कहा, किसानों की बेहतरी समेत हर अच्छे काम से विपक्ष को परेशानी
आने वाले दिनों में दे चुके होंगे 4 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी
बरेली/लखनऊ : बरेली में गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसान सम्मेलन के जरिए किसानों से सीधा संवाद स्थापित किया. अपने खास अंदाज में योगी किसानों से मुखातिब हुए। किसान सम्मेलन के मंच से मुख्यमंत्री विपक्ष पर खूब बरसे। योगी ने कहा कि किसानों की बेहतरी से विपक्ष को परेशानी है। किसानों के हक का 90 फीसदी चट कर जाने वाले बिचौलियों, दलालों की लड़ाई लड़ रहा है विपक्ष। योगी ने कहा एमएसपी और मंडियों के खत्म होने की अफवाह फैला कर किसानों को गुमराह करने की साजिश रच रहा है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण और कश्मीर में धारा 370 हटने से विपक्ष को परेशानी है। योगी ने कहा कि आने वाले दिनों में हम 4 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दे चुके होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग देश के किसानों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। एक झूठ को सौ बार बोलने वाली कम्युनिजम की थ्योरी कभी सफल नहीं होने वाली। हम सत्यमेव जयते को मानने वाले लोग हैं। सत्य के मार्ग पर चलेंगे और सच बोलेंगे। यही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं।
खेत से बाजार तक सरकार किसानों के साथ
योगी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि ये वो लोग हैं जिनको किसानों के जीवन में परिवर्तन अच्छा नहीं लगता है । खेत से खलिहान, बीज से बाजार तक की सभी सुविधाएं मोदी जी किसानों को उपलब्ध करा रहे हैं। संतुलित उर्वरकों के प्रयोग से लागत घटाने के लिए हर किसान को स्वायल हेल्थ कार्ड, 36 हजार करोड़ रुपये की कर्ज माफी, सोलर पंप वितरण, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद, 72 घण्टे में भुगतान, हर खेत को पानी, फसल बीमा,प्रधान मंत्री किसान सम्मान आदि योजनाएं उसीका हिस्सा हैं। कल ही केंद्रीय कैबिनेट ने ₹ 3500 करोड़ की गन्ना एक्सपोर्ट सबसिडी सीधे किसानों के खातों में भेजने का फैसला किया है। जिन लोगों ने हमेशा अन्नदाता के हक पर डकैती डाला है उनको किसानों को पूरी पारदर्शिता से मिलने वाले ये लाभ पसन्द नहीं आ रहे।स्वर्गीय राजीव गांधी जी ऐसे ही नहीं कहते थे कि मैं 100 रुपये भेजता हूं तो 10 रुपये ही लोगों तक पहुंचता है। किसानों की बेहतरी से परेशान होने वाले ये वही दलाल और बिचौलिये हैं, जो नब्बे रुपये चट कर जाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को गुमराह किया गया कि एमएसपी समाप्त हो गई। जबकि हम न केवल इसकी गारंटी दे रहे बल्कि इसके दायरे और दाम को भी बढ़ाया है। दरअसल किसानों को सिर्फ गुमराह किया जा रहा है। बाजार में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा हो और किसानों को ज्यादा कीमत मिले इस लिए कृषि कानून लेकर आए हैं। किसान कहीं भी जा कर अपनी फसल बेच सकता है। मंडी के अलावा बाहर किसी प्रकार का कोई टैक्स नहीं लगेगा। मैं यही बताने और विपक्ष की पोल खोलने आपके बीच आया हूं। 2017 में सरकार बनते ही पहली कैबिनेट में हमने 86 लाख किसानों के 36 हजार करोड़ रुपये की कर्ज माफी का फैसला किया। हमने किसानों की फसलों को खरीदा। प्रदेश भर में क्रय केंद्र बनाये। उन्होंने कहा सरकार में आते ही हमने 36 लाख मी.टन गेहूं और 46 लाख मी.टन धान की खरीद की। जिसे आगे बढ़ाते हुए अगली बार 56 लाख मी. टन गेहूं और 52 लाख मी.टन धान खरीदा। अभी भी धान की खरीद हो रही है।
पिछली सरकारों में बंद हो रही थी चीनी मिलें
