रदेश- राजधानी भोपाल  के निकट एक गांव में 4 बदमाशों ने दिल दहला देने वाले कारनामें को अंजाम दिया बदमाशों ने 70 वर्ष के एक बृद्ध दलित किसान को जिंदा जला दिया बुरी तरह झुलसे किसान को तत्काल सरकारी अस्पताल में भर्ती किया …

Read More »

सस्ते पेट्रोल-डीजल का रास्ता हो सकता तैयार, OPEC देशों की आज बैठक

ऑर्गनाइजेशन ऑफ पेट्रोलियम एक्सपोर्ट‍िंग कंट्रीज अथवा ओपेक देशों के मंत्र‍ियों की आज ऑस्ट्र‍िया के वियना में बैठक है. 14 देशों के इस समूह की बैठक में जो भी फैसला होगा, वो आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती और बढ़ोतरी का रास्ता तैयार करेगा. शुक्रवार को हो रही इस बैठक में एक अहम प्रस्ताव पर चर्चा होनी है, जो अगर पास हो गया तो आपको सस्ते पेट्रोल और डीजल का तोहफा आगे भी मिलता रहेगा. क्रूड प्रोडक्शन बढ़ाने पर जोर ओपेक देशों की बैठक में कच्चे तेल का प्रोडक्शन बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है. भारत भी अपनी तरफ से ओपेक देशों से अपील कर चुका है कि वह कच्चे तेल की आपूर्ति को बेहतर बनाए रखने पर जोर दें. इस खातिर बैठक में एक प्रस्ताव भी लाया जा रहा है. इस प्रस्ताव में कच्चे तेल का प्रोडक्शन बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है. सुधरेगी कच्चे तेल की आपूर्ति अगर यह प्रस्ताव बैठक में पास हो जाता है, तो सभी ओपेक देश कच्चे तेल का प्रोडक्शन बढ़ा देंगे. इससे कच्चे तेल की बेहतर आपूर्ति हो सकेगी. अच्छी सप्लाई होने का फायदा यह होगा कि कच्चे तेल की कीमतों में कटौती की संभावना बढ़ जाएगी. इसका सीधा फायदा घरेलू स्तर पर सस्ते पेट्रोल और डीजल के तौर पर मिलेगा. लेक‍िन ईरान फंसा रहा पेंच सऊदी अरब ने कहा है कि वह कच्चे तेल का प्रोडक्शन बढ़ाने के इस प्रस्ताव को पास करने के लिए जो हो सकेगा, वो करेगा. लेक‍िन दूसरी तरफ, ईरान ने इस प्रस्ताव का विरोध शुरू कर दिया है. उसका कहना है कि वह इस प्रस्ताव का कतई समर्थन नहीं करेगा. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि कई और सदस्य देश भी ईरान का इसमें साथ दे सकते हैं. ईरान के मन की हुई तो... अगर बैठक में ईरान के मन की होती है और प्रोडक्शन बढ़ाने का प्रस्ताव पास नहीं हो पाता है, तो कच्चे तेल की सप्लाई पर इसका असर पड़ना तय है. इससे कच्चे तेल की कीमतें बढ़ सकती हैं. ऐसा होने पर पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से राहत मिलने की उम्मीद कम हो जाएगी. बेनतीजा रहेगी बैठक? ऐसे में देखना होगा कि आज ऑयल प्रोड्यूसर इन 14 देशों की बैठक में क्या फैसला लिया जाता है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह बैठक बेनतीजा साबित हो सकती है. क्योंकि एक तरफ सऊदी अपने रुख पर अड़ा हुआ है. वहीं, ईरान भी प्रोडक्शन न बढ़ाने को लेकर अपना पक्ष मजबूत कर रहा है.

ऑर्गनाइजेशन ऑफ पेट्रोलियम एक्सपोर्ट‍िंग कंट्रीज अथवा ओपेक देशों के मंत्र‍ियों की आज ऑस्ट्र‍िया के वियना में बैठक है. 14 देशों के इस समूह की बैठक में जो भी फैसला होगा, वो आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों …

Read More »

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com