कई योजनाओं के जरिए करेगी लाभान्वित करने की है तैयारी। 108.76 लाख रुपये ऋण स्वीकृत किया गया प्रधानमंत्री हथकरघा बुनकर मुद्रा योजना के तहत। 149 छात्रों की छात्रवृत्ति के लिए 7.45 लाख रुपये का प्रस्ताव। 1300 बुनकरों को डीबीटी के माध्यम से 51.168 लाख राशि के लिए प्रस्ताव
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के बुनकरों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक-दो नहीं कई योजनाओं के जरिए लाभान्वित करने का फैसला किया है। दावा है कि उनके गुजर-बसर में अब धन की कमी आड़े नहीं आने दी जायेगी। विभागीय अधिकारियों की माने तो उत्तर प्रदेश हैंडलूम, पावरलूम, सिल्क, टेक्सटाइल एवं गारमेंटिंग योजना के तहत चार वस्त्र इकाइयां खोली जानी है। इसके लिए प्रस्ताव बनाकर विभाग की ओर से मुख्यालय को भेजा गया है। बता दें, हथकरघा बुनकरों को कई योजनाओं में विभाग की ओर से तमाम अनुदान तो मिल ही रहे हैं, उनकी बेटियों पर भी अब सरकार मेहरबान है। पावरलूम विद्युत सब्सिडी योजना के तहत सरकार बुनकरों पर जमकर मेहरबानी बरसा रही है। इसके तहत 21000 पावरलूम बुनकरों को पावरलूम विद्युत सब्सिडी योजना के तहत लाया गया है। बुनकारों को बेहतर प्लेटफार्म मुहैया कराने के लिए भी सरकार प्रयास कर रही है। बुनकरों के उत्पादों के विपणन व्यवस्था के लिए उत्तर प्रदेश स्टेट स्पेशल हैंडलूम एक्सपो का आयोजन करने की योजना बनाई गई है।
साथ ही बुनकर सेवा केंद्र के माध्यम से समर्थ योजना के तहत बुनकरों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। वहीं जीआइ उत्पादों के लिए प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। 24 बुनकारों की बेटियों के खाते में पिछले साल हथकरघा एवं वस्त्र उद्योग निदेशालाय ने 10.20 लाख रुपये भेजे। 125 बुनकरों की बेटियों की शादी के लिए वित्तीय वर्ष 2020-21 में 37.50 लाख रुपये का प्रस्ताव निदेशालय को भेजा गया। 149 छात्रों को 7.45 लाख रुपये छात्रवृत्ति का प्रस्ताव भी भेजा गया है। 1120 बुनकरों को बुनाई, 300 को रंगाई एवं 180 को डिजाइनिंग का प्रशिक्षण दिया गया है। 1600 बुनकरों को दिया गया है प्रशिक्षण। 104 बुनकरों का हथकरघा संवर्धन योजना के तहत सम्मान। 19000 विद्यार्थियों को यूनिफार्म की आपूर्ति यूपिका के माध्यम से। संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार योजना के तहत उमरहां के राकेश कुमार, सेवापुरी के गणेश प्रसाद मौर्या, चोलापुर के कमलेश को कमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार दिया गया है। इसके लिए इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्क स्थापित करने की प्रकिया चल रही है। साथ ही बुनकरों के लिए ई कामर्स कंपनी अमेजन के माध्यम से ई-माकेङ्क्षटग से जोडऩे की भी योजना बनाई है।