उन्होंने कहा पिछली सरकारों में एक के बाद एक चीनी मिलें बंद हो रही थी। 6 वर्षों तक गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं हुआ था। हमने रिकॉर्ड 1 लाख 12 हजार करोड़ रुपये गन्ना मूल्य भुगतान किया। चौधरी चरण सिंह जी किसानों के मसीहा थे। उनके क्षेत्र रमाला के लोगों की 30 वर्षों से मांग थी कि चीनी मिल का नवीनीकरण और विस्तारीकरण ये काम किया। नई और आधुनिक चीनी मिलें भी लगाएंगे। हम गन्ने के रस से सीधे एथेनाल बना रहे हैं। बायो फ्यूल की यूनिटें लग रही है ताकि फसलों के साथ ही किसानों को पराली का भी अतिरिक्त दाम मिल सके। हमने मंडी समिति को ई-नाम से जोड़ा है। 800 से अधिक मंडियां ई-नाम से जुड़ी हुई हैं। मंडियों को तकनीक और बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ जोड़ रहे हैं। विपक्ष गुमराह कर रहा है कि मंडी बंद हो जाएगी। विपक्ष पहले किसान सम्मान निधि को चुनावी शिगूफा बताता था। 22000 करोड़ रुपये से अधिक निधि किसानों के खातों में भेजी जा चुकी है। 4300 करोड़ की नई किश्त आने वाली है जो किसानों के खातों में सीधे जाएगी। योगी ने कहा कि हमने सूदखोरी पर लगाम लगाया है। सरकार और किसानों के बीच कोई बिचौलिया नहीं है। विपक्ष को इससे भी परेशानी है। सरकार गांव, किसान, मजदूर,महिलाओं और युवाओं के अधिकतम हित के लिये प्रतिबद्ध है।
राम मंदिर के शिलान्यास से विपक्ष को परेशानी
आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है । विपक्ष को उससे भी तकलीफ है। ये वही लोग हैं जो राम मंदिर के मुद्दे को लटकाते थे,भटकाते थे और हम सब को लड़ाते थे। विपक्षियों को तो अयोध्या जाने में भी परेशानी होती थी। हमारे यहां तो लोग अपने नाम के आगे या पीछे राम लगाते हैं। भगवान राम के प्रति भारत की सनातन आस्था जुड़ी हुई है। इस आस्था पर प्रहार करने वाले परेशान हैं। किसान भाई जब एक दूसरे से मिलते हैं तो राम राम कहते हैं। जन्म से लेकर मृत्यु तक राम नाम का मंत्र चलता है। मोदी जी आए भव्य राम मंदिर का मार्ग प्रशस्त हुआ। शिलान्यास से विपक्ष को परेशानी हुई। विपक्ष को दूसरी परेशानी इस बात से थी कि 1952 में कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर में धारा 370 लगा दी थी। वहां जाने के लिए परमिट लेना होता था। परमिट सिस्टम को समाप्त करने के लिए डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बलिदान दिया। भाजपा ने आंदोलन किया। पहले बरेली के लोग श्रीनगर में अपना मकान नहीं बना सकते थे। प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री ने 370 समाप्त कर लोगों को यह आजादी दी कि वे कश्मीर में कहीं भी गेस्ट हाउस, मकान और धर्मशाला बना सकते हैं। चार परिवार पूरे जम्मू कश्मीर का बजट हजम कर जाते थे। आतंकियों को हमने घर में घुस कर के मारा। विपक्ष को इसमें भी परेशानी है। देश वही है संसाधन वही थे लेकिन नेतृत्व बदला तो नजरिया भी बदला। कोरोना पर पूरी दुनिया ने भारत की सराहना की । 135 करोड़ की आबादी को मोदी जी ने सुरक्षित करने का काम किया।
पहले भर्ती निकलते ही शुरू हो जाती थी वसूली
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कल प्रयाग में कहा है कि माफियाओं की जमीन पर गरीबों,पत्रकारों और वकीलों के मकान बनेंगे। विकास की नई प्रक्रिया चल रही है। स्मार्ट सिटी ,मेडिकल कालेज,एयरपोर्ट,स्कूल, अस्पताल,थाने,चौकी और बैरक बनाने का काम तेजी से चल रहा है। 975 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं चल रही हैं । किसी को भी प्रदेश में अव्यवस्था फैलाने की छूट नहीं है। आने वाले समय में हम नवजवानों को 4 लाख सरकारी नौकरियां दे चुके होंगे। विपक्ष को यही परेशानी है। पहले भर्ती निकलते ही चंद परिवारों के लोग वसूली करने निकल पड़ते थे। मेरे लिए 24 करोड़ की जनता मेरा परिवार है। प्रदेश का कोई भी नवजवान सरकारी नौकरी पा सकता है। सरकारी के साथ निजी क्षेत्र में भी रोजगार की पहल हमने की। हम उप्र में देश की सबसे बेहतरीन फिल्म सिटी बना रहे हैं। इससे भी युवाओं को रोजगार के व्यापक अवसर मिलेंगे। बरेली का एयरपोर्ट विकसित हो रहा है। यहां आधुनिक अस्पताल बन रहे हैं इसका लाभ बरेली के लोगों को मिलेगा। हम मजबूती से विकास की परयिजनाओं को गांव कस्बों तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं।