पिछले सप्ताह 77.8 करोड़ डॉलर की गिरावट के बाद देश के विदेशी मुद्रा भंडार में एक बार फिर बड़ा उछाल आया है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) के आंकड़ों के मुताबिक 18 दिसंबर को खत्म सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार 2.563 अरब डॉलर बढ़कर 581.131 अरब डॉलर की नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया।
इससे पहले 11 दिसंबर को खत्म सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में 77.8 करोड़ डॉलर की गिरावट आई थी। इस गिरावट के बाद पिछले सप्ताह यह 578.568 अरब डॉलर रह गया था। इस वर्ष पांच जून को खत्म सप्ताह के दौरान देश के विदेशी मुद्रा भंडार ने पहली बार 500 अरब डॉलर और नौ अक्टूबर को खत्म सप्ताह के दौरान 550 अरब डॉलर का आंकड़ा पार किया था।
आरबीआइ के मुताबिक चार दिसंबर को खत्म सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (एफसीए) में बढ़ोतरी हुई, जिसका असर विदेशी मुद्रा भंडार के आंकड़ों पर देखा गया। समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां 1.382 अरब डॉलर चढ़कर 537.727 अरब डॉलर पर पहुंच गई।
एफसीए में अमेरिकी डॉलर को छोड़ यूरो, पाउंड व अन्य मुद्राओं को शामिल किया जाता है। इसकी गणना भी डॉलर के मूल्य में ही होती है। समीक्षाधीन सप्ताह के आखिर में देश के स्वर्ण भंडार का मूल्य 1.008 अरब डॉलर बढ़कर 37.020 अरब डॉलर पर जा पहुंचा।
भारतीय रिजर्व बैंक के साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक, समीक्षावधि में देश को अंतरराष्ट्रीय मु्द्रा कोष (IMF) में मिला विशेष आहरण अधिकार (Special Drawing Right) 1.2 करोड़ डॉलर की बढ़त के साथ 1.515 अरब डॉलर और आईएमएफ के पास जमा मुद्रा भंडार भी 16 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.870 अरब डॉलर हो गया.
पिछले साल के आखिरी सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (27 दिसंबर 2019 को समाप्त सप्ताह) में दो अरब 52 करोड़ डॉलर की बढ़त से 457 अरब 46 करोड़ 80 लाख डॉलर दर्ज किया गया था। बता दें कि आरबीआई हर सप्ताह ये आंकड़े जारी करता है। विदेशी मुद्रा भंडार एक या एक से ज्यादा मुद्रा में रखे जाते हैं। आमतौर पर भंडार डॉलर (Dollar) या यूरो में रखा जाता है।