लखनऊ। रोहिंग्या मुसलमानों की तलाश में यूपी एटीएस ने बुधवार को प्रदेश के कई जिलों में छापेमारी की है। एटीएस रोहिंग्या मुसलमानों से जुड़े टेरर फंडिंग के नेटवर्क की तलाश कर रही है। ऐसी संभावनाएं जताई जा रही हैं कि यूपी एटीएस इस मामले में देर शाम तक कोई बड़ा खुलासा कर सकती है। इसके अलावा यूपी एटीएस की एक टीम महाराष्ट्र में भी छापेमारी कर रही है। यूपी एटीएस के मुताबिक संतकबीरनगर जनपद के खलीलाबाद ब्लॉक में तैनात जेई अब्दुल मन्नान को हिरासत में लिया गया है। इसके अलावा करीब आधा दर्जन से ज्यादा संदिग्ध लोग भी हिरासत में लिए गए हैं। इन सब लोगों के पास फर्जी दस्तावेज मिले हैं और इन पर टेरर फंडिंग करने का आरोप है। फिलहाल इस मामले में यूपी एटीएस के अधिकारी कुछ भी बोलने का तैयार नहीं है।
यूपी एटीएस ने खलीलाबाद ब्लॉक में तैनात जेई अब्दुल मन्नान और मोतीनगर मोहल्ले से उसके तीन सहयोगियों को हिरासत में लिया है। मन्नान पर आरोप है कि वह फर्जी पासपोर्ट बनवाता था। हिरासत में लिए गए तीन अन्य लोगों के बारे में बताया जा रहा है कि वे सभी रोहिंग्या मुसलमान हैं। इन पर फर्जी पासपोर्ट के मामले में लखनऊ में मुकदमा दर्ज है, जिसकी जांच एटीएस कर रही है। जांच में तकनीकी सहायक के बैंक खाते से करीब डेढ़ करोड़ रुपये के लेन-देन की बात भी सामने आई है।
टेरर फंडिंग, हवाला और देश विरोधी तत्वों के संपर्क में होने की जांच कर रही एटीएस ने बीते 29 दिसम्बर को गोरखपुर में गोलघर के बलदेव प्लाजा स्थित नईम एंड संस मोबाइल शाप समेत दो अन्य दुकानों पर छापा मारा था। करीब आठ घंटे से अधिक समय तक चली छानबीन व पूछताछ के बाद फर्म के तीन प्रतिष्ठानों से 50 लाख रुपये से अधिक नकदी बरामद कर तीनों प्रतिष्ठानों से कंप्यूटर, हार्ड डिस्क, पेन ड्राइव और अन्य दस्तावेज कब्जे में लिए थे। इससे पहले एटीएस ने 24 मार्च, 2018 को नईम एंड संस के मालिक नईम के बेटों नसीम अहमद तथा अरशद को हिरासत में लिया था। इसके अलावा खोराबार और शाहपुर क्षेत्र से तीन अन्य लोग हिरासत में लिए गए थे। यूपी एटीएस ने अलीगढ़ के नगर कोतवाली क्षेत्र में भी छापेमारी की है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एटीएस ने कोतवाली नगर क्षेत्र में छापेमारी की है अभी उनकी ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है। अगर कोई जानकारी मिलती है तो मीडिया से साझा किया जायेगा।