निर्यातक, व्यापारी से लेकर आमजन तक के घर-घर में दस्तक दे रही राम मंदिर निर्माण के लिए निकली राम भक्तों की टोली
-सुरेश गांधी
वाराणसी। अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील ’राम सबके हैं, राम सबमें हैं’ का मंत्र वास्तविकता के धरातल पर दिखने लगा हैै। अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण में जन-जन को जोड़ने के लिए शुरू किए गए श्रीराम जन्म भूमि निधि समर्पण संपर्क अभियान के तहत पूर्वांचल में तीन दिन में दस करोड़ से अधिक का दान एकत्र हुआ है। मंदिर निर्माण के लिए लोग श्रद्धा भाव और उत्साह के साथ दान दे रहे हैं। रविवार को भी वाराणसी, भदोही, मिर्जापुर, जौनपुर, सोनभद्र, चंदौली, गाजीपुर, बलिया सहित पूरे पूर्वांचल में टोलियों टोलियों ने घर जाकर संपर्क किया। टोलियों में आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल सहित हिंदू संगठनों के लोग शामिल हैं, जो कूपन, रसीद देकर और ऑनलाइन भी दान एकत्र कर रहे हैं। आरएसएस से जुड़े सूत्रों की मानें तो अब तक करीब दस करोड़ से अधिक का दान एकत्र हुआ है।
बता दें कि राम मंदिर के लिए पैसा इकट्ठा कर रहे लोग चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग लोगों को राम मंदिर निर्माण से जोड़ा जा सके। इसमें चाय बेचने से लेकर रिक्सा चलाने वाले गरीब से गरीब व्यक्तियों का भी सहयोग लिया जायेगा। इसके लिए एक रुयये से लेकर करोडों-करोड़ तक की सहयोग राशि लिए जाने की व्यवस्था की गयी है। मकसद है अधिक से अधिक परिवारों की भावनाओं को श्रीरामजन्मभूमि निर्माण से जोड़ना। इसके लिए पूर्वांचल में 4000 से अधिक टोली बनाई गई है और चंदे की रकम कम से कम 10 रुपये की रखी गई है। अधिक से अधिक कितना भी किया जा सकता है।
काशी प्रांत के युवा नेता आशिष सिंह बघेल की मानें तो अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम मंदिर के निर्माण में हर तबके का सहयोग लिया जा रहा है। कुछ उसी तर्ज पर जिस तरीके श्रीराम ने ंका पर चढ़ाई करने से पूर्व सुग्रीव जैसे राजा, सर्वशक्तिमान महाबलि हनुमान से गिलहरी तक का सहयोग लिया था। इसके पीछे मकसद सिर्फ यही है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों का योगदान और मंदिर निर्माण में भावनात्मक लगाव को जोड़ना है। तय कार्यक्रम के अनुसार हर हिन्दू परिवारों तक पहुंचना है। इसके लिए अधिकृत सदस्यों की टोली चाय बेचने वाले से लेकर रिक्शा चलाने वाले गरीब से गरीब और धनवान यानी साधन संपन्न लोगों के घर जायेंगे। अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि मंदिर निर्माण में योगदान देने की बात करेंगे। सहयोग राशि भले ही एक रुपया ही क्यों न हो। इतनी कम राशि के कूपन रखने का उद्देश्य भी है यही कि किसी गरीब या सामान्य मध्यम वर्ग हिंदू परिवार के मन में यह भाव हो कि उसने राम मंदिर निर्माण में योगदान दिया है। रोजाना एकत्र होने वाले दान को एसबीआई और पीएनबी में श्रीराम जन्म तीर्थ स्थल ट्रस्ट के खाते में रोजाना जमा किया जाएगा। बैंकों में दान का पैसा जमा कराने के लिए अलग से काउंटर की व्यवस्था कराई जा रही है।
काशी में 25 तो भदोही में 5 करोड़ का लक्ष्य
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए शुरू हुए निधि समर्पण अभियान के लिए वाराणसी में भी धन संग्रह शुरू हो गया है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण में काशी बड़ा योगदान करेगा। निधि समर्पण अभियान के तहत विश्व हिंदू परिषद और संत समाज 25 करोड़ रुपये की राशि इकट्ठा करने का लक्ष्य रखा है। जबकि भदोही, मिर्जापुर में 5 करोड़, जौनपुर 10 करोड़ का लक्ष्य है। राम मंदिर निर्माण के लिए शुरू हुए निधि समर्पण अभियान में सिर्फ काशी में 10 हजार से अधिक वीएचपी कार्यकर्ता लगाए गए हैं। इसके साथ ही संत समाज भी काशी में इस अभियान में अपनी भागीदारी निभा रहा है। अभियान 27 फरवरी तक ये अभियान निरंतर चलता रहेगा।