सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेई का जन्म दिवस

मोदी ने किसान सम्मान निधि की अगली किस्त जारी की, किसानों में हर्ष
बनारस में आज 2 लाख 21 हजार 710 किसानों के खातों में पहुंची धनराशि

वाराणसी। पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेई जी का जन्म दिवस जनपद में सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान सम्मान निधि की नई किस्त किसानों के खाते में वर्चुअली प्रेषण की तथा विभिन्न प्रदेशों के किसानों से सीधा संवाद कर उनसे नई कृषि नीति के लाभ व सरकार की किसान सहायतित योजनाओं से हो रहे लाभों के बारे में जानकारी ली। सुशासन दिवस जनपद के समस्त विकासखंड स्तर, मंडी परिषद, सहकारी संस्थाओं पर आयोजित हुआ। जिसमें वहां टीवी एवं एलइडी स्क्रीन लगाकर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण हजारों किसानों वह गणमान्य व्यक्तियों ने देखा। जगतपुर इंटर कॉलेज रोहनिया परिसर में आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं वाराणसी जनपद के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन ने किसानों के साथ बैठकर कार्यक्रम को देखा।

वर्चुअल कार्यक्रम से पूर्व किसानों को संबोधित करते हुए मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि आज एकादशी का दिन है। कृष्ण ने द्वापर में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। भारतरत्न पंडित मदन मोहन मालवीय जी का जन्म दिवस भी आज ही है। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई जी का जन्मदिन है। जिसे हम सभी सुशासन दिवस के रूप में मना रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 से सत्ता में आने के बाद से योजनाओं का केंद्र अन्नदाता किसान बनाया गया है। समान में देश का कृषि बजट 134000 करोड़ रुपए बनाया गया है। जो मोदी सरकार से पूर्व के बजट से 6 गुना से भी अधिक है। पूरे देश में कैसे किसान हित हो, किसान का भला हो ऐसे कार्य हो रहे हैं। इसके लिए एमएसपी बढ़ाकर किसान की आय बढ़ाई गई। किसान क्रेडिट कार्ड की शुरुआत स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई जी की सरकार में वर्ष 1998 में हुई थी। वर्ष 2020 में अभियान चलाकर करोड़ों किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड मिला, अब पशु पालक व मत्स्य पालकों को भी किसान क्रेडिट कार्ड दिया जा रहा है।

मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने किसान हित में उल्लेखनीय निर्णय लिए हैं। वर्ष 2017 में योगी सरकार बनाने के बाद कैबिनेट के पहले एजेंडा में किसानों का एक लाख रुपए तक ऋण माफ को मंजूरी दी गई। जिसमें प्रदेश में 86 लाख लघु सीमांत कृषकों का 36000 करोड़ रुपए का ऋण माफ हुआ। मोदी सरकार से पहले खाद की किल्लत रहती थी। प्रधानमंत्री मोदी के एक निर्णय नीम कोटेड यूरिया से इसकी कालाबाजारी बंद हुई और किसानों को सुगमता से उपलब्ध होने लगी। प्रदेश में गेहूं, धान खरीद सुचारू वह व्यापक स्तर पर होने लगी। योगी सरकार से पूर्व प्रदेश में 10 लाख मैट्रिक टन गेहूं खरीदा जाता था। वर्तमान सरकार के आते ही पहले वर्ष में 46 लाख मैट्रिक टन व दूसरे साल 52 लाख मैट्रिक टन गेहूं खरीदा गया और इसका पैसा सीधे किसानों के खाते में भेजा गया। धान में भी रिकॉर्ड खरीद हुई। प्रदेश के गन्ना किसानों को 12000 करोड़ रुपए जो योगी सरकार से पूर्व का बकाया था उसे भुगतान किया गया। गन्ना किसानों को योगी सरकार में 112000 करोड़ रुपए का भुगतान हुआ। योगी सरकार से पूर्व विभिन्न वर्षो में प्रदेश की एक बार 11 व दोबारा 19 चीनी मिलें बंद हुई। योगी सरकार के 3 वर्ष में प्रदेश में 18 चीनी मिले या तो सुधरणीकरण हुआ, नई बनी या क्रियाशील की गई। किसानों के हित में देश व प्रदेश सरकार सतत क्रियाशील है।

इस अवसर पर मंत्री आशुतोष टंडन ने किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास, मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के प्रमाण पत्र हस्तगत किए। जिसे पाकर किसानों के चेहरे खिल उठे। प्रधानमंत्री के उद्बोधन सुनकर किसान के चेहरों पर चमक दिख रही थी और कह रहे थे कि नई कृषि नीति से अब हमें बड़ा फायदा होगा और कानूनी सुरक्षा की ताकत भी मिलेगी। इस अवसर पर विशाल कृषि मेला व किसान गोष्ठी संपन्न हुई। जिसमें 27 विभागों के स्टालो पर कृषि निवेश का प्रदर्शन एवं नई कृषि तकनीकी की जानकारी दी गई। मंत्री आशुतोष टंडन ने किसान मेला में लगे स्टालों का भ्रमण कर निरीक्षण किया और उनसे कार्यों के बारे में पूछताछ की। इस अवसर पर विधायक सुनील नारायण सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में भाजपा अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा सहित भारी संख्या में महिला व पुरुष कृषक बंधु उपस्थित थे।

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com