डॉ.नीलकंठ तिवारी ने तैयारियों में तेजी लाने के दिये निर्देश
लखनऊ। प्रदेश के संस्कृति, पर्यटन, धर्मार्थ एवं प्रोटोकॉल विभाग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. नीलकंठ तिवारी ने यहां पर्यटन भवन में कबीर संत समागम के आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में आगामी फरवरी माह में 23 से 25 फरवरी की अवधि में वाराणसी एवं मगहर में आयोजित होने वाले कबीर संत समागम की विस्तृत कार्ययोजना पर चर्चा की गयी। बैठक में प्रमुख सचिव, संस्कृति एवं पर्यटन मुकेश कुमार मेश्राम ने बताया कि 23 फरवरी को लहरतारा वाराणसी से निर्गुण यात्रा शुभारम्भ होकर 200 किलोमीटर चलकर 24 फरवरी को मगहर, संतकबीरनगर पहुंचेगी। इन स्थलों पर यात्रा के साथ-साथ चलने वाले कबीर पंथी, रविदास पंथी, गोरख पंथी संतों के गायन के साथ स्थानीय कलाकारों को भी मंच प्रदान किया जायेगा। तीनों दिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जायेगा। तीन दिन दोनों स्थलों (लहरतारा वाराणसी मगहर, संतकबीरनगर) पर हथकरघा की प्रदर्शनी, प्रशिक्षण एवं बिक्री के विशेष आयोजन भी किये जायेंगे।
संस्कृति मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने अधिकारियों को वाराणसी एवं मगहर में आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आयोजन की समस्त तैयारियों को निर्धारित समय के अन्दर पूर्ण कर लिया जाये। डॉ. तिवारी ने कहा कि निर्गुण संतों के जीवन, उनके संघर्षों एवं वाणी पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन दोनों स्थलों पर किया जाये। उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय के सहयोग से बुद्ध, गोरख, रविदास, कबीर एवं नानक जी की वाणी की प्रासंगिकता पर आधारित सेमीनार एवं वेबिनार भी आयोजित किये जाने के निर्देश अधिकारियों को दिये।