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पाकिस्तान में हरमीत सिंह बने पहले सिख न्यूज एंकर

पाकिस्तान के न्यूज चैनल ने पहली बार किसी सिख युवक को न्यूज एंकर बनाया है। खैबर पख्तुनख्वा प्रांत के चाकेसर शहर के रहने वाले हरमीत सिंह न्यूज एंकर बनकर बेहद खुश हैं। उन्हें न्यूज एंकर बनाने की जानकारी खुद चैनल ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से दी। चैनल ने लिखा,'पाकिस्तान के पहले सिख न्यूज एंकर हरमीत सिंह केवल पब्लिक न्यूज पर।' हाल में मनमीत कौर पाकिस्तान की पहली सिख महिला रिपोर्टर बनी थीं। सिंह ने कहा,'पाकिस्तान में उभरते मीडिया उद्योग के प्रति उनका पहले से रुझान था। मीडिया क्षेत्र में आने के लिए मैंने कोई धार्मिक कार्ड नहीं खेला। मैंने अपनी अलग पहचान बनाने के लिए बहुत मेहनत की है।' मीडिया में उन्होंने अपने करियर की शुरुआत रिपोर्टर के तौर पर की थी। पत्रकारिता में स्नातकोत्तर उन्होंने फेडरल उर्दू यूनिवर्सिटी कराची से किया। सिंह का परिवार पाकिस्तान में ही रहता है लेकिन उनके कुछ रिश्तेदार भारत में भी हैं। पब्लिक न्यूज चैनल के प्रमुख युसुफ बेग मिर्जा ने कहा कि सिंह को उनके बेहतरीन व्यक्तित्व और शानदार आवाज के लिए चुना गया है।

पाकिस्तान के न्यूज चैनल ने पहली बार किसी सिख युवक को न्यूज एंकर बनाया है। खैबर पख्तुनख्वा प्रांत के चाकेसर शहर के रहने वाले हरमीत सिंह न्यूज एंकर बनकर बेहद खुश हैं। उन्हें न्यूज एंकर बनाने की जानकारी खुद चैनल …

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ईश्वर करे बिहार में कोई उथल पुथल न हो-राज्यपाल

बिहार के राज्यपाल कहते हैं, राज्यपाल की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. वह राष्ट्रपति और सरकार के बीच सेतु का काम करता है.' इसके अलावा राज्यपाल के पास मुख्यमंत्री से कम शक्तियां होने के सवाल पर सत्यपाल मलिक ऐसी बात से इनकार करते हैं. उन्होंने साफ कहा कि फ़ेडरल सिस्टम में पावर की ज़्यादा ज़रूरत नहीं होती है और राज्यपाल के पास वर्तमान समय में पर्याप्त शक्ति प्राप्त है. राज्यपाल सत्यपाल मलिक बिहार के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति भी हैं.उन्होंने कहा 'चाणक्य ने कहा कि जब तक व्यवस्था पूरी तरह से ठीक न हो जाए, तब तक शासक को संतुष्ट नहीं होना चाहिए. उच्च शिक्षा के स्तर को लेकर मैं भी संतुष्ट नहीं हूं.' मलिक ने आगे कहा, 'शिक्षा की बदहाली के लिए हम सब दोषी हैं. क्लास ठीक से नहीं हो रहा, पढ़ाई समय पर नहीं हो रही. हमने कुलपतियों की बैठक कर सुधारने के लिए सख़्त क़दम उठाने को कहा है और अब कुलपतियों की बैठक भी हो रही है, जो पहले नहीं होती थी.' उन्होंने कहा था कि अगर लड़कियों को कोई दिक़्क़त हो तो वे सीधे राजभवन फ़ोन करें. इसे लेकर पूछे जाने पर राज्यपाल मलिक ने कहा, 'देखिये उस बात को ग़लत तरीक़े से लाया जा रहा था. आज पुलिस के रवैये को देखिए एक एफआईआर करवाने तक में दिक़्क़त होती है. मैंने कहा था कि अगर कोई समस्या होती है तो उसे दूर करने के लिए मैं हूं. इसका परिणाम हुआ कि तीन दिन बाद बेतिया से एक लड़की का फ़ोन आया. सत्यपाल मलिक कहते हैं, 'मैं ऐसे हाथ धरे नहीं बैठ सकता, लेकिन ये काम सरकार का है. मैं एक और सेंटर नहीं बनना चाहता. मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं, लेकिन किसी लड़की को असहाय नहीं छोड़ सकते.'

