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पाकिस्तानी सादिक खान की जगह भारतवंशी बन सकता है लंदन का मेयर

ब्रिटेन की सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी ने 2020 में लंदन मेयर पद की उम्मीदवारी के लिए 10 संभावित नामों को अंतिम रूप दिया है और इसमें दो भारतवंशी भी हैं. वर्तमान में लेबर पार्टी के पाकिस्तानी मूल के सादिक खान लंदन के मेयर हैं. लखनऊ में जन्मीं कारोबारी रूबी मैकग्रेगोर स्मिथ के साथ ब्रिटिश सिख नेता कुलवीर रेंगर का नाम सामने आया है. अक्टूबर में उम्मीदवार के नाम पर वोट के पहले दावेदारों में ये दो नेता भी हैं. मैक्रग्रेगोर ने अपनी दावेदारी का जिक्र करते हुए कहा, 'इस वक्त ऐसे मेयर की जरूरत है जो धरती के सबसे महान शहर की क्षमता, अवसर और विश्वास को फिर से बहाल कर सके. इसी वजह से मैं लंदन के मेयर पद के लिए दावेदारी जता रही हूं.' रेंगर ने कहा, 'मेरा यहां जन्म हुआ, यहीं पला-बढा हूं, लंदन में ही पढ़ाई की है और यहां के लिए काम किया है. इस सूची का हिस्सा बनकर खुशी हो रही है.' मई 2016 में मेयर के चुनाव में लेबर पार्टी के खान ने कंजरवेटिव पार्टी के उम्मीदवार जैक गोल्डस्मिथ को हराया था. जैक पाकिस्तान के क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान की पूर्व पत्नी जेमिमा खान के भाई हैं. ट्रंप जता चुके हैं खान का विरोध बता दें कि लंदन के पाकिस्तानी मूल के मेयर सादिक खान वही मेयर हैं जिनकी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में निंदा की थी और कहा था कि यह समय 'राजनीतिक रूप से सही होने' का नहीं है. बता दें कि उन्होंने लंदन ब्रिज आतंकी हमलों के मद्देनजर अपने विवादास्पद मुस्लिम यात्रा प्रतिबंध को उचित बताया था. आपको बता दें कि लंदन ब्रिज आतंकी हमलों में करीब 7 लोग मारे गए थे और करीब 50 अन्य घायल हुए हैं. ट्रंप ने कहा कि हमें राजनीतिक रूप से सही होने को विराम देना चाहिए. अपने लोगों की सुरक्षा के लिए काम करना चाहिए. यदि हम ऐसा नहीं करेंगे तो चीजें खराब होंगी. ट्रंप ने कहा था कि 'आतंकी हमले में कम से कम सात लोग मारे गए हैं. 48 अन्य घायल हुए हैं. लंदन के मेयर कहते हैं कि भयभीत होने की कोई जरूरत नहीं है. क्या आपको पता है कि हम इस समय बंदूक पर चर्चा नहीं कर रहे? वह इसलिए क्योंकि हमलावरों ने चाकुओं और एक ट्रक का इस्तेमाल किया है.' वह लंदन के मेयर के बयान का उल्लेख कर रहे थे जिसमें खान ने कहा कि उन्हें लोगों की जान जाने का दुख है. आतंकवादी अपने मकसद में जीत हासिल नहीं कर पाएंगे. मूल रूप से लखनऊ के रहने वाले हैं खान लंदन के मेयर सादिक खान का परिवार मूल रूप से लखनऊ से है. बंटवारे के समय उनके दादा भारत से पाकिस्तान चले गए थे. वहां से सादिक के पिता ब्रिटेन चले गए और वहीं बस गए. सादिक लंदन में 11 साल तक सांसद भी रहे हैं.

