खरमास आज से आरम्भ हो गया है। जी हाँ, आप जानते ही होंगे खरमास में किसी भी प्रकार के शुभ कार्य वर्जित होते हैं। ऐसे में आज यानी 16 दिसंबर से खरमास लग चुके है और इसी दिन से सभी प्रकार मांगलिक कार्य रूक गए हैं। अब केवल और केवल धार्मिक कार्य प्रमुखता से किए जा सकेंगे। वैसे एक महीने तक चलने वाला ये खरमास मकर संक्रांति के दिन खुलेगा और इसके बाद से मांगलिक कार्य शुरू होंगे। आप सभी को बता दें कि खरमास तब लगता है जब सूर्य देव, धनु राशि में प्रवेश करते हैं। वहीँ खरमास में केवल शुभ कार्य ही वर्जित नहीं होते, बल्कि कुछ चीजों का सेवन भी मना होता है। अब आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ खास बातें। वैसे पहले तो हम आपको यह बता दें कि सूर्य 16 दिसंबर दिन मंगलवार को रात्रि मे 9 बजकर 32 मिनट पर धनु राशि मे प्रवेश कर रहे हैं और यह 14 जनवरी की शाम तक खरमास रहेगा, इसलिए मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी।
खरमास में जरूर करने चाहिए यह काम-
# कहा जाता है खरमास के पहले दिन से ही सूर्योदय से पूर्व उठकर आप स्नान कर लें और इसके बाद उगते सूर्य को जल देना चाहिए।
# ध्यान रहे खरमास में सूर्यदेव और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा जरूर करने से लाभ होते हैं।
# कहा जाता है खरमास में ब्राह्मण, गुरु, गाय एवं साधु-सन्यांसियों की सेवा करने पर अमोघ पुण्य मिलता है।
# कहते हैं खरमास में आदित्यस्त्रोत का पाठ करें तो बड़ा लाभ होता है।
# कहा जाता है खरमास मे पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए या फिर नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर नहाना चाहिए।
# कहते हैं दान-पुण्य का इस मास में सबसे ज्यादा प्रयास करने से लाभ होता है।
# खरमास में धार्मिक यात्रा जरूर करना चाहिए।
खरमास में नहीं करने चाहिए ये काम – ध्यान रहे खरमास के दौरान विवाह, गृह प्रवेश आदि मांगलिक कार्य न कारण। इसके अलावा इस महीने में झूठ न बोले। मन को शांत रखकर संयम और धैर्य के साथ समय गुजारें। मांस, शहद, चावल का मांड, चौलाई, उड़द, प्याज, लहसुन, नागरमोथा, गाजर, मूली, राई, नशे की चीजें, दाल, तिल का तेल और दूषित अन्न खाने से बचें। इसी के साथ मन में अच्छे विचार रखे।