भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज का आखिरी मुकाबला सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया। इस मुकाबले को कंगारू टीम ने जीता। उधर, विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया पर दोहरी मार पड़ी है। एक तो भारतीय टीम अपना मुकाबला हारकर ऑस्ट्रेलियाई टीम का सूपड़ा साफ नहीं कर पाई। दूसरा ये कि भारतीय टीम को इस मैच में मिनिमम ओवर रेट का दोषी पाया गया है और सभी खिलाड़ियों पर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आइसीसी ने जुर्माना ठोका है।
भारतीय टीम पर मंगलवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में आयोजित हुए तीसरे टी20 मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धीमी ओवर गति को बनाए रखने के लिए मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। एमिरेट्स आइसीसी एलीट पैनल के मैच रेफरी डेविड बून ने भारत पर ये जुर्माना लगाया है। भारत द्वारा समय पर ओवर नहीं फेंके जा सके, जो समय मैच रेफरी ने मंजूरी किया था। यही कारण है कि आइसीसी ने कप्तान विराट कोहली समेत भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों को सजा के तौर पर 20-20 फीसदी मैच फीस काटने का फरमान सुनाया है।
भारतीय खिलाड़ियों को ICC की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के तहत दोषी पाया गया है, जो कि न्यूनतम ओवर-रेट अपराधों से संबंधित है। इसी वजह से खिलाड़ियों को उनकी मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है, क्योंकि उनकी तरफ से आवंटित समय में गेंदबाज अपने ओवर फेंक नहीं पाते हैं। ऑन-फील्ड अंपायर रॉड टकर, जेरार्ड एबॉड, टीवी अंपायर पॉल विल्सन और चौथे अंपायर सैम नोगाज्स्की ने भारतीय टीम पर स्लो ओवर रेट का आरोप लगाया था। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने इस आरोप को स्वीकार कर लिया और सजा को कबूल कर लिया है। इसलिए औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं है। इस दौरे पर ये दूसरी बार है जब स्लो-ओवर रेट की वजह से भारतीय टीम पर जुर्माना लगा है।