बिहार के राज्यपाल कहते हैं, राज्यपाल की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. वह राष्ट्रपति और सरकार के बीच सेतु का काम करता है.’ इसके अलावा राज्यपाल के पास मुख्यमंत्री से कम शक्तियां होने के सवाल पर सत्यपाल मलिक ऐसी बात से …

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अमेरिका हमें न सिखाए तेल कहा से लेना है-ओवैसी

ईरान से भारत को तेल आयात खत्म करने के लिए करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के फरमान पर भारत के एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अमेरिका को आड़े हाथों लेते हुए जमकर खरी खोटी सुनाई है. ज्ञात हो कि अमेरिका ने पिछले हफ्ते ही भारत समेत अन्य देशों को ईरान से तेल आयात नहीं करने की चेतावनी दी थी क्योंकि ईरान पर 4 नवंबर से अमेरिकी प्रतिबंध लगा हुआ है. असदुद्दीन ओवैसी यहाँ ही नहीं रुके और आगे उन्होंने कहा कि भारत की संप्रभुता में दखल देने वाला अमेरिका कौन होता है. भारत की संप्रभुता पर अमेरिका कैसे हस्तक्षेप कर सकता है. ओवैसी ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में जनसभा को संबोधित करते वक़्त यह बयान दिया. साथ ही उन्होंने कहा, ‘अमेरिका कौन होता है भारत को कहने वाला? आप हमें कैसे कह सकते हो कि हम यहां से तेल खरीदे और यहां से नहीं? क्या अमेरिकी राष्ट्रपति को यह कहना चाहिए कि हम कहां से चीजें खरीदें और कहां से नहीं? क्या यह भारत की संप्रभुता में अमेरिका का दखल नहीं है?’ गौरतलब है कि ईराक और सऊदी अरब के बाद भारत ईरान का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है. 2017 से 2018 तक ईरान ने भारत को 18.4 मिलियन टन का कच्चा तेल दिया है

ईरान से भारत को तेल आयात खत्म करने के लिए करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के फरमान पर भारत के एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अमेरिका को आड़े हाथों लेते हुए जमकर खरी खोटी सुनाई है. …

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50 हजार निवेशकों को फ्लैटों की चाबी सौंपेंगे योगी आदित्यनाथ

नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में फ्लैट खरीदने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जुलाई के दूसरे सप्ताह में नोएडा व ग्रेटर नोएडा आकर 50 हजार निवेशकों को उनके फ्लैटों की चाबी सौंपेंगे। मुख्यमंत्री का यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोएडा में सैमसंग की नई यूनिट के उद्घाटन से अलग होगा। हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से पहले आएंगे या बाद में। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री योगी, प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से पहले आकर निवेशकों को फ्लैटों की चाबी सौंपेंगे, ताकि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम के लिए शहर में बेहतर माहौल बनाया जा सके। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर शनिवार को ग्रेटर नोएडा स्थित गौतमबुद्ध विवि में तीनों प्राधिकरण, जिला प्रशासन व पुलिस के आला अफसरों की बैठक हुई। इसमें बिल्डरों को भी बुलाया गया। उन्हें ऐसे निवेशकों की सूची बनाने के निर्देश दिए गए हैं, जो मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद फ्लैटों की रजिस्ट्री करा चुके हैं। नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के बिल्डरों ने 12 सितंबर 2017 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ लखनऊ में बैठक की थी। बिल्डरों ने वादा किया था कि यदि उन्हें कंप्लीशन प्रक्रिया व बकाया धनराशि जमा करने में कुछ राहत दी जाए तो वे 50 हजार निवेशकों को फ्लैट दे सकते हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री ने पचास हजार निवेशकों को फ्लैट देने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद प्राधिकरण ने कंप्लीशन प्रक्रिया को सरल कर दिया। पहले सभी फ्लैटों का निर्माण पूरा होने के बाद कंप्लीशन का प्रावधान था। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद नया प्रावधान किया गया। इसके तहत जितने फ्लैटों का निर्माण पूरा हो चुका है, उन्हें पार्ट में कंप्लीशन दिया गया। इससे जितने फ्लैट बनते जाएंगे, उतने फ्लैटों का निवेशकों को कब्जा दिया जाता रहेगा। बकाया भुगतान के लिए भी प्राधिकरण पार्ट में जमा कराने की व्यवस्था की। ग्रेटर नोएडा में 31600 फ्लैटों का कंप्लीशन दिया जा चुका है। मुख्यमंत्री की 12 सितंबर की घोषणा के बाद इन्हीं रजिस्ट्री शुरू हुई है। करीब 19 हजार फ्लैट नोएडा व यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के बिल्डर प्रोजेक्टों में हैं।

नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में फ्लैट खरीदने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जुलाई के दूसरे सप्ताह में नोएडा व ग्रेटर नोएडा आकर 50 हजार निवेशकों को उनके फ्लैटों की चाबी सौंपेंगे। मुख्यमंत्री का …

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एक साल का हुआ GST, आज सरकार मनाएगी जश्न, कारोबारी दुकान बंदकर जताएंगे विरोध

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) कानून के एक साल पूरा होने के अवसर पर रविवार को पूरे देश में 'जीएसटी दिवस' मनाने का ऐलान किया है. वहीं, यूपी के कानपुर और गुजरात के सूरत समेत देश के की हिस्सों में व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी की है. शनिवार को भी व्यपारियों का विरोध देखने को मिला. दरअसल, सत्ता में आने के साथ हमेशा से चर्चा में रहने वाली मोदी सरकार एक जुलाई 2017 को पूरे देश में जीएसटी लागू कर चर्चा का केंद्र बन गई थी. एक साल में इसने भारतीय कराधान क्षेत्र में अप्रत्याशित सुधारों के प्रति करदाताओं के उत्साह और भागीदारी का पूरी दुनिया में एक बेहतर उदाहरण प्रस्तुत किया है. वित्त मंत्रालय ने बताया कि सरकार एक जुलाई 2018 को 'जीएसटी दिवस' मनायेगी. संसद के केन्द्रीय कक्ष में 30 जून और एक जुलाई 2017 की मध्यरात्रि को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की उपस्थिति में जीएसटी को देश में लागू किया गया था. इस मौके पर दिल्ली के जनपथ स्थित डॉक्टर अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में सुबह 11 बजे जीएसटी की सफलता का जश्न मनाया जाएगा. वित्त मंत्रालय के अनुसार, 'केन्द्रीय रेल, कोयला, वित्त एवं कारपोरेट कार्य मंत्री पीयूष गोयल इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे जबकि वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला भी इस अवसर पर उपस्थित होंगे.' केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोगों को संबोधित करेंगे. जीएसटी में करीब एक दर्जन करों को समाहित किया गया है. केन्द्र स्तर पर लगने वाले उत्पाद शुल्क, राज्यों में लगने वाले मूल्य वर्धित कर (वैट) और कई स्थानीय शुल्कों को जीएसटी में समाहित किया गया. जिसके बाद देश में 'एक राष्ट्र, एक कर' की यह नई प्रणाली लागू हुई. मंत्रालय ने इस अवसर पर कहा है, 'जीएसटी का पहला साल भारतीय करदाताओं के इस अप्रत्याशित कर सुधार की व्यवसथा में भागीदार बनने को लेकर तैयार रहने का बेहतर उदाहरण दिखाता है.' इसमें कहा गया है कि इलेक्ट्रानिक वे-बिल इस प्रणाली के तहत पहले के विभागीय नीतिगत मॉडल से आगे बढ़कर एक 'स्व-घोषित मॉडल' की दिशा में अहम बदलाव है. इसमें ई-वे बिल हासिल कर पूरे देश में माल की बिना किसी रोक टोक के बाधामुक्त आवाजाही सुनिश्चित हो सकती है. देश में अंतरराज्यीय ई-वे बिल व्यवस्था एक अप्रैल 2018 से लागू हुई है जबकि राज्यों के भीतर माल परिवहन के लिये ई-वे