ब्रिटेन की सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी ने 2020 में लंदन मेयर पद की उम्मीदवारी के लिए 10 संभावित नामों को अंतिम रूप दिया है और इसमें दो भारतवंशी भी हैं. वर्तमान में लेबर पार्टी के पाकिस्तानी मूल के सादिक खान लंदन …

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गिरफ्तारी के बाद पहली बार जेल में मिले मरियम और शरीफ

एवेनफील्ड प्रॉपर्टीज मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद गिरफ्तार हुए पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आज पहली बार अपनी बेटी मरियम नवाज से मुलाकात की. गिरफ्तारी के बाद पिता और पुत्री की यह पहली मुलाकात है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता सीनेटर परवेज रशीद ने कहा कि उन्होंने और उनकी पार्टी के अन्य नेताओं ने जेल में आज शरीफ परिवार से मुलाकात की. लंदन में 4 लग्जरी फ्लैट के मालिकाना हक को लेकर 6 जुलाई को जवाबदेही अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद शरीफ (68), उनकी बेटी मरियम (44) और दामाद कैप्टन (सेवानिवृत्त) मुहम्मद सफदर रावलपिंडी के आदियाला जेल में क्रमश: 10 वर्ष, 7 वर्ष और 1 वर्ष कैद की सजा भुगत रहे हैं. आदियाला जेल से बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए राशिद ने कहा कि आज पहली बार पिता-पुत्री में मुलाकात हुई. यह तथ्य जेल नियमों के विपरीत है. बता दें कि पाकिस्तान में रावलपिंडी के आदियाला जेल में दोनों को रखा गया है. मरियम के पति रिटायर्ड कैप्टन मुहम्मद सफदर को भी इसी जेल में रखा गया है. राशिद के मुताबिक शरीफ ने जेल से ही देश की जनता से अपील की और कहा कि 25 जुलाई को होने वाले चुनाव में पार्टी को जीत दिलाएं. इस बीच वकीलों का आरोप है कि उन्हें जेल के अधिकारियों ने शरीफ परिवार से मिलने नहीं दिया. वकीलों की टीम वहां सलाह-मशविरे के लिए पहुंची थी. इस टीम में वकील-ख्वाजा हैरिस, साद हाशमी, जाफिर खान और अमजद परवेज शामिल थे.

एवेनफील्ड प्रॉपर्टीज मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद गिरफ्तार हुए पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आज पहली बार अपनी बेटी मरियम नवाज से मुलाकात की. गिरफ्तारी के बाद पिता और पुत्री की यह पहली मुलाकात है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज …

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भारत में मुस्लमान नहीं हैं सुरक्षित-फारुख अब्दुल्ला

देश में इन दिनों मोब लीचिंग के मामले काफी बढ़ गए हैं, बात सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुँच चुकी है, संसद के मानसून सत्र में भी इस मुद्दे को काफी उछाला जा रहा है. इसी मुद्दे पर अब जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री का भी एक विवादित बयान सामने आया है. हमेशा विवादों में रहने वाले फारुख अब्दुल्ला ने कहा है कि भारत में मुसलमान सुरक्षित नहीं हैं, भीड़ पागल कुत्तों की तरह उनके पीछे दौड़कर उन्हें मार रही है. मॉब लिंचिंग की घटनाओं के लिए राजनीति जिम्मेदार: राहुल गाँधी अब्दुल्ला ने आगे कहा कि "भारत अब वो नहीं रहा जिसे हम जानते हैं, यहाँ के मुसलमानों पर अल्लाह रहम करे." इससे पहले संसद में भी मोब लीचिंग को लेकर कांग्रेस और सीपीएम के सांसदों ने काफी हंगामा किया. जिसके जवाब में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मोब लीचिंग के मुद्दे दुर्भाग्यपूर्ण हैं और राज्य स्तर पर इसका कड़ा विरोध किया जाना चाहिए, आरोपियों के खिलाफ दंड के कड़े प्रावधान बनाए जाने चाहिए. मॉब लिंचिंग पर SC का फैसला राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में बढ़ रहे मोब लीचिंग के मामलों की सबसे बड़ी वजह सोशल मीडिया है, जिस तरह से लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर फेक न्यूज़ फैला रहे हैं. उसी से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं. उन्होंने कहा कि हमे फेक न्यूज़ रोकने के लिए सिक्योरिटी चेक सिस्टम लगाने चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लग सके. हालाँकि कांग्रेस समेत विपक्ष के सभी सांसद, गृहमंत्री की इस बात से असंतुष्ट नज़र आए और उन्होंने सत्र से वाक आउट कर दिया.

