दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। देश में लगातार कुछ दिनों 800-900 से अधिक नए मामले सामने आए हैं। वहीं रविवार, 13 दिसंबर को यहां पर एक ही दिन में कोरोना संक्रमण के 1030 से अधिक मामले सामने आए, जो कि एक रिकॉर्ड है। कोरिया डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन एजेंसी (KDCA)के मुताबिक इसके बाद देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 42766 तक जा पहुंची है। केडीसीए के मुताबिक इस माह के शुरुआत में दक्षिण कोरिया में 400-600 के बीच मामले सामने आए थे जो शनिवार को 900 के पार जा पहुंचे और रविवार को 1000 के पार हो गए। आपको बता दें कि बीते दस माह में यहां पर कोरोना संक्रमण की दर में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। बढ़ते मामलों को देखते हुए राष्ट्रपति मून जे ने एक आपात बैठक बुलाई थी। इसमें उन्होंने कोविड-19 की टेस्टिंग को फ्री करने की घोषणा की है।
इसके लिए 150 जगहों पर मेकशिफ्ट टेस्टिंग साइट बनाई जाएंगी। ये करीब 3 सप्ताह तक लगातार काम करेंगी। आपको बता दें कि जनवरी में दक्षिण कोरिया में कोरोना संक्रमण का पहला मामला सामने आया था। कोरियन न्यूज एजेंसी यॉनहॉप ने सेंट्रल डिजीज कंट्रोल हैडक्वार्टर्स से मिली जानकारी के हवाले से बताया है कि 3 जनवरी तक सिओल, योंगसान स्टेशन, देश के सभी जिलों की बड़ी यूनिवर्सिटीज, ऊंचाई वाले इलाके और ग्रेटर सिओल के मेट्रोपॉलिटिन इलाकों में टेस्टिंग सेंटर को तैयार किया जाएगा। यहां पर सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक टेस्ट करवाए जा सकेंगे।
टेस्टिंग को सुचारू रूप से करवाने के लिए स्थानीय स्तर पर प्रशासन का सहयोग भी लिया जाएगा। हालांकि एक्सपर्ट ने टेस्टिंग साइट को बढ़ाने की सलाह दी है। सरकार के बनाए टेस्टिंग सेंटर्स पर एंटीजन टेस्ट के अलावा स्लाइवा बेस्ड टेस्ट भी किया जाएगा। ये पीसीआर टेस्ट से अधिक कारगर बताया गया है। हालांकि पीसीआर टेस्ट को काफी सटीक माना गया है लेकिन इसकी रिपोर्ट आने में 24 घंटों का समय चाहिए होता है। एजेंसी के मुताबिक पहले लोगों का एंटीजन टेस्ट किया जाएगा इसके बाद ही उनका पीसीआर टेस्ट करवाने की सलाह दी जाएगी।
सरकार की तरफ से कहा गया है कि चर्च में होने वाली सामूहिक प्रार्थना सभाओं और निजी मेल मुलाकात से भी संक्रमण की रफ्तार तेज हुई है। इसी वजह से सरकार ने कुछ दिरन पहले ही सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियमों में बदलाव करते हुए एक दूसरे से दूरी की तय सीमा को भी बढ़ा दिया था। इसके बाद भी संक्रमण की रफ्तार को रोकने में काबू नहीं पाया जा सका है। राष्ट्रपति मून ने बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी संसाधनों को जुटाने और उनका पूरा उपयोग करने पर बल दिया है। वहीं प्रधानमंत्री चुंग से क्यू का कहना है कि इससे निपटने के लिए उनके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है कि इसकी टेस्टिंग को बढ़ाया जाएा।
गौरतलब है कि दक्षिण कोरिया में संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए 10 से अधिक लोगों के एक जगह एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। साथ ही सभी तरह के शिक्षण संस्थान भी पूरी तरह से बंद है और ऑनलाइन क्लास के जरिए सभी बच्चों की पढ़ाई हो रही है। वहीं सभी तरह के खेलों के आयोजनों पर प्रतिबंध लगाया गया है।