पीएम मोदी ने कोरोना टीकाकरण के 6 फ्रंटलाइन वर्कर्स से की बात
-सुरेश गांधी
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कोरोना का टीका लगवाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों के साथ संवाद किया। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य कर्मचारियों से कोविड वैक्सीनेशन को लेकर उनके अनुभवों के बारे में जानकारी भी साझा की और वैक्सीनेशन अभियान का फीडबैक भी जाना। पीएम ने फ्रंट लाइन वर्कर्स की सेवा और संघर्ष के बीच सभी स्वास्थ्य कर्मियों को आधुनिक ऋषि का नाम देकर उनका मान भी बढ़ाया। बता दें, पीएम मोदी ने वाराणसी के छः लाभार्थियों सेसंवाद किया। जिसमें जिला महिला अस्पताल कबीर चैरा में 2 मैट्रन पुष्पा देवी और वैक्सिनेटर रानी कुंवर श्रीवास्तव से, दीन दयाल मंडलीय अस्पताल में डा. वी शुक्ला, एसएलटी रमेश चंद्र, सफाई कर्मी अप्सरी बेगम से और सेवापुरी के हाथी पी.एच.सी से एएनएम श्रृंखला चैहान वर्चुअल संवाद कर उनसे वैक्सिनेशन को लेकर जानकारी प्राप्त की। संवाद के दौरान स्वास्थ्यकर्मियों का हौसला भी बढ़ाया। जिस पर स्वास्थ्य कर्मियों ने प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार भी जताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत हर हर महादेव के साथ करते हुए कहा कि मैं आप सबका अभिनंदन करता हूं। ऐसे समय में आपके बीच होना चाहिए था, मगर कुछ ऐसे हालात बन गए हैं कि वर्चुअली मिलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की तैयारियों और अमलीजामा पहनाने के लिए चल रही तैयारियों का जायजा लेने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। फिर भी 2021 की शुरुआत बहुत ही शुभ संकल्पों से हुई है और काशी के बारे में तो ये कहते हैं कि काशी के स्पर्श से ही शुभता सिद्धि में बदल जाती है। इसी सिद्धि का परिणाम है कि आज विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान हमारे देश में चल रहा है। हम पिछले 4-5 साल से जो स्वच्छता अभियान चला रहे हैं, पीने के शुद्ध पानी का अभियान चला रहे हैं और शौचालय निर्माण का अभियान चला रहे हैं, इन चीजों के कारण हमारे देश के गरीब से गरीब व्यक्ति में भी बीमारी से जूझने की एक ताकत पैदा हुई है। मुझे विश्वास है कि आप सबकी मेहनत से बहुत ही जल्द एक बार आप सब सुरक्षित हो जाएंगे, तो समाज के बाकी तबकों के टीकाकरण के काम को भी आप आगे बढ़ाएंगे।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि टीका पूरी तरह सुरक्षित है। यह संदेश जन-जन तक बांटने की जरूरत है। इसके अलावा किसी भी वैक्सीन को बनाने के पीछे हमारे वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत होती है, इसमें वैज्ञानिक प्रक्रिया होती है। उन्होंने बताया कि वैक्सीन के बारे में हमने निर्णय लिया था कि जैसा वैज्ञानिक कहेंगे, वैसे ही हम करेंगे। पीएम ने कहा कोरोना संकट में दुनिया ने आत्मनिर्भर भारत की ताकत देखी है। आज भारत कोविड वैक्सीन के मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर है और दो-दो कोरोना वैक्सीन देश के अंदर तैयार की गई हैं। कहा कि कोई भी वैक्सीन की एक पूरी वैज्ञानिक प्रक्रिया होती है। पूरी जांच-पड़ताल के बाद और वैज्ञानिकों की मंजूरी के बाद ही वैक्सीन लगाने का काम शुरू किया गया है और सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाना तय किया गया। पहले चरण में वाराणसी में करीब-करीब 20,000 से ज्यादा हेल्थ प्रोफेशनल्स को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके 15 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। मैं इस पूरे अभियान के लिए सभी डॉक्टर, नर्स और मेडिकल स्टाफ का अभिनंदन करता हूं। आज दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम दुनिया में चल रहा है। इसके पहले दो चरणों में 30 करोड़ देशवासियों के टीका लगाया जा रहा है। आज देश में ऐसी इच्छाशक्ति है कि देश खुद अपनी वैक्सीन बना रहा है