अपराध व कोरोना पर अंकुश के लिए सालभर दौड़ती रही पुलिस

अरुण कुमार राव

देवरिया : वर्ष 2020 में अपराधों पर अंकुश लगाने और कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पुलिस पूरे वर्ष दौड़ लगाती रही। इस दौरान देवरिया सदर विधानसभा का उपचुनाव और एमएलसी चुनाव भी पुलिस को खूब छकाया। कोरोना संक्रमण के लिए जिले में लाकडाउन और अनलॉक में जिले में शांति कायम कर पुलिस और प्रशासन ने अपना इकबाल बुलंद किया। आंकड़े बताते हैं कि पिछले वर्षों की तुलना में 2020 में अपराध हो की संख्या में 20% की कमी आई है। 2018 में 2892 मुकदमे दर्ज हुए थे, वहीं 2019 में 2597 मुकदमे दर्ज है। वर्ष 2017 में लूट की 19, 2018 में 21, 2019 में 15 और 2020 में 3, डकैती की 2017 में 1, 2018 में 1 और 2019 में शून्य, 2020 में 1, वर्ष 2017 में रेप के 33, 2018 में 28, 2019 में 9 और 2020 में 9 मामले दर्ज किए गए।

नकबजनी की 2019 में 64 2020 में 34 घटनाएं हुई जिसमें 31 का खुलासा हुआ। चोरी की 2019 में 234, 2020 में 114 हत्या के प्रयास 2019 में 21, 2020 में 15 मुकदमा दर्ज हुआ। इसके अलावा महिला अपहरण की 2017 में 188, 2018 में 198, 2019 में 128 और 2020 में 33 घटनाएं हुई। महिलाओं के साथ छेड़खानी की 2019 में 21 और 2020 में 11 घटनाएं घटित हुई है।महिला उत्पीड़न की 2019 की 9, 2020 में 4 घटनाएं, बलात्कार की 2019 की 9 घटनाएं और 2020 में 9 घटनाएं, पास्को एक्ट में 2019 में 30, 2020 में 25 घटनाएं, दहेज हत्या की 2019 में 25 और 2020 में 19 घटनाएं घटित हुई है।

क्राइम कंट्रोल को मिले 12 दरोगा 476 कांस्टेबल
अपराध को कंट्रोल करने के लिए 12 दरोगा और 476 कांस्टेबल जिले को मिले। पुलिस की विधि विज्ञान प्रयोगशाला पिछले कुछ वर्षों में निष्क्रिय हो गई थी। वर्तमान एसपी ने इसे सक्रिय किया। पिछले दिनों बरहज में बालिका की हत्या का खुलासा विधि विज्ञान प्रयोगशाला के सहयोग से हो सका। इसके अलावा डाग स्क्वायड की सौगात भी वर्ष बीतते-बीतते जिले की पुलिस को मिली।

जिले में सुरक्षा में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी
सुरक्षा में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी। करीब 500 महिला कांस्टेबल तैनात हुई है। यह कुल पुलिसकर्मियों की करीब 35 फ़ीसदी है। वही दो शिफ्ट में जिले के डायल 112 में पुलिसकर्मी चल रही है। जिले में 2 नए थानों की अनुमति मिली है। पुलिस अधीक्षक डॉ श्रीपति मिश्र ने सदर कोतवाली के बरियारपुर और रामपुर कारखाना के महुआडीह में थाना खोलने के लिए पिछले दिनों प्रस्ताव भेजा था। जिसे शासन ने मंजूर करते हुए दोनों थानों को खोलने की अनुमति दे दी है।

पुलिस कर्मियों के रहने के लिए होंगे बेहतर इंतजाम, बनेगी बहुमंजिली इमारत
जिले में लगभग पांच सौ पुलिसकर्मियों के बढ़ने से रहने में परेशानी होने लगी है। जिससे कुछ पुलिसकर्मी को थाने और पुलिस लाइन में आवास नहीं मिल पा रहा है। इसलिए वह बाहर किराए के मकान में रहने को मजबूर है। इसे देखते हुए विभाग ने पुलिस कर्मियों के लिए आवास बनाने की तैयारी शुरू की है।पुलिस लाइन में डेढ़ सौ पुलिसकर्मियों के लिए बैरक बनेगा। इसके साथ 12 फ्लोर की बहुमंजिला भवन ट्रांजिस्ट हास्ट बनाने की अनुमति दी है। इसमें 48 कमरे होंगे।

पुरानी घटनाओं का खुलासा पुलिस के लिए होगी चुनौती
पिछले वर्ष हुई लूट और चोरी की घटनाओं का खुलासा करना पुलिस के लिए सिरदर्द बनी रहेगी। इसके साथ ही जिले से अपराधियों को दूर रखने के लिए आने वाला वर्ष भी मुश्किल भरा होगा। जिससे पुलिस को शांति व्यवस्था बनाए रखने के साथ ही अपराधों पर अंकुश लगाना होगा।

जिले में 3 नए थानों और चौकियों को मिल सकती है मंजूरी
पुलिस विभाग को उम्मीद है कि आने वाले वर्ष में जिले के 3 नए थाने और पुलिस चौकी निर्माण की अनुमति मिल जाए। इसके लिए पुलिस विभाग में मदनपुर के पकड़ी, सदर कोतवाली के सोनू घाट में कोतवाली देहात और खामपार के हरेराम चौराहा को थाना बनाने के लिए विभाग तैयारी किया है। इसके साथ ही कुछ पुलिस चौकियों के खोलने की तैयारी है।

जर्जर थाने और चौकियों के भवन की होगी मरम्मत
जिले के 19 थाने और कोतवाली हैं। इसके साथ दर्जनों पुलिस चौकी भी है। थानों में बैरक और अन्य भवन का निर्माण और मरम्मत होगा। इसके साथ ही पुलिस चौकियों के लिए भूमि मिलने पर उसके लिए भी भवन बनेगा। वहीं जर्जर पुलिस चौकियों की मरम्मत कराई जाएगी।

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