घर में कोहराम, आज शाम पार्थिव शरीर पहुंचेगा मुजफ्फरनगर
लखनऊ। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी बम को निष्क्रिय करते समय डिप्टी कमान्डेंट विकास कुमार गंभीर रूप से घायल हो गये थे। उन्हें सुकमा से रायपुर लाया गया था, जहां इलाज के दौरान रविवार की देर रात वो शहीद हो गए। वे 208वीं बटालियन में तैनात थे। उनके शहीद होने की खबर मिलते ही उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर में पचेन्डा गांव में रहने वाले परिवार में कोहराम मच गया। जानकारी के मुताबिक, 13 दिसम्बर को कोबरा बटालियन 208 को किस्टाराम के ग्राम कांसाराम नाला के पास में आईईडी बम होने की सूचना मिली थी। सूचना के बाद कोबरा बटालियन की टीम मौके पर पहुंची और आईईडी निष्क्रिय कर रही थी। इस दौरान बम फट गया और ये हादसा हो गया। हादसे में कोबरा बटालियन के डिप्टी कमान्डेंट इसकी चपेट में आ गए।
हादसे के बाद उन्हें गंभीर अवस्था में सुकमा से रायपुर लाया गया। जहां उपचार के दौरान एक निजी अस्पताल में रविवार की देर रात करीब 1 बजे के आसपास वे शहीद हो गए। घटना में शहीद हुए जवान का पार्थिव शरीर को आज श्रद्धांजलि दी जाएगी, उसके बाद उसके पार्थिव शरीर को उत्तर प्रदेश भेजा जाएगा। यूपी प्रशासन के मुताबिक देर शाम शहीद के पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव आ जायेगा। इसको लेकर परिवार से बातचीत कर सारी तैयारी शुरू कर दी गयी। शहीद विकास कुमार के परिवार में पत्नी के अलावा एक साल का बेटा और चार साल की बेटी है।