एक्स्पों की सफलता के लिए बेविनार का आयोजन
-सुरेश गांधी
वाराणसी। मेगा वर्चुअल एक्स्पों की सफलता के लिए गुरुवार को कालीन निर्यात संवर्धन परिषद सीईपीसी ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (निफ्ट) और वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ डिजाइन के सहयोग से हस्तनिर्मित कालीनों के डिजाइन में ट्रेंड इनसाइट्स के महत्व पर एक इंटरैक्टिव वेबिनार का आयोजन किया। सीईपीसी का मानना है कि रंग और डिजाइन का पूर्वानुमान वर्तमान बाजार परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। निर्माताओं और निर्यातकों को उपभोक्ताओं की पसंद, बाजार और उनकी आवश्यकता का आकलन करने में मदद करता है। इसलिए निर्यातकों को चाहिए कि वे कालीनों की गुणवत्ता में किसी भी तरह की कोताही ना करें। वेबिनार की मुख्य अतिथि एवं अतिरिक्त विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) मुदिता मिश्रा ने कहा कि पिछले एक साल से हम कोविड -19 से गुजर रहे हैं। इससे उद्योग और अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। लेकिन इस महामारी से आई मंदी से निपटने में मेगा वर्चुअल कारगर होगा। इसमें सीईपीसी की पहल सराहनीय है। सीईपीसी को विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) कार्यालय का पूर्ण समर्थन है। उम्मीद है कि इस वेबिनार से उद्योग को बहुत अंतर्दृष्टि मिलेगी। इस मौके पर वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ़ डिज़ाइन के वाइस चांसलर संजय गुप्ता ने कहा कि यह सच है कि निर्यातकों के उत्पाद को लागत के अनुरुप वास्तविक मूल्य नहीं मिल रहा है। लेकिन हाई टर्नओवर से इस खाई को पाटा जा सकता है।
उन्होने कॉमन डिज़ाइन सेंटर की स्थापना और भारतीय उत्पादों की विशिष्ट पहचान और ब्रांडिंग की आवश्यकता पर बल दिया। कहा, आज हम विभिन्न शैली, आकार और डिजाइन में खरीदार की आवश्यकता के अनुसार कालीन बनाने में सक्षम हैं, लेकिन भारतीय ब्रांड की पहचान गायब है। उलेकिन अब उपभोक्ता भारतीय ब्रांड के परिधान पूछ रहे हैं। इसलिए वर्तमान परिदृश्य में डिजाइनर व्यापार को कई गुना बढ़ा सकते हैं। आने वाले वर्षों में हमें बाजार में बनाए रखने के लिए विशेष रणनीति तैयार करने और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कालीनों और फर्श कवरिंग की आवश्यकता को पूरा करने के लिए एक ऑनलाइन वर्चुअल प्लेटफॉर्म बनाने के लिए बड़ा हस्तक्षेप करके एक कदम आगे जाने की आवश्यकता है। इस मौके पर एसोसिएट प्रोफेसर निफ्ट डॉ कौस्तव सेनगुप्ता, डॉ शालिनी सूद सहगल, ने भी पावर पॉइंट प्रस्तुति दी और सदस्यों से अनुरोध किया कि वे अपने स्वयं के डिजाइन बनाने के लिए संवाद करें।
सीईपीसी चेयरमैन सिद्धनाथ सिंह ने बताया कि सदस्यों और प्रतिभागियों को प्रेरित करने के पूर्व की भांति इस बार भी परिषद निम्नलिखित 5 श्रेणियों में डिजाइन पुरस्कारों का गठन कर रही है। इसमें हैंड-नॉटेड, हैंड टफटेड, दरी, हैंडलूम कालीन व दरी के निर्यातक शामिल होंगे। सात सदस्यो की चयन समिति जिसमे प्रतिष्ठित डिजाइनर और प्रोफेसर और फैशन और डिजाइनिंग के क्षेत्र में प्रतिष्ठित हस्तियों विजेताओं का चयन करेंगे। इसके बाद विजेताओं का चयन कर पुरस्कृत किया जायेगा। इसके अलावा 7 फरवरी को उद्योग के लिए भदोही कालीन एक्सपो मार्ट के एक कर्टन रेज़र कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। इस मौके पर सीईपीसी सदस्य श्रीराम मौर्य, अधिशासी निदेशक संजय कुमार एवं 41वें इंडिया कार्पेट एक्स्पो के प्रतिभागी और लगभग 150 सदस्य निर्यातक वेबिनार में शामिल हुए।