बिल लेने की व्यवस्था को 15 अप्रैल से चरणों में लागू किया गया. व्यापारियों ने जताया विरोध इस बीच व्यापारियों ने देश में अलग-अलग जगह विरोध जताते नजर आए. कानपुर में व्यापारियों ने अनोखे तरीके से जीएसटी का विरोध किया. ये कारोबारी घंटाघर के पास भारत माता की मूर्ति के पास इकट्ठा हुए और घंटियां बजाकर विरोध जताया. हाथ में ली गई तख्तियां बता रही थीं कि वो जीएसटी की खामियों का विरोध कर रहे हैं. लेकिन घंटी और घड़िया के साथ विरोध के पीछे उन्होंने एक दिलचस्प तर्क दिया. व्यापारियों ने कहा कि साल भर पहले मोदी सरकार ने जीएसटी को लागू करने का ऐलान घंटा बजाकर किया था. अब वो उनके ही तरीके से घंटियां बजाकर कह रहे हैं कि सरकार जीएसटी की मुश्किलों और खामियों को दूर करे. व्यापारियों की शिकायत है कि आज भी व्यापारियों के ऊपर छापेमारी की जा रही है. कहा गया था कि सभी सामानों पर जीएसटी लगाई जाएगी लेकिन पेट्रोल उत्पाद इससे बाहर हैं. एक साल पूरे होने पर सरकार को अपना वादा पूरा करना चाहिए. गुजरात के सूरत में भी जीएसटी की सालगिरह का उत्साह नहीं दिखा. हीरा और कपड़ा दोनों ही व्यापारियों में मायूसी नजर आई. वहीं, कोयंबटूर में भी जीएसटी के पहले जन्मदिन का स्वागत नहीं हुआ. यहां छोटे व्यापारियों के कारोबार पर बुरा असर पड़ा है. जीएसटी से बढ़ेगा राजस्व: विशेषज्ञ एक तरफ जहां व्यापारी जीएसटी का विरोध कर रहे हैं वहीं, उद्योग और कर विशेषज्ञों ने इसकी सराहना की है. उनकी राय है कि इस अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था से आगे चलकर राजस्व में सुधार होगा और अनुपालन बेहतर होगा. उद्योग मंडल एसोचैम के अध्यक्ष संदीप जाजोदिया ने कहा कि ऐसी आशंकाएं कि जीएसटी से महंगाई बढ़ेगी और उद्योग की आपूर्ति श्रृंखला में बाधा आएगी, अब दूर हो चुकी हैं. कीमतों में जो भी बढ़ोतरी हो रही है वह कच्चे तेल और खाद्य मूल्यों के दबाव की वजह से है. विशेषज्ञों का कहना है कि नए कर ढांचे से अगले तीन से चार साल में कर से जीडीपी अनुपात सुधरेगा. हेलो टैक्स के सह संस्थापक हिमांशु कुमार ने कहा कि जीएसटी एक राष्ट्र एक कर की दिशा में बड़ा कदम है. उत्पादों की कम कीमत के रूप में इसका लाभ उपभोक्ताओं को स्थानांतरित होगा. बेहतर कर अनुपालन से अगले तीन से चार साल में कर कर जीडीपी अनुपात में सुधार होगा. हालांकि, कुमार ने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र पर नए सिरे से ध्यान देने की जरूरत है ताकि अप्रत्यक्ष कर से संबंधित अनुपालन की लागत को कम किया जा सके.

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) कानून के एक साल पूरा होने के अवसर पर रविवार को पूरे देश में ‘जीएसटी दिवस’ मनाने का ऐलान किया है. वहीं, यूपी के कानपुर और गुजरात के सूरत …

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3 दिन बाद फिर अमरनाथ यात्रा शुरू, बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए चौथा जत्था रवाना

