पूर्वी यूपी में भी बारिश की संभावना, गिरेगा तापमान
लखनऊ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हुई बारिश और आसमान में बादल छाये रहने से एक बार फिर उत्तर प्रदेश के मौसम का मिजाज बदल गया। प्रदेश के अधिकांश जनपदों में सामान्य से अधिक तापमान रहा जिससे लोगों को शीतलहर से काफी राहत मिल सकी। हालांकि यह राहत अधिक दिनों तक नहीं रहेगी और बारिश के बाद एक बार फिर से छह जनवरी के बाद प्रदेश में शीतलहर चलेगी। मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी बारिश की संभावना है। पक्षिमी विक्षोभ के सक्रिय होने व हवा का रुख बदलने से मौसम का मिजाज शनिवार की शाम से ही बदलने लगा और रात में आसमान में बादल छाने लगे। इसके बाद रविवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मेरठ से लेकर अलीगढ़ तक तेज बारिश हुई। इसके साथ ही मैदानी क्षेत्रों में स्थानीय स्तर पर हल्की बारिश हुई। सोमवार को भी राजधानी लखनऊ सहित कई जनपदों में पानी की बौछारों से चली सर्द हवाएं लोगों को परेशान करती रहीं। सोमवार की सुबह प्रदेश के अधिकांश जनपदों में कोहरा भरा रहा और सूरज चढ़ने के साथ खत्म हुआ। वहीं बारिश के साथ आसमान में बादल रहने से प्रदेश के लगभग सभी जनपदों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। न्यूनतम तापमान तो सामान्य से अधिक ही रहा, जिससे सर्दी का असर कम रहा।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डाॅ. एसएन पांडेय ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भागों में तेज बारिश हुई है और अब पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी स्थानीय स्तर पर बारिश के आसार हैं। सोमवार की सुबह राजधानी लखनऊ सहित कई जनपदों में हल्की बारिश हुई है। बताया कि छह जनवरी तक इसी तरह का मौसम बना रहेगा। इसके बाद एक बार फिर सर्द हवाएं चलेगीं और लोगों को शीतलहर परेशान करेगी। उन्होंने बताया कि मौसम के इस बदलाव के चलते सुबह व रात के तापमान में कुछ वृद्धि होगी। लखनऊ और कानपुर समेत आसपास के क्षेत्रों में शीतलहर का प्रकोप रहेगा। इसके अलावा पाला पड़ने की भी संभावना है। गंगा के मैदानी क्षेत्रों में तराई इलाकों में घने कोहरे की चादर छाई रहेगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ जनपदों में तापमान सामान्य से कम होने से गलन बरकरार रही।