देश की प्रथम शिक्षिका सावित्रीबाई फुले के 190वें जन्म दिवस पर कार्यक्रम
लखनऊ। पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार रविवार को अनुसूचित जाति/ जनजाति बेसिक शिक्षक महासभा के तत्वाधान में भारत की प्रथम शिक्षिका राष्ट्र माता सावित्रीबाई फुले के 190वें जन्म दिवस समारोह के अवसर पर तथागत बुद्ध सावित्रीबाई फुले डॉ0 भीमराव अम्बेडकर आदि महापुरुषों के चित्रों के समक्ष मोमबत्ती प्रज्वलित व माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ डॉ0 अम्बेडकर राष्ट्रीय एकता मंच के केंद्रीय कार्यालय चंचल कंपलेक्स लखनऊ में हुआ। बैठक की अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष भीष्म पाल सिंह ने किया। मुख्य अतिथि भवन नाथ पासवान राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ0 अम्बेडकर राष्ट्रीय एकता मंच एवं मुख्य वक्ता सुनीता बौद्ध ने अपने सम्बोधन में सावित्रीबाई फुले को भारत की प्रथम शिक्षिका होने का गौरव प्राप्त होने पर सभी नारियों से प्रत्येक क्षेत्र में अपनी मजबूत हिस्सेदारी प्राप्त करने का आह्वान किया। मुख्य अतिथि ने बाबा साहेब के सपनों का भारत पर प्रकश डालते हुए सावित्रीबाई फूले से सीख लेते हुए समाज में शिक्षक विस्तार को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
प्रांतीय अध्यक्ष ने माता सावित्रीबाई फुले को माल्यार्पण के पश्चात प्रदेश में अनुसूचित जाति जनजाति के बेसिक शिक्षकों के साथ आए दिन शिक्षा अधिकारियों द्वारा मनमाने ढंग से पदावनत किया जा रहा है, हाईकोर्ट के स्टे के बाद भी प्रथम नियुक्ति इसी के आधार पर वरिष्ठता का निर्धारण करते हुए हमारे मौलिक अधिकार का हनन किया जा रहा है। जिसके विरुद्ध महासभा आवाज बुलंद करते हुए जिला अधिकारियों के माध्यम से मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल को समस्या के समाधान हेतु जर्नल सिंह मामलों में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पदोन्नति में आरक्षण एवं परिणामी ज्येष्ठता क्रम को बहाल किए जाने को लागू किए जाने के लिए क्रमिक ज्ञापन भेजा गया।
बैठक में मुख्य रुप से श्रद्धेय राम सिंह, फतेह बहादुर सिंह, श्याम बाबू, भारत वीर, लोकेंद्र नाथ, सरदार सिंह, ज्ञानेंद्र कुमार, राहुल सुमन, योगेश केसरी, हरविंद्र विमल, राजपाल सिंह, भारत सिंह, देवेंद्र सिंह, देवेंद्र कुमार, होशियार सिंह, राज बहादुर सिंह, रामदत्त राम, अजय राम, चंद शेखर, नंदू बौद्ध, दिनेश कुमार, मनोज कुमार, सुभाष पासी, प्रवेश कुमार, उदय भईया आदि उपस्थित थे बैठक का सफल संचालन अरुण कुमार प्रांतीय महामंत्री द्वारा किया गया।