भारी बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा में आई रुकावट के बाद रविवार को श्रद्धालुओं का चौथा जत्था रवाना हुआ. सुरक्षा के सख्त इंतजाम के बीच जम्मू से बेस कैंप के लिए यात्रियों का चौथा जत्था रवाना हुआ. इस जत्थे में करीब करीब 3 हजार अमरनाथ यात्री बेस कैंप की तरफ निकले. उनके साथ 90 गाड़ियां रवाना हुईं. यात्रा तीन दिन बाद बहाल हुई है. बारिश की वजह से शनिवार को यात्रा को रोक दिया गया था. रविवार को मौसम खुलने के बाद बेस कैंप से यात्रियों को आगे बढ़ने की इजाजत मिली. इस बीच बिना रजिस्ट्रेशन वाले यात्रियों पर कार्रवाई करते हुए उनहें रामबन और बनिहाल में रोक दिया गया है. जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर 500 गाड़ियां रुकीं बता दें कि वर्षा से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कल कई स्थानों पर भूस्खलन हुए हैं और पत्थर गिरे हैं. भारी बारिश के बाद भूस्खलन के कारण कई जगह रास्ते बंद हो गए हैं. जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर 500 गाड़ियां रुकी हैं. सरकार ने आदेश जारी किया है कि जवाहर टनल से घाटी की तरफ किसी गाड़ी को एंट्री नहीं दी जाए. अधिकारियों ने समय पर कार्रवाई से यह सुनिश्चित किया कि घाटी को देश के अन्य हिस्से से जोड़ने वाली 260 किलोमीटर लंबी यह सड़क खुली रहे. अमरनाथ यात्रा के तीसरे दिन शनिवार को 587 श्रद्धालुओं ने पवित्र हिम शिवलिंग के दर्शन किए. एक अधिकारी ने बताया कि भूस्खलन, फिसलन भरे मार्ग और पत्थर गिरने के कारण श्रद्वालुओं की सुरक्षा को देखते हुए यात्रा को रोक दिया गया था. उन्होंने कहा कि किसी भी तीर्थयात्री को पैदल गुफा मंदिर की ओर बढ़ने नहीं दिया गया, कुछ यात्रियों ने तीर्थयात्रा के लिए हेलीकाप्टर सेवा का इस्तेमाल किया. पहलगाम में फंसे हजारों तीर्थयात्री गत 27 जून से ही रूक रूककर हो रही मानसूनी वर्षा के चलते दक्षिण और मध्य कश्मीर के साथ ही राज्य के कई अन्य हिस्सों में बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया गया है. इसके चलते अमरनाथ यात्रा के दो आधार शिविरों गंदेरबल जिला स्थित बालटाल और अनंतनाग जिले के पहलगाम में हजारों तीर्थयात्री फंसे हुए हैं. लगातार वर्षा के बावजूद दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा के लिए यात्रा 28 जून को तय समय से कई घंटे के विलंब से शुरू हुई. यद्यपि लगातार वर्ष के चलते यात्रा में बार-बार व्यवधान आ रही है. 60 दिवसीय यात्रा का समापन 26 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन होगा. इस बीच जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एन एन वोहरा ने सीईओ उमंग नरूला से श्रद्वालुओं को यात्रा की अनुमति देने से पहले मार्ग की स्थिति और मरम्मत कार्यों की नजदीक से निगरानी करने के निर्देश दिए हैं. जम्मू कश्मीर में बाढ़ जैसे हालात बाढ़ से जम्मू-कश्मीर के हालात काबू से बाहर होते जा रहे हैं. आजतक ने जम्मू-कश्मीर में बाढ़ की ग्राउंड रिपोर्टिंग की है. जहां पिछले चार दिनों से हो रही बरसात ने तबाही मचाई हुई है. जम्मू-कश्मीर के ज्यादातर हिस्सों में 27 जून से रुक-रुककर बारिश हो रही है. इससे झेलम और तवी नदी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी है. यहां की छोटी-छोटी नदियां भी गरज रही हैं. जम्मू में भी तवी नदी फुंफकार रही है. लहरें लगातार किनारों को तोड़ रही है. शनिवार को तवी नदी की बाढ़ में 7 लोग फंस गए. बहाव इतना तेज था कि लहरों में फंसे लोगों के लिए निकल पाना संभव नहीं था. SDRF की टीम ने बचाव ऑपरेशन शुरू किया. ये टीम रस्सी और लाइफ जैकेट लेकर बोट से नदी के उस पार गई. किनारे पर पहुंच कर उसने वहां फंसे लोगों को निकाला. 10 राज्यों में अलर्ट जारी कुदरत के ब्रेक फेल की वजह से लोगों की मुश्किलें कई गुना बढ़ गयी हैं. सूबे में बाढ़ और बारिश से निपटने के इंतजामों को लेकर राज्यपाल एनएन बोहरा ने एक आपात बैठक बुलाई. सिर्फ जम्मू-कश्मीर ही नहीं देश के ज्यादातर हिस्से बारिश के बेहाल हैं. मौसम विभाग ने आज 10 राज्यों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है. मतलब, आसमानी आफत का खतरा अभी टला नहीं है.

