पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही राजनीति गर्मा गई है. मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली में चुनाव आयोग के सामने राज्य की स्थिति पर चिंता जताई और एक्शन लेने की मांग की. चुनाव आयोग में जाने वाले नेताओं में बीजेपी विधायक सभ्यसाची दत्ता का कहना है कि बंगाल की हालत कश्मीर से भी बुरी हो गई है.
भाजपा की ओर से बंगाल की कानून व्यवस्था, राज्य में हो रही राजनीतिक हिंसा को लेकर दो पेज का ज्ञापन सौंपा गया है. इसमें इन मुद्दों को उठाया गया है.
• जेपी नड्डा के काफिले पर हमला निंदनीय, बंगाल की पुलिस निष्पक्ष नहीं. पुलिस टीएमसी कार्यकर्ता की तरह काम कर रही है.
• राज्य में सुरक्षा की दृष्टि से अर्धसैनिक बलों की नियुक्ति की जाए.
• राज्य सरकार के कर्मचारी आपस में बैठक कर TMC को खुला समर्थन देने को कह रहे हैं, ऐसे में बंगाल में वो कैसे निष्पक्ष चुनाव करवा पाएंगे.
• बंगाल में जल्द से जल्द आचार संहिता लागू हो.
बीजेपी की शिकायत के बाद चुनाव आयोग भी एक्शन में आया है. 17 दिसंबर को चुनाव आयोग के डिप्टी कमिश्नर सुदीप जैन बंगाल का दौरा करेंगे और हालात को परखेंगे.
गौरतलब है कि बीते दिनों बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमला किया गया और गाड़ियों पर पत्थर बरसाए गए. उनके अलावा कैलाश विजयवर्गीय की गाड़ी पर पत्थर फेंके गए, जिसमें उन्हें चोट भी आई. इसी घटना के बाद बीजेपी ने ममता सरकार पर हमला तेज किया है.
बीजेपी का आरोप है कि बंगाल में हर रोज उनके किसी ना किसी कार्यकर्ता की हत्या हो रही है, बीजेपी के नेताओं पर हमले किए जा रहे हैं. ऐसे में ममता सरकार कानून व्यवस्था में पूरी तरह फेल हो गई है.
एक ओर बीजेपी चुनाव आयोग के जरिए ममता सरकार को घेरने में जुटी है. दूसरी ओर नॉर्थ बंगाल के अपने दौरे के बीच ममता बनर्जी ने एक बार फिर CAA और NRC का मसला उठाया. ममता ने कहा कि हम लोग रिफ्यूजी कॉलोनी का ध्यान रखेंगे, बीजेपी से डरने की जरूरत नहीं है. बीजेपी ने नॉर्थ बंगाल के लिए क्या किया है, बीजेपी से बड़ा कोई लुटेरा नहीं है.
ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी ने लोगों को वादा किया और फिर धोखा दिया. बोले थे कि हर साल दो करोड़ नौकरी देंगे, लेकिन कहां हैं? अभी तक 15 लाख भी खाते में नहीं आए.