पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर होने से उत्तर प्रदेश में बढ़ेगा शीतलहर का प्रकोप
लखनऊ। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से बीते दो दिनों रात का तापमान बढ़ रहा था और लोगों को कुछ राहत मिल रही थी, लेकिन अब यह कमजोर होने लगा है। ऐसे में पहाड़ों से चलने वाली बर्फीली हवाएं एक बार फिर उत्तर प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप बढ़ाएंगी और लोगों को कड़ाके की ठंड के बीच समय गुजारना पड़ेगा। हालांकि कुछ जनपदों में पांच जनवरी के बाद तापमान में कुछ बढ़ोत्तरी होगी, पर गलन बरकरार रहेगी। इसके साथ ही आसमान में कोहरा भी बढ़ेगा जिससे वाहन सवारों की मुश्किलें और बढ़ेंगी। पहाड़ों से चलने वाली बर्फीली हवाओं के बीच बीते दो दिन से उत्तर प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया था, जिससे रात का तापमान गिर रहा था। न्यूनतम तापमान गिरने से लोग शीतलहर के प्रकोप से बचते दिखे, लेकिन देर रात से पश्चिमी विक्षोभ का असर कमजोर हो गया और गलन बढ़ने लगी।
बर्फीली हवाओं के तेज होने से रात में राहगीरों के हाड़ कांप उठे। जैसे-जैसे रात गहराई उनकी हिम्मत जवाब देेने लगी। किसी ने चाय व काॅफी की चुस्कियों के बीच अपना सफर तय किया तो किसी ने सड़क पर जलने वाले अलाव के सहारे दूरियां तय कीं। रात की गलन का असर तड़के भी रहा। धुंध व हल्के कोहरे के बीच दिन निकला। दिन चढ़ने के साथ धुंध छठनी शुरू हुई। इस बीच सर्द हवाएं अपना एहसास कराती रहीं। मौसम विभाग के मुताबिक पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर अब मैदानी इलाकों में तेजी से पड़ेगा और इस साल के अंत में मौसम का मिजाज बदल जाएगा। गुरुवार की रात कानपुर प्रदेश का सबसे ठंडा जनपद हो सकता है और प्रदेश में शीतलहर चलने के साथ ही कोहरा का भी प्रकोप बढ़ेगा।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डाॅ. एसएन पांडेय ने बुधवार को बताया कि लगातार दो दिन न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस से नीचे होने पर कोल्ड डे की स्थिति बन जाती है और प्रदेश के अधिकांश जनपदों में आगामी दिनों में यह स्थिति होने वाली है। बताया कि इस हफ्ते दिल्ली, मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश समेत छह राज्यों में भीषण ठंड पड़ने के आसार हैं। प्रदेश में कानपुर बेहद सर्द होगा। सुबह व रात के वक्त शीतलहर चलने से इसके संकेत मिलने शुरू हो गए हैं। बताया कि साल के अंतिम दिन तापमान तीन से पांच डिग्री सेल्सियस गिर सकता है।