चुनावी साल में प्रदेश के पर्यटन मंत्री दयालदास बघेल पर किसान की जमीन छीनने और उसे धमकाने के गंभीर आरोप लगे हैं। जमीन मामले में तो अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई, लेकिन किसान के घर में दबंगई दिखाने वाले मंत्री के बेटों और अन्य के खिलाफ पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक, पर्यटन और संस्कृति मंत्री दयालदास बघेल के पिता बसावन बघेल ने कई साल पहले गांव के किसान धनेश कुमार कोसले को अपनी 75 डिसमिल जमीन बेची थी। यह जमीन नवागढ़ तहसील के ग्राम कूंरा में है जो मंत्री बघेल का पैतृक गांव है।
मामला तब सामने आया जब पीड़ित किसान धनेश कुमार कोसले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई। उसने बताया कि मंत्री के पिता ने ग्राम कूंरा के खसरा नंबर 1326 का छोटा हिस्सा करीब 75 डिसमिल 12 हजार में मेरे पिता समेलाल को बेचा था। दो हजार रुपया बयाना लेने के बाद मंत्री के पिता बसावन बघेल ने रजिस्ट्री नहीं कराई। उसके पिता बार-बार मंत्री के पिता से रजिस्ट्री कराने का अनुरोध करते रहे, लेकिन मंत्री के पिता कहते हैं कि जमीन तुम्हारी हो चुकी है, जो बोना है बोते रहो, रजिस्ट्री हो जाएगी। लेकिन रजिस्ट्री नहीं हो पाई।
करीब 10 साल पहले धनेश के पिता समेलाल की मृत्यु हो गई। इसके बाद उस जमीन में धनेश खेती करता रहा। सालों बाद अब 12 हजार की उस जमीन की कीमत बढ़कर करीब 10 लाख रुपये हो चुकी है। इससे मंत्री की नीयत बदल गई। इस साल जब धनेश उस जमीन पर धान लगाने पहुंचा तो मंत्री ने उसे खदेड़ दिया। बताते हैं कि मंत्री ने धनेश को सालों पहले लिया गया दो हजार रुपये का बयाना लौटा दिया है और कह दिया है कि जमीन के कागजात तो मेरे पास हैं, इसलिए जमीन मेरी है। धनेश का कहना है कि पूरा गांव इस बात को जानता है कि जमीन मेरी है। सालों से मैं यहां खेती करता रहा। उसने यह भी कहा है कि मंत्री से उसे जान का खतरा है।
शिकायत की जानकारी मिली तो घर को घेर लिया
किसान धनेश ने जब यह शिकायत प्रधानमंत्री को भेजी तो मंत्री के बेटे गुस्सा हो गए। किसान का आरोप है कि मंत्री दयालदास के बेटे अंजू और दयाशंकर ने अपने साथियों के साथ लाठी, सब्बल और फरसा लेकर किसान के घर पर धावा बोल दिया। वह जान बचाकर भागा। किसान की इस शिकायत पर बेमेतरा एसपी एचआर मनहर ने जांच शुरू कराई है। पुलिस एसडीओपी समेत अन्य अधिकारी शुक्रवार को कूंरा पहुंचे और वस्तुस्थिति की जानकारी ली। पुलिस आगे की कार्रवाई करने से पहले जांच में जुटी हुई है।