पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसंबर पर भारतीय जनता पार्टी ने पीएम नरेंद्र मोदी का किसान संवाद कार्यक्रम आयोजित किया है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने की रणनीति भी तैयार की गई है।
भारतीय जनता पार्टी 25 दिसंबर को किसान संवाद कार्यक्रम आयोजित कर रही है। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजेपयी के जन्मदिन पर 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किसान संवाद कार्यक्रम को सफल बनाने की रणनीति भी तय की गयी है। शुक्रवार को देर शाम मुख्यमंत्री आवास पर प्रदेश मंत्रिपरिषद व भाजपा संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक में किसानों और पंचायत चुनाव जैसे मुद्दे छाए रहे। इसके लिए प्रत्येक ब्लाक पर प्रधानमंत्री के लाइव प्रसारण की व्यवस्था होगी।
कृषि विभाग इसका नोडल विभाग होगा, जबकि प्रभारी मंत्रियों से भी अपने प्रभार वाले जिलों में सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद कराने को कहा गया है। इस दौरान प्रत्येक ब्लाक मुख्यालय में बड़े स्क्रीन के जरिये प्रधानमंत्री का सीधा संबोधन प्रसारित किया जाएगा, जिसमें स्थानीय भाजपाइयों के अलावा अधिक से अधिक किसानों को जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में जनकल्याणकारी योजना व कार्यक्रमों के प्रचार-प्रसार पर जोर देते हुए संपर्क संवाद बढ़ाने को कहा है। उन्होंने प्रदेश के प्रभारी मंत्रियों को अपने आवंटित जिलों में नियमित भ्रमण करते रहने का निर्देश दिया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने गत दिनों हुए चुनावों में बेहतर प्रदर्शन के लिए कार्यकर्ताओं का आभार जताया। आगामी मार्च माह के संभावित पंचायत चुनाव की तैयारी में जुटने के निर्देश दिए। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियों के प्रचार प्रसार के साथ विपक्ष के दुष्प्रचार का भी उचित जवाब देने को कहा।
बैठक में नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह व सहप्रभारियों के अलावा सह संगठन महामंत्रियों का परिचय कराया गया। परिचयात्मक बैठक में प्रदेश प्रभारी व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधामोहन सिंह ने सरकार के कामकाज की सराहना करते हुए कहा कि उनको क्षेत्र में जनता से अच्छा फीडबैक मिल रहा है। उन्होंने सरकार और संगठन के बीच समन्वय को और बेहतर करने पर बल दिया।
स्वजनों को पंचायत चुनाव लड़ाने से बचें मंत्री
भाजपा संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने पंचायत चुनाव की तैयारी में कोई कमी नहीं आने देने की हिदायत दी। मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण के अलावा परिसीमन का भी ध्यान रखने को कहा। उन्होंने मंत्रियों से कहा कि पंचायत चुनाव में अपने परिजनों व रिश्तेदारों को लड़ाने से बचें। आम कार्यकर्ताओं को मौका दिया जाए और चुनाव जीताने में कोई कसर न छोड़ी जाए। उनका कहना था कि पंचायत चुनाव की जीत से वर्ष 2022 की राह भी आसान होगी।