नई दिल्ली। केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। दिल्ली बॉर्डर पर पिछले 23 दिनों से डेरा जमाये किसान कड़कड़ाती ठंड में भी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। उनकी मांग है कि खेती के खिलाफ लाए कानून को सरकार वापस ले। इस प्रदर्शन के दौरान अब तक 22 किसानों की मौत हो चुकी है, जिसे लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने पूछा है कि सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए अन्नदाता और कितनी कुर्बानी देंगे? किसानों के 23 दिन के आंदोलन में 22 लोगों की मौत पर दुख जताते हुए राहुल गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला।
उन्होंने लिखा, “और कितने अन्नदाताओं को कुर्बानी देनी होगी? कृषि विरोधी कानून कब खत्म किए जाएंगे?” अपने ट्वीट के साथ राहुल ने एक खबर भी साझा की है, जिसमें बताया गया है कि दिल्ली कूच के बाद पंजाब के अब तक 22 किसानों की मौत हुई है। दरअसल, कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियां पिछले कई दिनों से किसानों का मुद्दा उठा रही हैं। यहां तक की कांग्रेस ने तो केंद्र की मोदी सरकार को किसान विरोधी भी करार दिया था। वहीं, नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। हालांकि सरकार स्पष्ट तौर पर बता चुकी है कि वो कृषि कानूनों को वापस नहीं लेने जा रही। इसके बावजूद किसानों के विरोध को ध्यान में रखते हुए संशोधन करने की बात कर रही है लेकिन किसान कानून वापस लेने से कम पर तैयार नहीं हैं।