देश के 10 राज्यों बर्ड फ्लू फैल चुका है। दिल्ली समेत इनमें से छह राज्यों ने पोल्ट्री बाजारों को बंद कर दिया है और इसकी आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है। केंद्र सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए राज्यों से बर्ड फ्लू के बारे में वैज्ञानिक सलाह पर अमल करने का अनुरोध किया है। राज्यों के लिए जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि चिकेन अथवा अंडे से बर्ड फ्लू का वायरस मानव में नहीं फैलता है।
केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री गिरिराज ¨सह ने कहा कि प्रवासी पक्षियों से इस वायरस का प्रसार कुछ जगहों पर घरेलू जंगली पक्षियों में भी हुआ है। सरकार ने पहले से ही इसे लेकर एहतियाती सलाह सभी राज्यों को भेजी है, जिस पर अमल करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन की अदूरदर्शिता केचलते पोल्ट्री किसानों के साथ मक्का व सोयाबीन किसानों की हालत तंग होने लगी है।
बर्ड फ्लू को लेकर सोमवार को यहां प्रेस कांफ्रेंस कर रहे सिंह ने कहा कि राज्यों में जागरूकता की कमी के चलते कई जगहों पर घबराहट की नौबत आ गई है। लोग चिकेन व अंडा खाने से परहेज करने लगे हैं। नतीजतन, पहले कोरोना और अब बर्ड फ्लू को लेकर पोल्ट्री उद्योग की हालत खराब होने लगी है। इसका सीधा असर किसानों पर पड़ रहा है।
10 राज्यों में बर्ड फ्लू का प्रसार
हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और केरल में हो चुका है। इनमें से छह राज्यों ने राज्य के भीतर भी पोल्ट्री उत्पादों की आवाजाही रोक दी है। इनमें हरियाणा के तीन जिलों, हिमाचल प्रदेश के पांच जिलों, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के सभी जिलों में इस तरह की रोक लगा दी गई है। जबकि दिल्ली में बाहर से पोल्ट्री के आने पर रोक लगी हुई है। गाजीपुर मुर्गा मंडी को 10 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि इस तरह की बंदी से लोगों में घबराहट फैलती है, जबकि हालात ऐसे नहीं है।
फैसला लेते वक्त उपभोक्ताओं और किसानों को भी ध्यान में रखें
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस पूरे मसले को लेकर सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को विस्तार से पत्र लिखा है, जिसमें 22 अक्तूबर, 2020 को भेजी अपनी एडवाइजरी का हवाला देते हुए एहतियात बरतने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि केंद्र समय-समय पर इस तरह की एडवाइजरी राज्यों को भेजता रहा है। लेकिन इस पर लोगों ने ध्यान नहीं दिया। राज्यों को किसी भी तरह का फैसला लेने से पहले वैज्ञानिक सलाह के साथ आम उपभोक्ताओं की सेहत के साथ किसानों पर पड़ने वाले प्रभावों पर भी विचार करना चाहिए।
झारखंड के दुमका जिले में पक्षियों की मौत
झारखंड के दुमका जिले के एक गांव में बड़ी संख्या में कौवे, मैना और बगुले मृत पाए गए। इससे क्षेत्र में बर्ड फ्लू के प्रकोप की आशंका बढ़ गई है। जिला पशुपालन अधिकारी अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि सोमवार को शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के मोहुलपहाड़ी के पास पोखरिया गांव में 40-50 पक्षी मृत पाए गए। उन्होंने कहा कि घटना से स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई है, क्योंकि उन्हें इलाके में बर्ड फ्लू के फैलने की आशंका है। सिंह ने कहा कि नमूने एकत्र कर रांची में जांच के लिए भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद ही इस बात की पुष्टि हो सकेगी कि यह बर्ड फ्लू है या मौतों का कोई अन्य कारण है।
पीएम मोदी ने सभी राज्यों से सतर्क रहने को कहा
देश के 10 राज्यों में बर्ड फ्लू के प्रसार की पुष्टि होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों से सतर्क रहने को कहा है। प्रधानमंत्री ने प्रभावी राज्य सरकारों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि स्थानीय निकाय अपने क्षेत्र के जलाशयों, चिडि़याघरों और पोल्ट्री फार्म पर निगरानी रखें। उन्होंने मुख्य सचिवों के जरिये जिलाधिकारियों को जरूरी दिशानिर्देशों से अवगत कराते रहने का भी आग्रह किया है। प्रधानमंत्री ने उन राज्यों से भी सतर्क रहने को कहा है, जहां बर्ड फ्लू का प्रसार नहीं हुआ है।