टीम इंडिया ने इंग्लैंड को ट्रेंट ब्रिज में 203 रनों से पीटने के बाद धमाकेदार वापसी करते हुए अपनी सीरीज जीत की उम्मीदों को कायम रखा है.
इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में मजबूती से जीत की पटरी पर लौटी टीम इंडिया ने मेजबान टीम की बढ़त को 1-2 से कम कर दिया है.
82 साल बाद कोहली के पास बड़ा मौका
कोहली की टीम इंडिया के पास अब ऐसा बड़ा कारनामा करने का मौका है, जो विश्व क्रिकेट में पिछले 82 वर्षों में किसी भी टीम ने नहीं किया है. वह है सीरीज में 0-2 से पिछड़ने के बावजूद पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-2 से जीत हासिल करना.
लेकिन, नॉटिंघम में जीत हासिल करने के बाद टीम इंडिया ने इस बड़ी उपलब्धि की ओर एक कदम तो बढ़ा लिया है. पिछले 82 वर्षों से आज तक कोई भी टीम किसी टेस्ट सीरीज में 0-2 से पिछड़ने के बाद सीरीज जीतने में कामयाब नहीं हुई है.
साल 1936-37 में ऑस्ट्रेलिया ही एकमात्र ऐसी टीम रही है, जिसने सर डॉन ब्रैडमैन की कप्तानी में इंग्लैंड के खिलाफ एशेज में 0-2 से पिछड़ने के बाद सीरीज 3-2 से जीती है.
विराट ब्रिगेड अगर साउथेम्प्टन और द ओवल में इंग्लिश टीम को मात दे देती है, तो यह उपलब्धि भारतीय क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक होगी.
इस बात में कोई संदेह नहीं कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली मौजूदा टेस्ट सीरीज में ठीक वो ही भूमिका निभा रहे हैं जो उस दौरान अपनी टीम के लिए ब्रैडमैन ने निभाई थी.
ब्रैडमैन ने किया था असंभव को संभव
साल 1936-37 एशेज में 0-2 से पिछड़ने के बाद कप्तान ब्रैडमैन ने मेलबर्न में 270 रनों की पारी खेली और ऑस्ट्रेलिया के लिए 365 रनों की जीत में अहम किरदार निभाया.
अगले दो मैचों में ऑस्ट्रेलिया ने एडिलेड में 148 रनों से इंग्लैंड को हराया और फिर मेलबर्न में अपनी उल्लेखनीय वापसी पूरी कर ली, जहां ब्रैडमैन की ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को एक पारी और 200 रन से हराते हुए सीरीज 3-2 से अपने नाम कर ली. ब्रैडमैन ने एडीलेड में 212 और मेलबर्न में 169 रन बनाए.
फॉर्म में हैं विराट
2018 इंग्लैंड दौरे पर कोहली ने एजबेस्टन टेस्ट में कुल 200 रन बनाए और फिर लॉर्ड्स में नाकामी के बाद जोरदार वापसी करते हुए नॉटिंघम में 200 रन बनाए.
विराट कोहली पहले ऐसे कप्तान बने हैं, जिन्होंने सातवीं बार एक टेस्ट में 200 या उससे अधिक रन बनाकर टीम को जीत दिलाई. कोहली ने डॉन ब्रैडमैन और रिकी पोंटिंग के छह बार 200 या उससे अधिक रन बनाकर टीम को जीत दिलाने के रिकॉर्ड को तोड़ा है. कोहली का बल्ला अगर ऐसे ही चलता रहा तो सर डॉन ब्रैडमैन वाला कारनामा दोहराने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता.