सरकार के साथ बातचीत से पहले किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि सरकार कानून वापस नहीं लेगी तो प्रदर्शन खत्म नहीं होगा. सरकार को कानून वापस लेना ही पड़ेगा, संशोधन पर बात नहीं बनेगी.
कृषि कानून को लेकर आज एक बार फिर सरकार और किसान संगठन बातचीत की टेबल पर होंगे. बुधवार को दोपहर 2 बजे केंद्र सरकार के मंत्री और आंदोलन कर रहे 40 किसान संगठनों के नेता छठे राउंड की चर्चा करेंगे. किसानों ने इस मुलाकात से पहले अपने चार मुख्य मुद्दे गिना दिए हैं, लेकिन सरकार भी कानून ना वापस लेने के मूड में है.
केंद्र सरकार की ओर से कई बार कहा जा चुका है कि वो कृषि कानून वापस नहीं लेगी. ऐसे में किसानों से चर्चा कर उनकी समस्याओं का हल करने को तैयार है. बीते दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पीयूष गोयल के बीच लंबे दौर की बातचीत हुई, जिसमें किसानों संग मुलाकात की रणनीति बनाई गई.
किसानों की ओर से सरकार के साथ चर्चा करने से पहले ही एक जवाब भेजा गया था. जिसमें किसानों ने कहा था कि वो अपने निश्चित चार मुद्दों पर ही चर्चा करना चाहते हैं, जिनमें कृषि कानून के वापसी के तरीके, बिजली बिल से जुड़े कानून की वापसी, एनसीआर में प्रदूषण को लेकर बिल पर चर्चा और पक्की एमएसपी पर बात करेंगे.