उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर द्वारा कासगंज के अमांपुर थाने में पूर्व आईएएस अफसर सूर्य प्रताप सिंह के खिलाफ दर्ज किया गए एफआईआर केस में भेजी गयी शिकायत के उत्तर में श्री सिंह को जिम्मेदार तथा सम्माननीय व्यक्ति बताया है. नूतन ने अपनी शिकायत में श्री सिंह द्वारा मात्र एक पुरानी रेप की घटना को ट्वीट करने पर लिखाए गए मुकदमे को पूरी तरह गलत बताया था. इसके जवाब में सीओ सहावर, कासगंज शैलेन्द्र सिंह परिहार ने कहा है कि श्री सिंह द्वारा ट्वीट किया गया कि कासगंज में गैंगरपे की पीडिता व उसकी माँ जब थाने शिकायत के लिए गए तो दोनों को कुचल कर मार दिया गया.
25 साल में 54 ट्रान्स्फ़र जब मेरी सदनीयत व नीतियाँ नहीं बदल सके तो एक FIR क्या बदलेगी?
सत्य पक्ष हमेशा सत्ता पक्ष पर भारी पड़ता है। जय हिंद— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) June 11, 2020
इससे कासगंज पुलिस की छवि धूमिल हुई जबकि अमापुर पुलिस ने तत्काल मुक़दमा दर्ज कर लिया था. सीओ ने कहा कि श्री सिंह एक जिम्मेदार व सम्मानीय व्यक्ति हैं, जिनके द्वारा बिना प्रकरण की जानकारी किये यह ट्वीट किया जाना अत्यंत आपत्तिजनक है जिससे सामाजिक सौहार्द्र बिगड़ने की आशंका थी जिसपर यह मुक़दमा दर्ज हुआ. सीओ ने बताया कि मामले में सही धाराओं के समावेश हेतु एसपीओ कासगंज से विधिक राय ली जा रही है. जिसके बाद कार्यवाही की जाएगी. नूतन ने यह कहते हुए एक बार फिर डीजीपी एच सी अवस्थी से इस निराधार प्रकरण को समाप्त करने की मांग की है कि मात्र पुराने प्रकरण में ट्वीट करने के आधार पर एफआईआर दर्ज किया जाना पूरी तरह गलत है.