प्राथमिक विद्यालय बहरा में कायाकल्प टीम का निरीक्षण व डॉक्यूमेंट्री फिल्मांकन
नामांकन व नामांकन के सापेक्ष ठहराव का बढ़ता ग्राफ पर टीम ने जताया संतोष
वाराणसी। स्कूलों की व्यवस्था सुधार के लिए चलाए जा रहे आपरेशन कायाकल्प के तहत शनिवार को कायाकल्प टीम द्वारा प्राथमिक विद्यालय कलकली बहरा प्रथम में निरीक्षण व डॉक्यूमेंट्री फिल्मांकन किया गया। इस दौरान टीम ने स्कूल की व्यवस्था और मौजूद सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली और वीडियों बनाई। टीम अधिकारी ने बताया कि निरीक्षण रिपोर्ट स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय लखनऊ के महानिदेशक विजय किरन आनंद को सौंपी जायेगी। बता दें, सरकार ने आपरेशन कायाकल्प के तहत सरकारी विद्यालयों में व्यवस्था सुधार के आदेश दिए हैं, जिसके तहत स्कूलों में निरीक्षण व फिल्माकंन किया जा रहा है। इसी कड़ी में भौगोलिक रूप से उत्तर प्रदेश के सबसे सुदूर दक्षिणी पूर्वी सिरे पर स्थित शैक्षिक रूप से आकांक्षित जनपद सोनभद्र के सबसे आखरी छोर पर स्थित दुद्धी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय कलकली बहरा प्रथम का टीम द्वारा निरीक्षण किया गया। इस दौरान स्कूल प्रधानाचार्य वर्षारानी जायसवाल से टीम ने पूरी जानकारी ली तथा स्थलीय निरीक्षण किया।
टीम अधिकारी ने बताया कि स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय लखनऊ के महानिदेशक के निर्देश पर शासन की गाइड लाइन के अनुरूप ही कायाकल्प योजना के तहत निरीक्षण किया जा रहा है। इसमें विद्यालय में बने शौचालय, किचन, बालिका-बालक शौचालय, मल्टीपल हैंड वाश सुविधा, फर्नीचर, साफ सफाई आदि का निरीक्षण किया गया है। स्कूल में कार्य संतोषजनक मिला है। खास बात यह है कि आदिवासी बाहुल्य सामाजिक व शैक्षिक रूप से पिछड़ा इस क्षेत्र में समस्याओं और चुनौतियों के बीच स्कूल प्रधानाचार्या ने जो व्यवस्था व सुविधाएं बच्चों को दे रही है, वह विद्यालय कायाकल्प की सोच में क्रांतिकारी बदलाव है। इस दौरान लखनऊ से आएं टीम में शामिल निर्देशक अरविंद पांडे, विनय श्रीवास्तव, अंशु मिश्रा, सुनील, इरफान, अनिल, सुमित सागर व डी सी बालिका शिक्षा एके भारती ने बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश शासन द्वारा प्रदत मूलभूत सुविधाओं पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म का फिल्मांकन किया।
विद्यालय में विगत वर्षों नामांकन व नामांकन के सापेक्ष ठहराव का बढ़ता ग्राफ पर संतोष व्यक्त किया। सेट 1, सेट 2, लर्निंग आउटकम परीक्षा में बच्चों की 86.3 प्रतिशत ए प्लस ग्रेड अर्जित उपलब्धि व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को देख सराहना की। इसके अलावा ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत मूलभूत सुविधाओं जिसमें विद्यालय में टायलीकरण, छत का मरम्मत, बालक बालिका हेतु अलग-अलग शौचालय व मूत्रालय की व्यवस्था तथा नल से जल कार्यक्रम का कुशलता पूर्वक संचालन, पेयजल की व्यवस्था, सोलर समरसेबल, हैंड वॉश सिस्टम, बच्चों को बैठने के लिए फर्नीचर की व्यवस्था, पुस्तकालय, खेलकूद सामग्री, पौधीकरण, प्रत्येक कक्षा-कक्ष में ग्रीन बोर्ड की सुविधा, स्मार्ट क्लास संचालन, विद्यालय की उम्दा वॉल पुट्टी व रंगाई पुताई वह आकर्षक वॉल पेंटिंग से सुसज्जित व्यवस्था को देख आकांक्षित जनपद के आदिवासी जनजाति बाहुल्य क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रयोगों व नवाचारों की सराहना करते हुए प्रशंसा की तथा आगे भी यूं ही कार्य करने के लिए प्रेरित किया। खंड शिक्षा अधिकारी आलोक यादव के नेतृत्व में बेसिक शिक्षा के नए आयामों को हौसले के साथ छूने की हुंकार भरी गई। इस दौरान एआरपी श्रवण कुमार, कुशल मार्गदर्शक संतोष सिंह, मनोज जायसवाल तथा मुसई राम की सराहनीय सहयोग उत्साहजनक रहा। विद्यालय प्रबंध समिति अध्यक्ष विनोद कुमार व उपाध्याक्ष संगीता देवी ने बदलते विद्यालय व्यवस्था में कायाकल्प को अभिभावकों तथा बच्चों के लिए प्रेरणाप्रद तथा नई ऊर्जा भरने वाले स्तंभ के रूप में देखा।
इस मौके पर विद्यालय प्रधानाध्यापिका वर्षारानी जायसवाल, राजकुमार रुहेला, अविनाश गुप्ता, लक्ष्मीपुर सिंह, सरिता, सरिता वार्ष्णेय, अनारो, जेनेवा, जगती समेत तमाम अभिभावक उपस्थित थे। टीम का दावा है कि ऑपरेशन कायाकल्प’ से शिक्षा की सूरत बदलेगी। विद्यालय प्रधानाध्यापिका वर्षारानी जायसवाल ने कहा कि भविष्य’ की नींव मजबूत करने वाले प्राथमिक विद्यालयों की तस्वीर बदलने जा रही है। अपेक्षित शैक्षणिक माहौल बनाने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से प्राथमिकता के आधार पर प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में ’ऑपरेशन कायाकल्प’ के तहत आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। यह अपने आप में सराहनीय कदम है।