16 जनवरी से पूरे भारत में बड़े स्तर पर टीकाकरण अभियान शुरु होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को टीकाकरण के साथ कोविन एप (co-win app) भी लॉन्च करेंगे। देश के हर जरूरतमंद तक कोविन एप वैक्सीन पहुंचाएगा। इसके लिए Co-WIN APP पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। आपको बताते हैं कि कोविन (Co-WIN) ऐप कैसे देश के कोने कोने में वैक्सीन पहुंचाने में मददगार साबित होगा और कोविन पर रजिस्ट्रेशन कैसे होगा। साथ ही कुछ नकली एप बनकर तैयार हो गए हैं, जो लोगों के साथ ठगी कर सकते हैं, मंत्रालय ने उनसे सावधान रहने की सलाह दी है।
क्या है कोविन एप (Co-WIN APP)
कोविन एप एक इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म है, जिस पर टीकाकरण से जुड़ा सारा डेटा उपलब्ध है। ये वैक्सीन लगवाने वालों को ट्रैक करेगा और उन्हें वैक्सीन साइट्स की जानकारी, तारीख और समय बताएगा। टीकाकरण से पहले और बाद की प्रक्रियाओं की निगरानी भी करेगा। यहां भारत में लगाई जाने वाली टीका का पूरा डिजिटल डेटाबेस होगा।
कोविन एप पर ऐसे होगा रजिस्ट्रेशन
लॉन्चिंग के बाद आप कोविन एप को डाउनलोड कर सकते हैं। कोविन एप पर हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स का डेटा अपलोड है। ऐप्लीकेशन डाउनलोड करने के बाद आप सेल्फ-रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। सरकार ने यह भरोसा दिलाया है कि टीकाकरण के बाद के चरणों में भारतीय भाषाओं में कोविन एक ऐप्लीकेशन या वेबसाइट के तौर पर उपलब्ध होगा। पहले फेज के बाद कोई भी व्यक्ति कोविन पर सेल्फ रजिस्ट्रेशन कर सकेगा। आधार या सरकारी फोटो आईडी से आवेदक की पहचान की पुष्टि की जाएगी। कोविन पर 50 साल के कम उम्र के लोग भी रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे लेकिन उन्हें हाई रिस्क है ये साबित करने के लिए किसी पुख्ता दस्तावेज देने होंगे।
कोविन से मिलेंगे मैसेज
एप पर पहला मैसेज रजिस्ट्रेशन कंफर्म होने का आएगा। इसके बाद दूसरे मैसेज में टीकाकरण का दिन और जगह का पता आएगा। तीसरे मैसेज में पहले डोज के बाद दूसरे डोज की तारीख आएगी और चौथे मैसेज में डिजिटल सर्टिफिकेट का लिंक मिलेगा, जिसे आप डाउनलोड कर सकेंगे।
ऐसे काम करेगा कोविन
कोविन एप प्लेटफॉर्म पर 5 मॉड्यूल हैं। एडमिनिस्ट्रेटर मॉड्यूल, वैक्सीनेशन सेशन कंडक्ट करने वाले एडमिनिस्ट्रेटर्स के लिए है। रजिस्ट्रेशन मॉड्यूल में आप वैक्सीन के लिए आवेदन करेंगे। वैक्सीनेशन मॉड्यूल के तहत वैक्सीन लेने वाले की जानकारी अपडेट होगी। इसके बाद टीकाकरण के बाद QR बेस्ड सर्टिफिकेट्स जारी होगा। रिपोर्ट मॉड्यूल में रिपोर्ट्स तैयार होंगी कि कितने वैक्सीन सेशन हुए हैं।
नकली कोविन एप से रहें सतर्क
कोविन ऐप पर 24 घंटे हेल्पलाइन की सुविधा उपलब्ध होगी। कोविन ऐप में चैट बॉट फीचर्स भी होगा। ये पैटर्न रिकॉगनिशन के जरिये पोर्टल को नेविगेट करने में मदद करेगा। कोविन एप अभी आम लोगों के लिए उपलब्ध नहीं है, लेकिन उससे पहले ही ठगों ने कोविन नाम से नकली ऐप बनाकर लोगों को ठगना शुरू कर दिया है। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को जागरुक किया है। मंत्रालय ने कहा कि हम नागरिकों को आगाह करना चाहते हैं कि कुछ अराजक तत्वों ने CO-WIN App के नकली ऐप बना लिए हैं। लोगों को इनसे बचकर रहना है। ये ऐप स्टोर पर देखे जा रहे हैं। इन ऐप्स पर अपनी कोई निजी जानकारी ना दें। असली ऐप के आते ही सरकार उसके बारे में अधिकारिक जानकारी लोगों तक पहुंचाई जाएगी। बता दें कि कोविन एप कोरोना संकट के बीच सरकार का दूसरा कदम होगा जब वो तकनीक का सहारा लेकर महामारी से निपटने की कवायद कर रही है।