देश भर में शुरू हुई कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन का पंजाब में भी शनिवार को आगाज हुआ। पंजाब में इसकी शुरूआत सफल रही, लेकिन सेहत विभाग पहले ही दिन तय लक्ष्य हासिल नहीं कर पाया। प्रदेश के विभिन्न जिलों में शनिवार को कुल 5853 हेल्थ वर्करों को वैक्सीन देने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन 1329 वर्करों को ही वैक्सीन लगाई जा सकी। इस स्थिति को देखते हुए सेहत विभाग ने आज वैक्सीन न लगाए जाने का फैसला किया है। आज पूरी स्थिति का रिव्यू किया जाएगा।
पहले दिन 22.70 फीसद हेल्थ वर्करों को ही दी जा सकी वैक्सीन
वैक्सीनेशन मुहिम की शुरुआत करने मोहाली पहुंचे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लोगों को अफवाहों से बचने की अपील की, इसके बावजूद पहले दिन टीकाकरण के लक्ष्य से राज्य पीछे रह गया। पंजाब में रविवार को वैक्सीनेशन रोकने की पुष्टि सेहत विभाग के प्रमुख सचिव हुसन लाल ने की है। उन्होंने कहा कि पहले दिन आई दिक्कतों का रिव्यू किया जाएगा। इसके साथ ही केंद्र सरकार के साथ भी बातचीत कर तय किया जाएगा कि टीकाकरण के लिए कितनी और साइट्स बढ़ाने की जरूरत है।
5853 में से केवल 1329 हेल्थ वर्करों का हुआ टीकाकरण
यह तथ्य हैरान करने वाले हैं कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को मोहाली जिले से वैक्सीनेशन की शुरुआत की और यहां केवल 30 हेल्थ वर्करों को ही टीका लगाया गया, जबकि लक्ष्य 300 का था। इसी तरह अमृतसर में सिर्फ 78 हेल्थ वर्करों ने ही टीका लगवाया। यहां हेल्थ वर्करों ने वैक्सीनेशन से इन्कार कर दिया। उनका कहना था कि पहले सीनियर डाक्टरों को वैक्सीन लगाई जाए और उसके बाद वह वैक्सीन लगवाएंगे। इसके बाद डॉक्टर आगे आए।
अमृतसर हेल्थ वर्करों ने किया वैक्सीनेशन से इन्कार, कहा; पहले सीनियर डाक्टर लगवाएं टीका
इसी तरह की समस्या लुधियाना में भी सामने आई थी लेकिन जिला सेहत विभाग ने टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर डाक्टरों को आगे कर दिया। परंतु यहां भी 500 के लक्ष्य के मुकाबले केवल 164 हेल्थ वर्करों को वैक्सीन दी जा सकी। फरीदकोट में 58 फ्रंटलाइन हेल्थ वर्करों को वैक्सीन लगी, यहां 100 हेल्थ वर्करों की वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा गया था।
शनिवार को लक्ष्य हासिल न कर पाने के संबंध में सेहत विभाग के प्रमुख सचिव हुसन लाल ने कहा कि लांचिंग से ही कार्यक्रम लेट हो गया था। पहले हेल्थ वर्करों को टीका लगाने ककै कार्यक्रम था क्योंकि मरीज के सबसे ज्यादा पास वही रहते हैं। परंतु कई जगहों पर हेल्थ वर्करों ने कुछ आशंकाएं जता दीं जिसके बाद डाक्टरों को आगे कर दिया गया। उन्होंने कहा कि सोमवार से यह संख्या बढ़ जाएगी। शनिवार को जितने भी हेल्थ वर्करों को वैक्सीन दी गई है उनमें से किसी को भी कोई साइड इफेक्ट सामने नहीं आया।
सेहत विभाग के नोडल अधिकारी डा. राजेश भास्कर ने कहा कि पोर्टल दोपहर बाद साढ़े तीन बजे शुरू हुआ और हमने किसी पर वैक्सीन लगवाने का दबाव नहीं डाला। जबकि सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि डर की कोई बात नहीं है। हमारे ज्यादातर डाक्टरों ने आगे आकर वैक्सीन लगवाई है।