लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद सत्यदेव सिंह का बुधवार रात निधन हो गया। वह खराब स्वास्थ्य के कारण अस्पताल में भर्ती थे।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य नेताओं ने उनके निधन पर गहरा शोक जताया है। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को अपने ट्वीट में कहा कि पूर्व सांसद सत्येदव सिंह के निधन से पार्टी ने विचारधारा के प्रति एक समर्पित नेता को खोया है। प्रभु श्री राम से दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करता हूं। उप्र विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने ट्वीट किया कि भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद सत्यदेव सिंह के निधन का दुःखद समाचार मिला। उनका निधन अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि परिजनों को यह असहनीय कष्ट सहने का शक्ति प्रदान करे।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व सांसद सत्यदेव सिंह के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। उन्होंने अपना जीवन राष्ट्र, समाज व संगठन की सेवा के प्रति समर्पित किया। उनका निधन समाज व संगठन के लिए अपूरणीय क्षति है। मैं परिजनों व समर्थकों के प्रति अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट करता हूं। वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि पूर्व सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता सत्यदेव सिंह के निधन की खबर अत्यंत दुखद है। उनका राष्ट्र और पार्टी के प्रति अमूल्य योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे व शोक संतप्त परिजनों को यह दुख सहने का संबल प्रदान करे। प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल ने भी सत्येदव सिंह के निधन को संगठन के लिए अपूरणीय क्षति बताते हुए ईश्वर से परिजनों को असहनीय कष्ट सहने का शक्ति प्रदान करने की कामना की। इसके अलावा कई अन्य नेताओं ने भी शोक संवेदना व्यक्त कर सत्यदेव सिंह के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद सहित पार्टी में कई अहम पदों पर रह चुके सत्यदेव सिंह का बुधवार रात निधन हो गया है। उन्हें स्वास्थ्य खराब होने के कारण मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सत्यदेव सिंह 1980 से 1985 तक भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। वह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के करीबी नेताओं में माने जाते थे। इसके अलावा लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के अभिन्न मित्रों में से एक थे। वह 1977 में पहली बार गोण्डा लोकसभा क्षेत्र से भारतीय लोकदल के टिकट पर सांसद चुने गए। इसके बाद 1991 और 1996 में बलरामपुर संसदीय सीट से भाजपा के लोकसभा सदस्य चुने गए थे। श्री सिंह को कुछ दिनों पहले स्वास्थ्य खराब होने के कारण मेदांता में भर्ती कराया गया था। इसी माह उनकी पत्नी सरोज रानी सिंह का भी देहांत हो गया था। उनके निधन से समर्थकों व देवीपाटन मंडल में शोक का माहौल है।