देश में इन दिनों मोब लीचिंग के मामले काफी बढ़ गए हैं, बात सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुँच चुकी है, संसद के मानसून सत्र में भी इस मुद्दे को काफी उछाला जा रहा है. इसी मुद्दे पर अब जम्मू कश्मीर …

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शिवसेना ने सामना में किया अविश्वास प्रस्ताव पर इशारा

अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने में जुटी मोदी सरकार पर शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिये वार किया है. शिवसेना ने सामना में लिखा है कि इस समय देश में तानाशाही चल रही है. इसका समर्थन करने की जगह वो जनता के साथ जाना चाहेगी. 543 सांसदों वाली लोकसभा में इस वक्त 11 सीटें खाली हैं. य़ानी लोकसभा में सांसदों की मौजूदा संख्या 532 है. इस लिहाज से बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ा 267 सीटों का है. शिवसेना ने साधा मोदी-फडणवीस पर निशाना, कहा-सरकार ला रही जहरीली परियोजनाएं फिलहाल बीजेपी के 272 सांसदों के साथ सरकार के पक्ष में कुल 295 सांसद हैं. ये आंकड़ा 313 का होता. इस लेख में शिवसेना ने अपने इरादे नहीं लिखे है. 147 सांसद विरोध में हैं, और शिवसेना के 18 सांसदों को भी जोड़ा जाये तो गणित 165 होता है. इस बीच गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उद्धव को फोन करने की खबर भी है और शिवसेना के मोदी सरकार के पक्ष में रहने की अटकले लगाई जा रही है. मगर ये अभी अटकले ही है. शिवसेना का पीएम मोदी से सवाल- क्या किसानों की आत्महत्या ही है 'अच्छे दिन'? साफ तस्वीर अभी तक सामने नहीं है. मगर सामना के लेख में बहुत कुछ इशारों में कह दिया गया है. गौरतलब है कि मानसून सत्र के पहले दिन ही विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को सुमित्रा महाजन ने मंजूरी दे दी है.

अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने में जुटी मोदी सरकार पर शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिये वार किया है. शिवसेना ने सामना में लिखा है कि इस समय देश में तानाशाही चल रही है. इसका समर्थन करने की जगह …

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अगस्ता हेलिकॉप्टर डील: मिशेल की वकील का सोनिया को लेकर बड़ा खुलासा

सोनिया

अगस्ता वेस्टलैंड VVIP हेलिकॉप्टर डील में रिश्वतखोरी के मुख्य किरदार की भूमिका संदिग्ध मिशेल की रहने के आरोप है. उसकी वकील रोसमैरी पैट्रिजी और बहन साशा ओजेमैन ने मामले पर एक सनसनीखेज खुलासा किया है. इन दोनों के अनुसार भारतीय …

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LIVE: सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश, शाम 6 बजे होगी वोटिंग

