मामले में 11 जनवरी को होगी सुनवाई
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार माफियाओं पर लगातार नकेल कस रही है और लगभग सभी माफिया जेल में हैं। इनमें पूर्व सांसद अतीक अहमद और विधायक मुख्तार अंसारी प्रदेश के दूसरे राज्यों की जेल में बंद हैं। पंजाब की रोपड़ जेल में बंद मुख्तार को यूपी पुलिस दो बार लेने गयी, पर पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा। जिसमें यह भी आरोप लगा कि पंजाब सरकार मुख्तार को बचा रही है, लेकिन अब देश की सर्वोच्च अदालत की नोटिस के आधार पर यूपी पुलिस मुख्तार को लाने के लिए पंजाब रवाना हो गयी। उत्तर प्रदेश के प्रमुख माफियाओं में शुमार और मऊ सीट से लगातार पांच बार के विधायक मुख्तार अंसारी एक मामले में इन दिनों पंजाब की रोपड़ जेल में बंद हैं। लोकसभा चुनाव 2019 से पहले उन्हें बांदा जेल से रोपड़ भेजा गया था और आरोप लगा था कि चुनावी राजनीति के तहत भेजा गया है। चुनाव खत्म होने के बाद यूपी पुलिस गाजीपुर और आजमगढ़ में दर्ज मामलों को लेकर मुख्तार को लेने पंजाब गयी। यूपी पुलिस को हर बार खाली हाथ लौटना पड़ा और रोपड़ जेल अधीक्षक खराब स्वास्थ्य होने का हवाला दिया। आरोप लगा कि पंजाब सरकार उसे बचा रही है, लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट की नोटिस को आधार बनाते हुए मुख्तार को लाने के लिए गाजीपुर पुलिस शनिवार को पंजाब पहुंच गई है।
बताते चलें कि यूपी सरकार की याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय ने बीते वर्ष 18 दिसम्बर 2020 को रोपड़ जेल अधीक्षक को नोटिस जारी किया था। न्यायालय से मिली नोटिस को पहले गाजीपुर पुलिस दिल्ली जाकर वकील गरिमा प्रसाद से लेंगे, फिर रोपड़ जेल अधीक्षक को देंगे। राजधानी लखनऊ में बीते दिनों मुख्तार अंसारी के खास पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या हो गयी थी। इस पर पुलिस को आशंका है कि अब गैंगवार हो सकता है। इसी को लेकर योगी सरकार सक्रिय हो गयी है और मुख्तार के प्रदेश में लाने की तेजी लायी गयी। मुख्तार के यूपी आने से यह माना जा रहा है कि गैंगवार की स्थिति आने से पहले ही रोका जा सकता है। 2019 लोकसभा चुनाव के पहले मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से पंजाब की रोपड़ जेल भेज दिया गया था, तबसे ही वह रोपड़ जेल में बंद है। इसके बाद मुख्तार को पेशी के लिए यूपी लाने गई गाजीपुर और आजमगढ़ पुलिस को दोनों बार खाली हाथ ही लौटना पड़ा था। गौरतलब है कि, गाजीपुर में फर्जी दस्तावेजों पर असलहे का लाइसेंस लेने के मामले में प्रयागराज स्पेशल कोर्ट में उसे पेश होना था।