आज यानी सोमवार से छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। 21 से 30 दिसंबर तक यह सत्र चलेगा। इस सत्र में कुल सात बैठकें होगी। बताया जा रहा है कि इस सत्र के पहले दिन कृषि कानून और कोरोना का मुद्दा पर बहस हो सकती है। बताया जा रहा है कि राज्य में धान खरीदी और और क्रय केंद्रों में हो रही अनियमितता को लेकर भाजपा मुख्यमंत्री बघेल सरकार को घरेगी।
विधानसभा के प्रमुख सचिव चंद्र शेखर गंगराडे के मुताबिक, इस सत्र में वित्तीय कार्य और शासकीय कार्य संपादित किया जाना संभावित है। गंगराडे ने बताया कि सत्र के दौरान सभी बैठकों में प्रश्नोत्तर काल होगा तथा 24 अप्रैल को अंतिम ढाई घंटों के दौरान अशासकीय कार्य किए जाएंगे। आगे उन्होंने बताया कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए इस सत्र के दौरान इससे बचाव से संबंधित दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रश्नकाल के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और वन मंत्री विभागों से जुड़े प्रश्न, कोरोना से लगातार हो रही मौत के मामले की तरफ सभी का ध्यान आकर्षित करेंगे। वहीं, भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल और शिवरतन शर्मा, लोक महत्व के विषय पर चर्चा कर सकते हैं। जबकि प्रदेश में लगातार हो रही हाथियों के मौत का मुद्दा नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक भी उठा सकते हैं।