विपक्ष द्वारा सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में बहस कुछ ही देर में होगी। इससे पहले भी राजनीतिक जोड़ घटाव जारी है। सभी दलों के नेताओं का संसद पहुंचने का क्रम जारी है। लोकसभा की कार्यवाही शुरू हो चुकी है और सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया गया है।लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सदन में जानकारी दी कि शाम 6 बजे अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग शुरू होगी। -सदन के भीतर भी कांग्रेस नेता मल्लिकाअर्जुन खड़गे ने अविश्वास प्रस्ताव पर कम समय देने को लेकर शिकायत की। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस को जो वक्त दिया गया है, वो काफी कम है। इस पर से पाबंदी हटनी चाहिए। -इस बीच बीजेडी सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। - लोकसभा की कार्यवाही से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में वरिष्ठ भाजपा नेताओं की संसद में बैठक चल रही है। इस बैठक में राजनाथ सिंह और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह मौजूद हैं। View image on Twitter View image on Twitter ANI ✔ @ANI PM Narendra Modi's meeting with senior BJP leaders including Amit Shah and Rajnath Singh, underway in Parliament. #NoConfidenceMotion 10:46 - 20 Jul 2018 60 15 people are talking about this Twitter Ads information and privacy वहीं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, देश का विश्वास पीएम के साथ है। ईमानदारी से काम करने पर कांग्रेस को परेशानी हो रही है। सदन में सरकार के पास बहुमत है। वहीं राहुल गांधी पर भी उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि, "देखते हैं कि राहुल गांधी के बोलने से कितना बड़ा भूचाल आता है।" सरकार की अहम सहयोगी शिवसेना ने अविश्वास प्रस्ताव पर अपना रुख साफ कर दिया है। संसदीय दल की बैठक में पार्टी प्रमुख उद्वव ठाकरे ने फैसला लिया कि शिवसेना अविश्वास प्रस्ताव पर तटस्थ रहेगी। शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने पार्टी का रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि, "शिवसेना वोटिंग के दौरान गैर हाजिर रहेगी। इसके लिए सांसदों को निर्देश दिए जा चुके हैं। राउत ने कहा कि, सरकार जनता का भरोसा खो चुकी है। सबका पता है कि अविश्वास प्रस्ताव गिर जाएगा, मगर लोकतंत्र में सबको बोलने का अधिकार होता है।" वहीं कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, "सरकार ने सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाया है। आज किसान, युवा सब परेशान हैं। ऐसे में सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है।" - इस बीच भाजपा की तरफ से लोकसभा में राजनाथ सिंह, राकेश सिंह, वीरेंद्र सिंह और अर्जुन मेघवाल अविश्वास प्रस्ताव पर बोलेंगे। वहीं शाम को प्रधानमंत्री मोदी भी अविश्वास प्रस्ताव पर अपनी बात रखेंगे। - मलिल्कार्जुन खड़गे ने कहा कि सदन में बोलने के लिए वक्त कम मिला है लेकिन इस दौरान जनता के मुद्दे सदन में रखेंगे। - भाजपा नेता अनंत कुमार ने कहा कि सरकार के पास बहुमत है। - भाजपा अध्यक्ष अमित साह अन्य नेताओं के साथ संसद पहुंचे। मीडिया के सवालों का जवाब नहीं दिया लेकिन विक्ट्री साइन दिखाया। - सदन में प्रस्ताव पर चर्चा से पहले 10.30 बजे पीएम मोदी भाजपा नेताओं के साथ बैठक करेंगे। - भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि जनता को कांग्रेस पर भरोसा नहीं है। उसके पास अंकगणित नहीं है। - शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि 10.30 से 11 बजे के बीच शिवसेना यह तय करेगी कि क्या करना है। राउत के अनुसार पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे स्वयं बताएंगे की सदन में क्या कदम उठाना है। बता दें कि लोकसभा स्पीकर ने इस प्रस्ताव पर बहस के लिए आज दिन भर का समय दिया है और इस दौरान कौन कितनी देर बोलेगा इस पर भी फैसला हो चुका है। जहां विपक्ष इस प्रस्ताव के बहाने सरकार को कमजोर दिखाने की कोशिश में है वहीं सरकार आज सदन में केवल जीत नहीं बल्कि दो तिहाई बहुमत से प्रस्ताव खारिज कर विपक्ष का मनोबल कमजोर करने की तैयारी में है। सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस सुबह 11 बजे से शुरू होगी और इस अहम मौके पर पीएम मोदी ने ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि संसदीय लोकतंत्रा का आज अहम दिन है। मुझे यकीन है कि मेरे साथी सांसद इस मौके पर खड़े होंगे और एक ठोस, लाभदायक और बाधा रहित बहस करेंगे। हम संविधान निर्माताओं और देशवासियों के आभारी हैं। आज पूरे देश की नजरें हम पर होंगी। Narendra Modi ✔ @narendramodi Today is an important day in our Parliamentary democracy. I am sure my fellow MP colleagues will rise to the occasion and ensure a constructive, comprehensive & disruption free debate. We owe this to the people & the makers of our Constitution. India will be watching us closely. 7:36 AM - Jul 20, 2018 25.5K 10.3K people are talking about this Twitter Ads info and privacy गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में इसका खाका तैयार हुआ और पार्टी के विभिन्न नेता अलग-अलग दलों से बात कर यह सुनिश्चित करने में लगे रहे कि राजग से बाहर खड़े दल भी वोटिंग के वक्त सरकार के साथ रहें। दरअसल, सरकार विपक्ष के लाए अविश्वास प्रस्ताव को बड़ा राजनीतिक हथियार बनाना चाहती है। कुछ उसी लिहाज से भाजपा के प्रतिनिधि कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों पर हमला भी करेंगे। इसमें तुष्टीकरण, सांप्रदायिकता, गरीबोन्मुखी योजनाओं के क्रियान्वयन में कमी जैसे मुद्दे शामिल होंगे। चर्चा के दौरान सरकार की उपलब्धियां भी गिनाई जाएंगी। सरकार की जीत में कोई संशय नहीं है। लेकिन इसे बड़ी जीत बनाने और यह जताने की कोशिश होगी कि राजग और भावी राजग के सामने विपक्षी महागठबंधन की राजनीतिक हैसियत नहीं है। अन्नाद्रमुक आ सकता है साथ : सूत्रों की मानें तो अन्नाद्रमुक को साथ जोड़ा गया है। उसके 37 सांसद अगर समर्थन में वोट देते हैं तो आंकड़ा 350 के पार जा सकता है। संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने इसका संकेत भी दे दिया। उन्होंने कहा-"सोनिया जी का गणित कमजोर है। पहले भी एक बार उन्होंने 272 का दावा किया था लेकिन वह पूरा नहीं हुआ। बाद में राजग सरकार को जरूर 300 से ज्यादा वोट मिले थे। बीस साल बाद इतिहास खुद को दोहराएगा। हमें सुदूर दक्षिण, दक्षिण और पूर्व से भी समर्थन मिलेगा और लोग भौंचक होंगे।" उन्होंने दलों के नाम नहीं बताए लेकिन माना जा रहा है कि अन्नाद्रमुक से समर्थन का संकेत मिल गया है। बीजद व टीआरएस वोटिंग से दूर, शिवसेना का असमंजस! गुरुवार देर शाम तक की स्थिति में माना जा रहा है कि बीजद और टीआरएस वोटिंग से दूर रहेंगे। जबकि शिवसेना दिन-भर असमंजस में रही। दिन में घोषणा की कि वह सरकार का समर्थन करेगी लेकिन देर रात यह बयान जारी कर दिया कि पार्टी इस बारे में किसी फैसले पर नहीं पहुंची है। हालांकि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से इस बारे में बात की थी। तय हुआ बोलने का समय लोकसभा में शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव को लेकर होने वाली चर्चा में कौन पार्टी कितना बोलेगा, इसे लेकर लोकसभा अध्यक्ष ने समय तय कर दिया है। बिना लंच ब्रेक के कुल चर्चा के लिए सात घंटे का वक्त तय किया गया है। जिसे सदन की सहमति से थोड़ा बढ़ाया जा सकता है। चर्चा के लिए पार्टी की शक्ति के आधार पर समय तय किया जाता है। उसके अनुसार हर दल के लिए नियत समय इस प्रकार है -- भाजपा- 3 घंटे 33 मिनट कांग्रेस- 38 मिनट एआइएडीएमके- 29 मिनट तृणमूल कांग्रेस- 27 मिनट बीजू जनता दल- 15 मिनट शिवसेना- 14 मिनट टीडीपी- 13 मिनट टीआरएस- 9 मिनट भाजपा के सात-आठ वक्ता होंगे : अपना संख्या बल बनाए रखने को भाजपा जहां बुधवार से ही अपने सांसदों की राज्यवार बैठक कर रही थी, वहीं बहस के दौरान विपक्ष को करारा जवाब देने के लिए वक्ताओं की सूची कुछ इस तरह तैयार की गई है कि सभी अहम राज्यों का प्रतिनिधित्व दिखे। सूत्र बताते हैं कि भाजपा की ओर से कम से कम सात-आठ वक्ता होंगे। यह राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे चुनावी राज्यों से भी होंगे। और गृह मंत्री राजनाथ सिंह, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह मस्त जैसे बड़े नाम भी शामिल होंगे।