भारी बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा में आई रुकावट के बाद रविवार को श्रद्धालुओं का चौथा जत्था रवाना हुआ. सुरक्षा के सख्त इंतजाम के बीच जम्मू से बेस कैंप के लिए यात्रियों का चौथा जत्था रवाना हुआ. इस जत्थे में …

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तेजस्वी यादव से मिले हार्दिक पटेल

शनिवार को पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने तेजस्वी यादव से मुलाकात की. दोनों नेताओं की मुलाक़ात लगभग सवा घंटे तक चली. इस मुलाकात के बाद तेजस्वी और हार्दिक ने मीडिया से चर्चा की. तेजस्वी यादव ने कहा कि गुजरात और बिहार का संबंध दोस्ताना रहा है. यह राज्य गांधी की कर्मभूमि रही है. हार्दिक भी गांधी के रास्ते पर चलते हुए गुजरात से बिहार आए हैं. हम दोनों मिलकर देश से दक्षिणपंथी अधिनायकवाद को खत्म करने के लिए संघर्ष करेंगे. हमारा उद्देश्य समतामूलक समाज का निर्माण है. किसानों और युवाओं के हित के लिए हमारा संयुक्त संघर्ष होगा. गौरतलब है कि हार्दिक पटेल को गुजरात में पटेल आरक्षण आंदोलन के बाद से पहचान मिली है. इसके बाद से ही हार्दिक पटेल राजनीति में सक्रीय नजर आ रहे है. इसके पहले भी हार्दिक अपने बिहार दौरे पर आ चुके हैं. इस बार हार्दिक ने नीतीश कुमार से मुलाकत नहीं की और वो लगातार नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए नजर आये. वहीं नीतीश कुमार ने भी हार्दिक से मिलने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. हार्दिक और तेजस्वी की मुलाकात से राजनितिक गलियारों में भी चर्चा रही. आने वाले समय में इससे कुछ नए समीकरण भी देखने को मिल सकते हैं.

शनिवार को पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने तेजस्वी यादव से मुलाकात की. दोनों नेताओं की मुलाक़ात लगभग सवा घंटे तक चली. इस मुलाकात के बाद तेजस्वी और हार्दिक ने मीडिया से चर्चा की.  तेजस्वी यादव ने कहा कि गुजरात और बिहार का …

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एक घर के 11 लोगों की मौत से सहम उठी दिल्ली

दिल्ली में आज एक घर से 11 लोगों के शव मिलने के बाद सनसनी फैल गई है. दिल्ली के बुराड़ी स्थित एक घर से यह शव मिलने के बाद आसपास के लोगों में दहशत का माहौल है. बताया जा रहा है कि इन 11 लोगों में सभी एक ही परिवार के लोग है. मौके पर पुलिस पहुंच चुकी है और जांच अभी जारी है.  बता दें, दिल्ली में किराना दूकान और प्लायवुड का धंधा करने वाले बुराड़ी में रह रहा यह परिवार जिसमें 7 महिलाऐं थी और 4 पुरुष. पुलिस जब इस मामले में खबर मिलने के बाद मौके पर पहुंची तो पुलिस को 10 शव घर की छत से लटके मिले वहीं 1 शव निचे जमीन पर पड़ा हुआ मिला. इन 11 लोगों में दो भाई और दो पत्नियां और करीब 16 से 17 साल की उम्र के लड़के थे. वहीं अंदेशा लगाया जा रहा है कि जमीन पर पड़ा हुआ शव लड़कों की माँ का है, जो बुजुर्ग है.  लोगों के अनुसार इनकी किराना की दुकान घर के पास में ही, जो हमेशा सुबह 6 बजे खुल जाती है लेकिन आज जब दुकान नहीं खुली तो लोगों ने घर में जाकर देखा तो यह सभी छत से लटके मिले. लोगों ने इस घटना की सुचना पुलिस को दी. जानकारी के अनुसार आज से 22 साल पहले ही यह परिवार राजस्थान से दिल्ली आया था. शवों के पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ हालाँकि मामले को अभी पुलिस दोनों एंगल से देख रही है. 

दिल्ली में आज एक घर से 11 लोगों के शव मिलने के बाद सनसनी फैल गई है. दिल्ली के बुराड़ी स्थित एक घर से यह शव मिलने के बाद आसपास के लोगों में दहशत का माहौल है. बताया जा रहा …

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आखिर स्विस बैंक में ही क्यों ब्लैक मनी जमा कराते हैं धन कुबेर, जानिए

अगर स्विस बैंककर्मी किसी खाते की जानकारी लीक करता है तो उसे छह महीने की कैद के अलावा 50,000 फ्रैंक्स (करीब 34 लाख रुपये) तक का जुर्माना हो सकता है। जानकारी के लिए बता दें कि बैंक गोपनीयता कानून की धारा 47 के अनुसार स्विट्जरलैंड के हर बैंक का कर्मचारी, अधिकारी, बैंकिंग संबंधित संस्थाएं, एजेंट, लेखा-परीक्षक (ऑडिटर) और स्वयं बैंक निगरानी आयोग के सदस्य और कर्मचारी भी गोपनीयता को बनाये रखने के लिए बाध्य हैं।

वर्ष 2017 में भारतीयों की ओर स्विस बैंक में जमा होने वाले पैसों में 50 फीसद की तेजी देखने को मिली है। स्विस बैंक की ओर से नेशनल बैंक की ओर से यह आंकड़ा जारी किया गया है। बैंक के …

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प्राइवेट नौकरी का सुनहरा मौका, 2 लाख रु से अधिक मिलेगा वेतन

मार्केट एक्ससेल डेटा मैट्रिक्स प्राइवेट लिमिटेड) में परियोजना समन्वयक (Project Coordinator) के पद पर वैकेंसी निकाली गई हैं. इसके लिए उम्मीदवारों को 1,80,000 -₹ से 2,30,000 रु वेतन का भुगतान किया जाएगा. रिक्ति का नाम : परियोजना समन्वयक कंपनी का नाम : मार्केट एक्ससेल डेटा मैट्रिक्स प्राइवेट लिमिटेड - चेन्नई, तमिलनाडु वेतन : ₹ 1,80,000 - ₹ 2,30,000 सालाना कार्य सारांश... मार्केट एक्ससेल डेटा मैट्रिक्स प्राइवेट लिमिटेड भारत में शीर्ष 10 मार्केट रिसर्च कंपनियों में से एक है। हम टीम और ऑफिस गतिविधियों को प्रबंधित करने के लिए परियोजना समन्वयक (पुरुष / महिला) की स्थिति के लिए उम्मीदवारों को देख रहे / भर्ती कर रहे हैं। यह एक बिक्री / विपणन नौकरी नहीं है। कोई लक्ष्य नहीं आकर्षक निश्चित वेतन। ज़िम्मेदारी और कर्तव्यों... इस काम के लिए टीम के साथ समन्वय की आवश्यकता होती है और सिस्टम पर रिपोर्ट तैयार करने और बनाए रखने की आवश्यकता होती है। आवश्यक अनुभव, कौशल और योग्यता... स्नातक और ऊपर। अभ्यर्थी कंप्यूटर के साथ कुशल होना चाहिए। उसे एमएस एक्सेल का अच्छा ज्ञान होना चाहिए। लाभ... पीएफ और ईएसआई लाभ। नौकरी के प्रकार: पूर्णकालिक, वॉक-इन नौकरी का प्रकार: पूर्णकालिक वेतन: ₹ 180,000.00 से ₹ ​​230,000.00 / वर्ष नोट : अधिक जानकारी के लिए आप कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर संपर्क कर सकते हैं.

मार्केट एक्ससेल डेटा मैट्रिक्स प्राइवेट लिमिटेड) में परियोजना समन्वयक (Project Coordinator) के पद पर वैकेंसी निकाली गई हैं. इसके लिए उम्मीदवारों को 1,80,000 -₹ से 2,30,000 रु वेतन का भुगतान किया जाएगा.   रिक्ति का नाम : परियोजना समन्वयक कंपनी का नाम …

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