खनकती आवाज में प्रिया पाल के भोजपुरी गीतों पर झूमे श्रोता

यूपी महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या

लखनऊ। प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के तत्वावधान में सेक्टर ओ पोस्टल ग्राउण्ड केन्द्रीय विद्यालय के सामने अलीगंज लखनऊ में चल रहे यूपी महोत्सव-2020 की चौथी सांस्कृतिक संध्या का उद्घाटन मुख्य अतिथि शशांक शेखर सिंह भाजपा नेता और विशिष्ट अतिथि विवेक ठाकुर इण्डिया यूथ आइकॉन ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह और उपाध्यक्ष एन बी सिंह ने मुख्य अतिथि शशांक शेखर सिंह भाजपा नेता और विशिष्ट अतिथि विवेक ठाकुर इण्डिया युूथ आइकॉन को पुष्प गुच्छ, अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। प्रदेश सरकार द्वारा प्रद्वत कोविड-19 के नियमों के तहत आयोजित यूपी महोत्सव में रविवार को अपराहन लक्ष्य साहित्यिक सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था द्वारा अखिल भारतीय कवि सम्मलेन का आयोजन डॉ अजय प्रसून की अध्यक्षता में हुआ। आहत लखनवी की वाणी वन्दना से आरम्भ हुए कवि सम्मेलन में वरिष्ठ कवि शरद कुमार पाण्डेय शशांक ने सुनाया यह राधा का गांव है मन कथा से दूर श्याम-श्याम कटते यहां निशि दिन मीरा सूर। दिनेश सोनी ने कहा मैं तो हूं एकाकी जीवन क्या कुछ करता है, दर्पण के उस पार देखने का मन करता है।

राजीव पन्त ने कहा इंसानहो गया बौना, जब से आया कोरोना। सतीष ने सुनाया वो दिव्य पुरुष बनकर धरती पर, स्वर्गलोक से आए थे, सौभाग्य हमारे जीवन का वो भारत मां के जाए थे। सचिन मेहरोत्रा की बानगी थी नून लगते हो शीन लगते हो देखने में जहीन लगते हो। राम राज भारती ने कहा ताम्बा पीतल फूल गुम चली फाइबर थाल रिष्ते सब बौने बने याद रही ससुराल। भारती पायल अग्रवाल ने सुनाया कहि गर्व से हिन्दू हम हिन्दुस्तान हमारा है। कवि सम्मेलन में इसके अलावा शिखा सिंह प्रज्ञा, डॉ सुभाष चन्द रसिया, प्रिया सिंह, गोबर गणेश, प्रतिभा गुप्ता, षिखा सिंह, रेनु द्विवेदी, अषोक झंझटी, हरि प्रकाष हरि, कृष्णा नन्द राय, आलोक यवन, सरिता कटियार, युक्ति श्रीवास्तव, शलभ फैजाबादी, योगेष चौहान, चेतराम अज्ञानी, सिद्धेश्वर क्रांति, महिमा तिवारी, रेनु वर्मा रेणु, डॉ अजय प्रसून, कुंवर कुसुमेष, सम्पत्ति कुमार मिश्र, कन्हैया लाल, डॉ सुभाष चन्द गुरूदेव, नरेन्द्र भूषण, निशा सिंह, अनुजा मनु, स्वधा रवीन्द्र ने अपनी बानगी से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध किया। धन्यवाद ज्ञापन मनमोहन बाराकोटी ने दिया।

संगीत से सजे कार्यक्रम का आकर्षण बनी भोजपुरी नाइट। भोजपुरी माटी की सोंधी महक का अहसास कराती इस नाइट में भोजपुरी गायिका प्रिया पाल ने अपनी खनकती हुई आवाज में ललकी चुनरिया उटाईदा नजरा जहि मईया देवी गीत से अपने कार्यक्रम की शुरूअअत कर छोड़ो कलिअइया घनश्याम सबेरे दहि दे जाऊंगी भोजपुरी गीत को सुनाकर श्रोताओं को खूब झुमाया। मन को मोह लेने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त प्रिया पाल ने अपनी सुमधुर आवाज में घर पर पधारो गजानन्द, रेलिया बैरन पिया को लिये जाय रे, जुग जुग जियसु ललनवा और हमरी कलइया सुकुंवार हो भोजपुरी गीत को सुनाकर श्रोताओं का दिल जीता।

दिल को जीत लेने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त सुरभि, निवेदिता, भारती, शिल्पी, मंजुलता, सीमा, अंजू शर्मा, अंजू श्रीवास्तव, पारूल और शिवानी ने सम्वेत स्वरों में आत्मनिर्भर की चलती लहरिया सखि आत्मनिर्भर हम बनईबे गीत को सुनाकर लोगों को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। इसी क्रम में यशस्वी, प्रकृति, नन्दिनी, शिवांशी, खुशी, समृिद्ध, मोनाली और अंशिका ने सुनो सुनो मेरी आवाज गीत पर आकर्षक नृत्य पेश किया। हृदय को हर्षातिरेक से भर देने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त सुरभि, शिल्पी, मंजूलता और अन्नू ने अपनी खनकती हुई आवाज में अपने गांव मा रहे देश न गीत सुनाया। इसी क्रम में नन्दिनी, शिवांगी, पहल श्रीवास्तव, अंशिका और समृद्धि ने बॉलीवुड गीतों पर थिरक कर लोगों का मन मोहा। इस अवसर पर हेमा ख़त्री, हीरेन्द्र सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों के अलावा तमाम लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सम्पूर्ण शुक्ला और अरविन्द सक्सेना ने किया।

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