बर्ड फ्लू के आतंक से पंजाब का पोल्ट्री फार्म कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। रोजाना औसत 500 करोड़ का कारोबार करने वाला पोल्ट्री फार्म उद्योग सिमट कर 250 करोड़ रुपए तक रह गया है। आने वाले दिनों में स्थिति सामान्य ना हुई तो हालात और भी बदतर हो जाएंगे। ऐसा मानना है पंजाब पोल्ट्री लेयर एसोसिएशन तथा पंजाब पोल्ट्री बॉयलर एसोसिएशन के पदाधिकारियों का।
शनिवार को पंजाब प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान एसोसिएशन के पदाधिकारी गुरप्रीत सिंह विशाल कुमार जतिंदर सिंह तथा इंद्रजीत सिंह कांग ने कहा कि पंजाब में बर्ड फ्लू का कोई असर नहीं है। बावजूद इसके पैनिक होकर लोग इस से परहेज कर रहे हैं।
चिकन के इंपोर्ट पर प्रतिबंध लगाने की सराहना
पंजाब सरकार द्वारा चिकन के इंपोर्ट पर प्रतिबंध लगाने के फैसले की सराहना करते हुए पदाधिकारियों ने कहा कि पंजाब के पोल्ट्री फार्म फार्मर मुर्गियों की वैक्सीन करने से लेकर तमाम तरह के स्वास्थ्य नियमों की पालना की जाती है। ऐसे में सरकार को पोल्ट्री फार्म लोगों को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
रिटेल में चिकन तथा अंडों के दामों में खास गिरावट नहीं
उन्होंने कहा कि पंजाब में 1500 के करीब पोल्ट्री फार्मर है। जो इस स्थिति से दो-चार हो रहे है। यही नहीं कारोबार प्रभावित होने से मुर्गियों की सीड तथा दवाइयों का कारोबार करने वाले भी इस दिक्कत का सामना करना कर रहे हैं। जुदा बात है कि रिटेल में चिकन तथा अंडों के दामों में खासी गिरावट नहीं हुई है। इस दौरान उन्होंने लोगों को बिना किसी डर के चिकन तथा अंडे का सेवन करने का आह्वान किया। इस अवसर पर उनके साथ भूपिंदर पाल सिंह जसवंत सिंह सेतिया व अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।