दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल जैन मुनि तरुण सागर के प्रशंसक रहे हैं, लेकिन एक बार उन्हें मुनि के गुस्से का शिकार होना पड़ा था. दरअसल 28-29 सितंबर 2016 में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद केजरीवाल ने इसके सबूत की मांग की थी. उसके बाद सीएम बीजेपी समेत मुनि के निशाने पर आ गए थे.
उसके बाद तरुण सागर ने कहा था, ‘केजरीवाल ओछी राजनीति से बात आएं. डायन भी एक घर छोड़ देती है. सेना के जवान हमारे असली हीरो हैं. उनकी आलोचना करने वाले नशे में हैं, होश में नहीं.’
इसके अलावा आप पार्टी से जुड़ने के बाद संगीतकार विशाल डडलानी भी मुनि के खिलाफ बयानबाजी को लेकर फंस गए थे.
गौरतलब है कि 28-29 सितंबर की रात को अंजाम दिए गए सर्जिकल स्ट्राइक के कुछ दिनों पहले उरी हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद ही भारत ने कायरों की तरह हमला करने वाले आतंकियों को सबक सिखाने का मन बना लिया. भारत के जांबाज सैनिकों ने एलओसी के पार जाकर आतंकियों के ठिकानों को तहस-नहस कर दिया.
भारत के इस साहस को दुनिया ने सलाम किया था. सर्जिकल स्ट्राइक के खुलासे के बाद अमेरिका ने भारत को भी अपना समर्थन दोहराते हुए जोर दिया था कि पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ लड़ना चाहिए.
चार घंटे चला ऑपरेशन
रात साढ़े बारह बजे शुरू हुए इस ऑपरेशन को साढ़े चार बजे तक खत्म कर लिया गया. दिल्ली में इस ऑपरेशन की तैयारी सेना मुख्यालय में रात आठ बजे से ही हो गई थी. राजधानी में शाम को कोस्टगार्ड कमांडर कॉफ्रेंस का डिनर रखा गया था, जिसमें तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, एनएसए अजित डोभाल और तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग को जाना था.
इस डिनर में जाने की बजाय यह तीनों रात आठ बजे सीधे सेना मुख्यालय में मौजूद वॉर रूम में पहुंच गए. सेना प्रमुख दलबीर सुहाग ने इस ऑपरेशन की तारीफ करते हुए कहा है कि सेना ने अपने वादे का पालन किया है और चुनी हुई जगह और समय पर इसका जवाब दिया है