मुख्यमंत्री ने सरदार पटेल को पुण्यतिथि पर अर्पित की श्रद्धांजलि
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित प्रदेश के अन्य नेताओं ने मंगलवार को सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल ने भारत को टुकड़ों-टुकड़ों में बांटने की मंशा को विफल करने में सबसे बड़ी भूमिका निभायी और वर्तमान भारत के शिल्पी बने। मुख्यमंत्री ने हजरतगंज स्थित पटेल पार्क में जाकर सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि भारत गणराज्य की एकता अखंडता के सूत्रधार लौह पुरुष सरदार सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनके 70वें परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर मैं कोटि कोटि नमन करता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब जानते हैं कि यह देश भले ही राजनीतिक रूप से किसी कालखंड में अलग-अलग समूह के रूप में रहा हो। लेकिन, सांस्कृतिक रूप से अतीत के उस कालखंड से जब से मानव ने धरती पर जन्म लिया। उत्तर में हिमालय से लेकर के दक्षिण में समुद्र तक पूरा भारत एक सांस्कृतिक इकाई के रूप में जाना जाता था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे शास्त्रों ने और भारतीय मनीषा ने सदैव इस इकाई को भारत भूमि के रूप में या हिन्दुस्तान के रूप में मान्यता देकर के इस भू सांस्कृतिक अवधारणा को राष्ट्र के रूप में माना था। उन्होंने कहा कि लेकिन, उत्थान और पतन जैसे व्यक्ति के जीवन में आता है, वैसे ही राष्ट्र के जीवन में यह चीजें देखने को मिलती हैं। यह देश विदेशी आक्रांताओं की चपेट में आया और इस देश में विदेशी हुकूमत ने एक कालखंड तक शासन किया। विदेशी हुकूमत जानती थी कि वह भारत पर तब तक स्थाई रूप तक शासन नहीं कर सकती, जब तक की भारत के अंदर यहां के नागरिक एक भाव के साथ जुड़े रहे। इसलिए उन्होंने यहां की एकता और अखंडता को खंडित करने का हर सम्भव प्रयास किया। छोटे-छोटे समूहों में यह देश अलग अलग राज्य, रजवाड़ों के रूप में विदेशी हुकूमत के साथ मिलकर के या उसे अलग होकर भी कार्य कर रहा था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भारत के अंदर देश की स्वाधीनता के लिए एक नया शंखनाद होता है, तो कुटिल अंग्रेज इस बात को जानते थे कि वह भारत को बहुत अधिक दिनों तक अपने शासन के अधीन नहीं रख सकते हैं। भारत को टुकड़ों टुकड़ों में बांटने की उनकी मंशा थी। इस मंशा को विफल करने में जिस महापुरुष ने सबसे बड़ी भूमिका का निर्वहन किया और आज के वर्तमान भारत के इस स्वरूप को प्रदान करने के जो शिल्पी हैं, वह सरदार वल्लभभाई पटेल ही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत अपने महान नेता को, भारत माता के महान सपूत को, जिन्होंने वर्तमान भारत की एकता और अखंडता के लिए प्रयास करते हुए बड़ी सफलता प्राप्त की उनके प्रति सदैव कृतज्ञता व्यक्त करते हुए उनका स्मरण करेगा। उन्होंने प्रदेशवासियों की तरफ से सरदार पटेल के द्वारा दिए गए योगदान को याद करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
वहीं उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने अपने ट्वीट में कहा कि भारत रत्न, सम्पूर्ण राष्ट्र को एकता के सूत्र में बांधने वाले दूरदर्शी महान जननायक, कुशल प्रशासक, स्वतन्त्र भारत के प्रथम गृह मंत्री व उप-प्रधानमंत्री ‘लौह पुरुष’ सरदार वल्लभभाई पटेल जी की पुण्यतिथि पर उन्हें शत्-शत् नमन। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि स्वतंत्र भारत के प्रथम गृह मंत्री व उप-प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय एकता के प्रतीक एवं आधुनिक अखण्ड भारत के निर्माता, भारत रत्न, लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि एकीकृत भारत का सपना साकार करने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी, भारत रत्न सम्मानित देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की पुण्यतिथि पर कोटि कोटि नमन। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल का देश के लिए अमिट योगदान समस्त देशवासियों के लिए सदैव वंदनीय रहेगा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि 562 रियासतों का एकीकरण करने वाले, महान देशभक्त लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी को पुण्यतिथि पर श्रद्धासुमन। उन्होंने कहा कि यह नया भारत सरदार पटेल के अखण्ड राष्ट्र के स्वप्न को साकार करता रहेगा। समाजवादी पार्टी ने ट्वीट किया कि स्वतंत्र भारत की अखंडता के सूत्रधार, लौह पुरुष, भारत के पहले गृह मंत्री, युगांतर नेता, महान स्वतंत्रता सेनानी सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की पुण्यतिथि पर उन्हें शत शत नमन एवं भावपूर्ण श्रद्धांजलि। उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट किया कि अखंड भारत के निर्माता, लौह पुरुष,भारतरत्न सरदार वल्लभभाई पटेल जी की पुण्यतिथि पर शत शत नमन।