नई दिल्ली। पड़ोसी प्रथम की नीति पर चलते हुए भारत सरकार ने रविवार को पड़ोसी देश श्रीलंका को नीचे स्तर के लक्ष्यों का पता लगाने वाले इंद्रा रडार के 341 स्पेयर पार्ट्स दिए। जिनकी कीमत साढ़े सात करोड़ रुपये से ज्यादा की है। ये स्पेयर पार्ट्स वर्ष 2011 में श्रीलंकाई वायुसेना को उपहार में दिए गए चार इंद्रा मार्क-II एयर सर्विलांस रडार की कार्य क्षमता को बढ़ाने में सहायक होंगे। श्रीलंका के कटुनायके एयर बेस पर आयोजित एक भव्य समारोह में भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले ने श्रीलंकाई एयरफोर्स के कमांडर, एयर मार्शल सुदर्शन पथिराना को रडार के स्पेयर पार्ट्स सौंपा। भारतीय उच्चायोग ने कहा कि ”रडार के पुर्जे और आईजिएल मिसाइलों की सर्विसिंग दोनों देशों के बीच सहयोग, सौहार्द और मित्रता का परिचायक है। इससे यह भी साबित होता है कि भारत के लिए श्रीलंका पहली प्राथमिकता का साथी है।”
इंद्रा मार्क-II रडार कम ऊंचाई पर उड़ने वाले विमानों का पता लगाने में सक्षम एक मोबाइल टूडी रडार है। जिसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के इलेक्ट्रॉनिक्स और रडार विकास प्रतिष्ठान (एलआरडीई) विंग द्वारा विकसित किया गया है। रडार का निर्माण मेसर्स भारत इलेक्ट्रॉनिक्स द्वारा किया गया है, जो श्रीलंकाई एयर फोर्स की निगरानी क्षमता का मुख्य आधार है। भारत से मैत्रीपूर्ण सहायता के साथ श्रीलंका एयर फोर्स 100 प्रतिशत परिचालन उपलब्धता को बनाए रखने में सक्षम है।
इस दौरान भारत ने कंधे पर रखकर चलाए जा सकने वाले 54 एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम आईजिएल की सर्विसिंग करने के बाद श्रीलंका की एयरफोर्स को सौंपा। जिसे भारत ने 2007 में श्रीलंका को उपहार में दिया था। यही नहीं भारत ने श्रीलंकाई एयर फोर्स के जवानों को इन मिसाइलों को चलाने की ट्रेनिंग भी दी थी। बता दें कि पिछले साल नवंबर 2020 में श्रीलंका में आयोजित त्रिपक्षीय समुद्री सुरक्षा सहयोग वार्ता के दौरान भारत की तरफ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भाग लिया था। इस दौरान उन्होंने दोनों देशों को सुरक्षा के क्षेत्र में भारत की तरफ से पूरी मदद मिलने का आश्वासन दिया था।