विपक्ष द्वारा सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में बहस कुछ ही देर में होगी। इससे पहले भी राजनीतिक जोड़ घटाव जारी है। सभी दलों के नेताओं का संसद पहुंचने का क्रम जारी है। लोकसभा की कार्यवाही …

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ऑपरेशन ऑल आउट से बौखलाए जैश के आतंकी, घाटी में कर सकते हैं धमाके

कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों के ऑपरेशन ऑल आउट का आलम ये है कि आतंकी दुम दबाकर इधर-उधर जंगलों में भाग रहे हैं और अपनी जान बचाने के लिए नए पैतरे खोज रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक घाटी में मौजूद जैश ए मोहम्मद के खूंखार आतंकी बौखलाहट में सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए आईईडी ब्लास्ट लर सकते हैं. सुरक्षाबलों ने इसके लिए अलर्ट भी जारी किया है. जैश के ट्रेनिंग कैंप में ली ट्रेनिंग खुफ़िया सूत्रों ने जानकारी दी है कि जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी पुलवामा, अवंतीपुरा, शोपियां में आईईडी ब्लास्ट करके सुरक्षाबलों को निशाना बना सकते हैं. यह सब काम जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ओजीडब्लू यानी ओवर ग्राउंड वर्कर की मदद से अंजाम दे सकते हैं. खुफिया सूत्रों ने आज तक को जानकारी दी है कि जैश-ए-मोहम्मद का आईईडी मास्टरमाइंड अबू बकर ओवर ग्राउंड वर्कर की मदद से शोपियां, पुलवामा और अवंतीपुरा में आईईडी के जरिए सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की तैयारी में जुटा है. इसके लिए अबू बकर ने पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में जैश के ट्रेनिंग कैंप न्याली में आईईडी असेम्बल करने और ब्लास्ट करने की ट्रेनिंग ली है. जैश-ए-मोहम्मद सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की फ़िराक में क्यों? जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन ऑल आउट के तहत इस साल 112 आतंकियों को ढेर किया है, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के लोकल और विदेशी आतंकी मारे गए हैं. सुरक्षा सूत्रों ने जानकारी दी है कि 35 से ज्यादा जैश के आतंकियों को सुरक्षाबलों ने ढेर किया है. इन 35 मारे गए जैश के आतंकियो में 30 आतंकी तो विदेशी यानी पाकिस्तानी हैं. आज तक के पास जैश-ए-मोहम्मद के कश्मीर घाटी में मारे गए पाकिस्तानी आतंकवादियों की पूरी लिस्ट मौजूद है, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण नाम छोटू उर्फ कारी मुश्ताक, मोहम्मद आदिल उर्फ मोहम्मद भाई, राशिद भाई उर्फ खालिद खान, उमर खालिद, यासिर, अशफाक अहमद खान उर्फ हरीश खान, आबिद मकबूल भट्ट उर्फ उमर भाई शामिल हैं. ये सब पाकिस्तान से आए हुए आतंकी हैं, जिनको सुरक्षाबलों ने इस साल ढेर किया है. जैश के आतंकियों के इस तरह मारे जाने की वजह से जैश के आतंकी चुपचाप ओवर ग्राउंड वर्कर की मदद से आईईडी ब्लास्ट कर सुरक्षाबलों को भारी नुकसान पहुंचाने की फ़िराक में है. सुरक्षाबलों ने खुफिया इंटरसेप्ट के बाद ऐसे खतरे से निपटने के लिए अपनी कमर कस ली है. पाकिस्तान भारत-पाक सीमा पर गोलीबारी का शिकार उन निहत्थे लोगों को बना रहा है जो अपने जीवन यापन के लिए बॉर्डर के सटे गांव में रहते हैं. खुफिया जानकारी के मुताबिक एक ओर जहां पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आम लोगों को निशाना बनाने में जुटा हुआ है, तो वहीं दूसरी तरफ कश्मीर घाटी के लिए उसने अलग प्लान तैयार किया है. खुफिया रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई पाक अधिकृत कश्मीर के नयाली में 150 जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों को विशेष तरीके की ट्रेनिंग दिलवा रहा है. इस ट्रेनिंग के बाद इन आतंकवादियों को सीमा पार से घुसपैठ कराने का प्लान है. इस ट्रेनिंग में आतंकियों का ब्रेनवॉश करने के लिए जैश-ए-मोहम्मद का सेकंड इन कमांड "अब्दुल रऊफ" कई बार नायली इस आतंकी कैंप का दौरा कर चुका है. ख़ुफ़िया सूत्रों के मुताबिक़ पाकिस्तान अब कश्मीर घाटी में इसलिए जैश के आतंकियों पर ज्यादा भरोसा कर रहा है, क्योंकि जैश के आतंकियों को पाक आर्मी और आईएसआई के निर्देश के अनुसार खास तरीके की ट्रेनिंग दी जा रही है. सूत्रों के मुताबिक़ पीओके से भर्ती किए गए आतंकियों को टेक्निकल ट्रेनिंग के लिए जैश ए मोहम्मद के आका उनको बहावलपुर में अपने हेड ऑफिस के अंडरग्राउंड टेक रूम में "टेक्निकल वॉर" की ट्रैनिंग देकर आगे की ट्रेनिंग के लिए भेजते हैं. यहीं पर शामिल किए गए आतंकियों का ब्रेनवॉश भी किया जाता है. सूत्रों के मुताबिक पहले चरण की ट्रेनिंग के बाद जैश-ए-मोहम्मद अपने जिहादी ग्रुप को ग्राउंड ट्रेनिंग के लिए पीओके के कैंप में भेजती है. यहीं पर इनको भारतीय सुरक्षाबलों पर फ़िदायीन हमले करने के लिए उकसाया भी जाता है.

कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों के ऑपरेशन ऑल आउट का आलम ये है कि आतंकी दुम दबाकर इधर-उधर जंगलों में भाग रहे हैं और अपनी जान बचाने के लिए नए पैतरे खोज रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक घाटी में मौजूद जैश …

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अविश्वास प्रस्ताव के पीछे राहुल गांधी का ये है गेम प्लान

मॉनसून सत्र के तीसरे दिन यानी आज अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है, ऐसे में सदन सत्र हंगामेदार रह सकता है. वहीं, विपक्ष अपने ही द्वारा शुरू किए गए खेल में फंस सकता है. दरअसल, विपक्ष के पास संख्या बल नहीं है, ऐसे में सवाल उठता है कि अविश्वास प्रस्ताव से विपक्ष का कौन-सा हित सधने वाला है? आखिरी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का गेम प्लान क्या है? गौर हो कि राहुल गांधी ने अपने एक बयान में कहा था कि मुझे बस 15 मिनट का मौका दे दें, भूकंप आ जाएगा. तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए 15 मिनट का वो वक्त आ गया है, जिसकी पिछले कई महीनों से वो मांग कर रहे थे. आज देश देखेगा कि राहुल अपने 15 मिनट के भाषण में कैसा भूकंप ला पाते हैं क्योंकि अब तक राहुल संसद से ज्यादा संसद के बाहर गरजते नजर आए हैं. हालांकि, राहुल क्या बोलेंगे इसका अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं. वो संसद के बाहर विभिन्न मसलों पर सरकार पर बरसते रहे हैं. संसद में आज भी उनका भाषण कमोबेश उसी के इर्द-गिर्द घूमता नजर आ सकता है. अविश्वास प्रस्ताव के पीछे राहुल की रणनीति भी यही है कि संसद में मोदी सरकार को घेरा जा सके. राहुल की रणनीति होगी कि मोदी सरकार की नाकामियां गिनाकर देश के सामने निकम्मी सरकार की छवि बनाई जा सके. राहुल उन आरोपों को फिर से दोहरा सकते हैं कि... > नोटबंदी से छोटे कारोबार बंद हो गए. > जीएसटी से कारोबारियों को नुकसान हुआ. > पेट्रोल-डीजल के दाम पर काबू नहीं है. > तेल, दाल, सब्जी के दाम बढ़ते गए हैं. > भीड़ के हाथों हत्याएं बेतहाशा बढ़ी हैं. > बैंक घोटालों की बाढ़ आ गई है. > नीरव मोदी, ललित मोदी और विजय माल्या का मामला उठा सकते हैं. > साथ ही स्विस बैंकों में भारतीयों के जमा धन में इजाफे का मुद्दा उठाते हुए सरकार पर ये आरोप लगा सकते हैं कि मोदी सरकार विदेश से काला धन लाने में नाकाम रही है. कुल मिलाकर कांग्रेस देश के सबसे बड़े मंच पर सरकार को घेरकर 2019 की पिच तैयार करना चाहती है. लेकिन, सरकार को घेरने के मंसूबे में राहुल कितने कामयाब होंगे इसका पता तो आज शाम तक ही चल पाएगा, क्योंकि उनका मुकाबले सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होगा जो उन पर तीखा पलटवार करने में कभी चूकते नहीं हैं. ऐसे में एक तो प्रचंड बहुमत और ऊपर से पीएम मोदी जैसा प्रखर वक्ता, ऐसे में राहुल के लिए जोखिम बड़ा है. कहीं इस अविश्वास प्रस्ताव से नफा कम और नुकसान ज्यादा ना हो जाए.

