लखनऊ। योगी सरकार ने धर्मार्थ कार्य विभाग में अब निदेशालय का गठन करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शुक्रवार को आयोजित कैबिनेट बैठक में इस सम्बन्ध में प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। निदेशालय का मुख्यालय वाराणसी में होगा। वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट विश्वनाथ कारिडोर में श्री काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद द्वारा उपलब्ध कराये गए भवन में इसका मुख्यालय बनेगा। उप कार्यालय कैलाश मानसरोवर भवन गाजियाबाद में होगा। निदेशालय में निदेशक के अलावा दो संयुक्त निदेशक, एक लेखाधिकारी, दो कार्यालय अधीक्षक, तीन स्टेनो-आशुलिपिक, दो स्थापना सहायक, दो कम्पूयटर सहायक, तीन वाहन चालक और तीन अनुदेशक तैनात होंगे।
प्रदेश सरकार के मुताबिक धर्मार्थ कार्य विभाग का सृजन वर्ष 1985 में किया गया था। धर्मार्थ कार्य विभाग में अभी तक निदेशालय नहीं था, जिससे धर्मार्थ कार्य विभाग की योजनाओं, परियोजनाओं के संचालन में प्रशासनिक कठिनाइयां होती थीं। निदेशालय के गठन से भविष्य में धर्मार्थ कार्य विभाग और अधिक सुदृढ़ तरीके से कार्य कर सकेगा। उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के अनुरूप पर्यटन के उन्नयन के लिए सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, पौराणिक और स्थापत्य सम्बन्धी सौन्दर्य बोध विकसित और अनुरक्षित करने तथा अवस्थापना सुविधाओं के समयबद्ध विकास के लिए धर्मार्थ कार्य विभाग द्वारा सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में विभिन्न योजनाओं, परियोजनाओं का पर्यवेक्षण एवं क्रियान्वयन किया जा रहा है।
इन परियोजनाओं में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर अधिनियम-1983 का गठन एवं संचालन प्रबन्धन, श्री काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद का गठन एवं संचालन, श्री कैलाश मानसरोवर भवन गाजियाबाद का निर्माण एवं प्रबन्धन, चित्रकूट परिक्रमा स्थल एवं भजन संध्या स्थल का निर्माण, अयोध्या भजन संध्या स्थल का निर्माण एवं प्रबन्धन, वैदिक विज्ञान केन्द्र बीएचयू वाराणसी, कैलाश मानसरोवर तीर्थ यात्रा अनुदान, सिन्धु दर्शन यात्रा अनुदान, राज गोपाल ट्रस्ट लखीमपुर खीरी-अयोध्या का प्रबन्धन, मौनी बाबा मेला जनपद बांदा का प्रबन्धन, श्री गोपाल मंदिर जनपद बांदा चरखारी मंदिर का प्रबन्धन, मां बेला भवानी मंदिर जनपद बुलन्दशहर का प्रबन्धन, प्रदेश के महत्वपूर्ण पौराणिक स्थलों को पवित्र तीर्थ स्थल घोषित किया जाना, भिनगाराज संकट मोचन हनुमान जी मंदिर वाराणसी का प्रबन्धन, शाकम्भरी देवी सहारनपुर का प्रबन्धन, जनपद- झांसी, चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर, जालौन, वाराणसी के विलीनीकृत मंदिरों को अनुदान आदि शामिल हैं। कैबिनेट के फैसले से इनसे सम्बन्धी महत्वपूर्ण कार्य सुचारू रूप से संचालित हो सकेंगे।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन, धर्मार्थ कार्य व संस्कृति डा. नीलकंठ तिवारी ने ‘धर्मार्थ निदेशालय’ पर कैबिनेट की मुहर पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह प्रदेश के लिए गौरवान्वित करने वाला क्षण है। दुर्भाग्य था कि कांग्रेस, सपा व बसपा की पिछली सरकारों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि अब उनके नेतृत्व में धर्मार्थ के क्षेत्र में यूपी देश का ही नहीं विश्व का मार्गदर्शन करेगा।