लखनऊ : एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने यूपी के कौशल विकास मंत्री कपिलदेव अग्रवाल को तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त करते हुए उनके भाई ललित अग्रवाल तथा अन्य के खिलाफ थाना हजरतगंज, लखनऊ में दर्ज कराये गए मु०अ०स० 401/2020 अंतर्गत धारा 120B, 417, 420, 465, 468 आईपीसी की विवेचना सीबीआई को देने तथा इस पूरे प्रकरण को प्रवर्तन निदेशालय को संदर्भित करने किये की मांग की है। मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ तथा पीएम नरेन्द्र मोदी को भेजी अपनी शिकायत में नूतन ने कहा कि दरोगा दिनेश कुमार शुक्ला द्वारा लिखवाये गए इस मुकदमे में अभियुक्तगण द्वारा इन ब्लाक कंपनी के कथित स्वदेशी मोबाइल के साथ पिओइएम तथा यूपी सीएम के फोटो का दुरुपयोग करते हुए आम जनता में छलने का काम किया गया।
नूतन ने कहा कि पुलिस द्वारा मुकदमे में आधे-अधूरे तथ्य लिखे हैं तथा जानबूझ कर ललित अग्रवाल के बड़े भाई कपिलदेव अग्रवाल तथा अन्य मंत्री/विधायकगण का बचाव किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में कपिलदेव अग्रवाल शुरू से ही काफी सक्रिय रहे हैं तथा उन्होंने एवं उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार ने नॉएडा में इसकी लॉन्चिंग की थी, जिसे मंत्री सहित लम्भुआ विधायक देवमणि द्विवेदी ने भी अपने फेसबुक पर पीएम तथा सीएम के फोटो के साथ अपने फेसबुक पर शेयर किया था।
नूतन के अनुसार इस कथित मोबाइल के माध्यम से काला धन सफ़ेद करने की बात भी कही जा रही है। उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस जानबूझ कर मंत्री तथा विधायकगण का बचाव कर रही है तथा सतही तौर पर विवेचना कर मामले की गंभीरता को समाप्त कर उसे रफा-दफा करना चाहती है। अतः उन्होंने प्रकरण की विवेचना सीबीआई को दिए जाने, इस मामले को ईडी को संदर्भित करने तथा कपिलदेव अग्रवाल को मंत्रिमंडल से हटाये जाने की मांग की है।