शहर में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन लगाने की तैयारी लगभग पूरी है और वैक्सीनेटर्स को भी प्रशिक्षण दिया जा चुका है। वैक्सीन को सुरक्षित रखने और लगाने के लिए सेंटर भी बनाए जा चुके हैं। पहले चरण में हेल्थ वर्कर, दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर और तीसरे चरण में आमजन को वैक्सीन लगाने की तैयारी पूरी कर ली गई है।
वैक्सीन लगाने से पहले स्मार्ट फोन पर कोविन-एप में वैक्सीन लगवाने वाले व्यक्ति की सभी जानकारी फीड करनी होगी। सभी सूचना फीड करते ही हरे रंग में सही का निशान और उसके बाद ओके करना होगा। कोरोना वैक्सीनेशन के कार्य में लगे अधिकारियों को मास्क एवं ग्लब्स पहनना अनिवार्य होगा। हर दूसरे व्यक्ति को टीका लगाने से पहले वैक्सीनेटर को सैनिटाइजर से हाथ सैनिटाइज करना अनिवार्य होगा।
स्प्रिट या सैनिटाइजर से साफ न करें
ध्यान रहे, वैक्सीन लगाने से पहले जहां वैक्सीन लगाई जानी है, उसे अंग को स्प्रिट या सैनिटाइजर से साफ करना पूरी तरह प्रतिबंधित है। वैक्सीन में लाइन एंटीजन है। उस जगह को साफ करने से वैक्सीन का प्रभाव नष्ट हो जाएगा।
डिस्टिल वाटर से करें साफ
वैक्सीन लगाने से पहले उस अंग को सिर्फ डिस्टिल वाटर, वाटर फार इंजेक्शन या नार्मल स्लाइन से ही सफाई की जानी चाहिए। इसका पूरी तरह से ध्यान रखना होगा। इसमें चूक से वैक्सीन का लाभ नहीं मिलेगा।
वैक्सीन का बैच नंबर व कंपनी की होगी फीडिंग
वैक्सीन लगाने से पहले कोविंन एप में वैक्सीन का बैच नंबर और कंपनी का नाम भी फीड करना जरूरी होगा। उसके बाद वैक्सीन लगाई जाएगी। उसी कंपनी की वैक्सीन की दूसरी डोज 28 दिन बाद लगाई जाएगी, दोनों डोज एक ही कंपनी की होगी।
कंधे पर लगेगी 0.5 एमएल वैक्सीन की डोज
कोरोना वायरस से बचावे के लिए 0.5 एमएल वैक्सीन की डोज दो बार लगाई जाएगी। पहली डोज लगाने के बाद 28 दिन बाद दूसरी डोज लगेगी। यह वैक्सीन दाएं हाथ की डेल्टॉइड मांसपेशी (कंधे की मजबूत मांसपेसी) में लगाई जाएगी। वैक्सीन लगाने के आधा घंटे तक व्यक्ति को रोकने के बाद घर जाने की अनुमति प्रदान की जाएगी।
सभी टीमों का पूर्व ही कोविन एप में पंजीकरण होगा। वैक्सीन लगाने के बाद किसी प्रकार की आपात स्थिति में वैकल्पिक इंतजाम रहेंगे। इसके लिए वैकल्पिक टीमें तैयार रहेंगी।