मॉनसून सत्र के तीसरे दिन यानी आज अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है, ऐसे में सदन सत्र हंगामेदार रह सकता है. वहीं, विपक्ष अपने ही द्वारा शुरू किए गए खेल में फंस सकता है. दरअसल, विपक्ष के पास संख्या बल …

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प्रख्यात कवि और गीतकार गोपाल दास नीरज नहीं रहे

प्रसिद्ध फिल्मी गीतों- शोखियों में घोला जाए फूलों का शबाब, लिखे जो खत तुझे, ऐ भाई.. जरा देखकर चलो, दिल आज शायर है, खिलते हैं गुल यहां, फूलों के रंग से, रंगीला रे! तेरे रंग में और आदमी हूं- आदमी से प्यार करता हूं जैसे अमर नगमों के रचनाकार प्रख्यात कवि गोपाल दास नीरज अब हमारे बीच नहीं रहे. 94 साल के नीरज का लम्बी बीमारी के बाद गुरुवार को निधन हो गया. बीमारी के कारण उन्हें आगरा के अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहा से उन्हें दिल्ली के एम्स में रेफेर कार दिया गया जहा उनका निधन हो गया. गोपालदास नीरज बॉलीवुड फिल्मों में, हिंदी साहित्य में और मंचीय कवि के रूप में देश भर में जाने जाते है .. वो ख़त के पुरज़े उड़ा रहा था / गुलज़ार उन्हें अपनी रचनाओं के लिए पद्मश्री सम्मान साल 1991 में, 2007 में पद्मभूषण, यूपी सरकार का यशभारती सम्मान दिया गया . एक दर्जन से भी अधिक कविता संग्रह लिखने वाले नीरज का जन्म 4 जनवरी, 1924 को उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के पुरावली गांव में हुआ. 1970, 1971, 1972 में उन्हें फिल्म फेयर अवॉर्ड ने नवाज़ा गया. एक माँ की डायरी -अनुप्रिया नीरज की प्रसिद्ध रचनायें- दर्द दिया है, आसावरी, बादलों से सलाम लेता हूँ, गीत जो गाए नहीं, कुछ दोहे नीरज के, नीरज की पाती, नीरज दोहावली, गीत-अगीत, कारवां गुजर गया, पुष्प पारिजात के, काव्यांजलि, नीरज संचयन, नीरज के संग-कविता के सात रंग ,-बादर बरस गयो, - मुक्तकी.

प्रसिद्ध फिल्मी गीतों- शोखियों में घोला जाए फूलों का शबाब, लिखे जो खत तुझे, ऐ भाई.. जरा देखकर चलो, दिल आज शायर है, खिलते हैं गुल यहां, फूलों के रंग से, रंगीला रे! तेरे रंग में और आदमी हूं- आदमी …

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सबरीमाला मंदिर: अगली सुनवाई 24 जुलाई को

सुप्रीम कोर्ट के सलाहकार ने सबरीमाला मंदिर मामले की सुनवाई के समय कहा कि मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर बैन ठीक उसी तरह है, जैसे दलीतो के साथ छुआछूत का मामला. कोर्ट सलाहकार राजू रामचंद्रन ने कहा कि छुआछूत …

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