गोरखपुर। पूर्वांचल के समग्र और सतत विकास पर आयोजित बेबीनार के मुख्य वक्ता अपर मुख्य सचिव, एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल ने कहा कि पूर्वांचल उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था का नया हॉटस्पॉट बनेगा। उन्होंने कहा की पूर्वांचल, दुनिया की सबसे उर्वर भूमि है। यहां प्रचुर मात्रा में पानी, आबादी के रूप में भरपूर मानव संसाधन एवं बाजार उपलब्ध है। यही वजह है कि यहां हर जिले में हस्तशिल्प की सम्पन्न परंपरा सरीखी खूबियां हैं। इस वजह से देश के संपन्नतम इलाकों में पूर्वांचल की गणना होती रही। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना ने चीन के प्रति दुनिया का रवैया बदल दिया है। वहां निवेश करने वाले भारत समेत दुनिया के दूसरे देशों में अपनी जमापूंजी ले जाना चाहते। यहां तक कि जापान जैसा देश अपने निवेशकों की मदद देकर दूसरे देश मे स्थापित करने में जुटा है। अब उत्तर प्रदेश भी इस अवसर को लपकने की कोशिश में है। इसमें भी पूर्वांचल के लिए यह बेहतरीन अवसर है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में पूर्वांचल का पुराना गौरव लौटने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। यहां खेतीबाड़ी, सर्विस सेक्टर और एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। जरूरत इनको समय के अनुसार तकनीक से अपडेट करने, उत्पाद की क्षमता एवं गुणवत्ता बढ़ाने, इसके लिए जरूरत के अनुसार वित्तीय सुविधा देने और बाजार उलब्ध कराने की है।
सहगल ने कहा कि दुनिया की सघनतम आबादी होने के नाते पूर्वांचल सबसे बड़ा बाजार भी है। एफएमसीजी कंपनियां खर्च बचाने के लिए जहां बाजार हो और श्रम सस्ता हो वहां निवेश पसंद करती है। जिसे ध्यान में रखते हुए सरकार बेहतर कानून व्यवस्था के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी सर्वाधिक जोर दे रही है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड, पूर्वांचल और गंगा एक्सप्रेसवे, इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड जेवर एयरपोर्ट के अलावा, अयोध्या, कुशीनगर, सोनभद्र में भी एयरपोर्ट तैयार हो जाएंगे। इसके जरिए देश-दुनिया का बाजार पूर्वांचल की पहुँच में होगा। जल, जंगल और महापुरुषों भगवान श्रीराम, बुद्ध, कबीर, गुरु गोरखनाथ की कर्मस्थली होने के नाते यहाँ हर तरह के पर्यटन की भी असीम संभावना है।